यमुनानगर में हंगामा, मारपीट, दो पक्षों में झड़प, पुलिस के सामने बरसाईं ईंटें
हरियाणा के यमुनानगर में हंगामा हुआ। प्लाट पर कब्जे के विवाद में दो पक्षों में झड़प हुई। पुलिस के सामने एक दूसरे पर बरसाईं ईंटें। चार लोग हुए चोटिल पुलिस ने प्लाट पर रुकवाया काम। मामला गोबिंदपुरी रोड का है।
यमुनानगर, जागरण संवाददाता। गोबिंदपुरी रोड स्थित 439 वर्ग गज के प्लाट पर कब्जे को लेकर दो गुटाें के बीच विवाद हो गया। एक पक्ष सुबह इस प्लाट की नींव भर रहा था। जिसका दूसरे पक्ष ने विरोध किया। दोनों पक्षों के बीच काफी बहस व गाली गलौज हुई। मामला बढ़ने पर शहर यमुनानगर थाना पुलिस पहुंची। विवाद शांत कराया और दोनों पक्षों को दस्तावेजों के साथ थाने में बुलाया। यहां पर एक पक्ष ने अपने दस्तावेज दिए। दूसरा पक्ष निर्माण कार्य कराता रहा। जिस पर दोपहर को फिर से इस प्लाट पर दोनों पक्ष पहुंच गए और झड़प हो गई। देखते ही देखते दोनों पक्षों के बीच पहले धक्का मुक्की और फिर ईंटें चलने लगी।
पुलिस के सामने भी दोनों पक्षों ने एक दूसरे पर ईंटें बरसाई। बाद में पुलिस ने किसी तरह से दोनों पक्षों को वहां से हटाया। इस झगड़े में महेश कुमार, सुमित कुमार व दो अन्य घायल हुए हैं।
दरअसल, गोबिंदपुरी रोड पर काफी समय से एक खाली प्लाट पड़ा है। कुछ दिन पहले इस प्लाट गाेबिंदपुरी निवासी महेश कुमार ने इस प्लाट की नींव भरने के लिए खोदाई कराई। जिसका दूसरे पक्ष से सतगौली निवासी लखविंद्र ने विरोध कर दिया। लखविंद्र ने दावा किया कि प्लाट उसने खरीदा हुआ है। इसका इंतकाल उनके नाम है। विवाद बढ़ने पर पुलिस ने निर्माण कार्य रूकवा दिया था। इसके बाद से दोनों पक्षों के बीच तनाव बना हुआ है।
यह है दोनों पक्षों का दावा
एक पक्ष से सतगौली निवासी लखविंद्र सिंह का कहना है कि वर्ष 2007 में उन्होंने यह प्लाट खरीदा था। इसका इंतकाल उनके नाम पर है। टैक्स भी वह जमा कर रहे हैं। अब महेश कुमार नाम का व्यक्ति इस प्लाट पर अपना झूठा दावा बता रहा है। सुबह वह यहां पर नींव भरा रहे थे। उस समय भी महेश कुमार यहां पर पहुंचा और गाली गलौज करने लगा। महेश कुमार हाईकोर्ट से इस प्लाट पर कब्जे का केस हारा हुआ है। अब जबरदस्ती इस पर कब्जा करना चाहता है। आरोप है कि उनके साथ गाली गलौज करते हुए आतंकी कह रहा है। वहीं दूसरे पक्ष से महेश कुमार का कहना है कि यह जगह उनके परिवार की थी। वर्ष 1997 में यह प्लाट जगाधरी के जोगिंद्र मोहन को बेच दिया गया था। इसके खिलाफ वह कोर्ट में गए थे, क्योंकि इस जगह में उनका भी हिस्सा था। पहले लोअर कोर्ट, फिर सेशन कोर्ट और बाद में हाईकोर्ट में गए। हाईकोर्ट ने उनके हक में फैसला दिया है। हाईकोर्ट के आदेश को तहसीलदार व डीएसपी हेडक्वार्टर को भी दिया गया है। आरोप है कि इसके बावजूद उनके प्लाट पर पुलिस की मिलीभगत से कब्जा कराया जा रहा है।
शहर यमुनानगर थाना प्रभारी सुखबीर सिंह ने बताया कि दोनों पक्ष इस प्लाट पर अपना-अपना दावा कर रहे हैं। फिलहाल प्लाट पर काम रूकवा दिया गया है। दोनों पक्षों के बीच झगड़ा भी हुआ है। इस मामले में अभी तक किसी भी पक्ष ने कोई शिकायत नहीं दी है। यदि शिकायत देंगे, तो कार्रवाई कर दी जाएगी।