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यूजीसी नेट परीक्षा 2021 पेपर लीक की यूं रची गई थी साजिश, दिल्ली से हरियाणा तक जुड़े हैं तार

यूजीसी नेट परीक्षा 2021 पेपर लीक मामले में सीआरपीएफ जवान का नाम भी सामने आया है। पुलिस ने आरोपितों से यूजीसी प्रश्न पत्र की आंसर-की भी बरामद कर ली है। मामले में झज्जर के कुलदीप ने भी प्रश्नपत्र को साल्व करने में सहयोग किया था।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Tue, 28 Dec 2021 09:01 PM (IST)Updated: Wed, 29 Dec 2021 03:01 PM (IST)
यूजीसी नेट परीक्षा 2021 पेपर लीक की यूं रची गई थी साजिश, दिल्ली से हरियाणा तक जुड़े हैं तार
यूजीसी नेट पेपर लीक मामले में दिल्ली से हरियाणा तक जुड़े हैं तार।

जींद, जागरण संवाददाता। विश्वविद्यालय अनुदान आयोग की राष्ट्रीय पात्रता परीक्षा के प्रश्नपत्र लीक मामले में आरोपित महेंद्रगढ़ जिले के गांव पथराव निवासी रिंकू व भिवानी जिले के गांव बामला निवासी पुनीत से रिमांड के दौरान झज्जर जिले के गांव सलोदा निवासी कुलदीप का नाम सामने आया है। आरोपित कुलदीप ने भी प्रश्नपत्र को साल्व करने में सहयोग किया था। कुलदीप की भी मुख्य आरोपित दादरी जिले के गांव नौरंगाबाद निवासी विकास के साथ दोस्ती है। वहीं, रिमांड के दौरान पुलिस ने आरोपितों से यूजीसी प्रश्न पत्र की आंसर-की को बरामद किया है। 

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रिमांड के दौरान पुनीत ने बताया कि उसके जीजा विकास का परिवार गुरुग्राम में रहता है और सीआरपीएफ में लगा हुआ है। फिलहाल डेपुटेशन पर एनएसजी में गया हुआ है और दिल्ली के आरके पुरम में तैनात है। विकास के ही प्रश्नपत्र लीक करने वाले लोगों के साथ संबंध हैं और उनको यह नहीं बताया कि प्रश्नपत्र उसके पास कहां से आया है। मंगलवार को पुलिस की टीमों ने आरोपित विकास व गांव सलोदा निवासी कुलदीप की गिरफ्तारी के लिए झज्जर, दिल्ली, गुरुग्राम व चरखी दादरी के एरिया में छापेमारी की। जबकि परीक्षार्थियों के अभिभावक गांव बोहतवाला निवासी अर्जुन, गांव खटकड़ निवासी अभिषेक, गांव बहबलपुर निवासी विक्रम, अमरजीत, गांव धड़ौली निवासी दीपक, गांव ईगराह निवासी मनजीत को एक दिन के रिमांड के बाद जेल भेज दिया। जबकि आरोपित पुनीत, रिंकू व गांव खटकड़ निवासी राहुल चार दिन के रिमांड पर चल रहे हैं। 

लीक प्रश्नपत्र का लाभ उठाने वाले परीक्षार्थियों का रिकार्ड भेजा यूजीसी 

डीएसपी जितेंद्र कुमार ने बताया कि नेट का प्रश्नपत्र लीक का लाभ उठाने वालों में अधिकतर महिलाएं हैं। महिलाओं के अभिभावकों ने ही आरोपित गांव खटकड़ निवासी राहुल से आंसर-की से संबंधित संपर्क किया था और उन्हीं से तीन-तीन लाख रुपये की डील करके आरोपित रिंकू व पुनीत के पास भिवानी के फार्म हाउस पर भेजा था। आरोपितों के कब्जे से नेट प्रश्न पत्र की को बरामद किया है। जिसे मिलान के लिए यूजीसी के पास भेजा है। साथ ही उन परीक्षार्थियों के रोल नंबर भी भेजे गए हैं जिन्होंने पहले प्रश्न पत्र को पढ़कर परीक्षा दी। इसमें कुल 17 परीक्षार्थियों के नाम सामने आए हैं। इसमें से छह परीक्षार्थियों ने सुबह के सत्र में परीक्षा दी थी, जबकि 11 परीक्षार्थियों ने सायंकालीन सत्र में परीक्षा दी है, लेकिन उनको प्रश्नपत्र नहीं मिला था। आरोपितों के साथ संलिप्ता के चलते उन 11 परीक्षार्थियों का भी रिकार्ड यूजीसी को भेजा गया है। 

सेटिंग में न हो मेहनत, 15 दिन पहले ही सतनाली में खोला था कोचिंग सेंटर 

आरोपित पुनीत व रिंकू ने रिमांड के दौरान खुलासा किया कि उनका भिवानी में भी एकेडमी खोली हुई थी। 15 दिन पहले ही उन्होंने महेंद्रगढ़ जिले में सतनाली में कोचिंग सेंटर खोला था। इस कोचिंग सेंटर को खोलने का मकसद आगे आने वाली भर्तियों के लिए विद्यार्थियों को तैयार करना था ताकि सेटिंग करने में उनको ज्यादा मेहनत न करनी पड़े। 

कमांडो विकास की गिरफ्तारी के बाद ही होगा पूरा खुलासा 

एसआइटी प्रमुख डीएसपी जितेंद्र ने बताया कि एनएसजी कमांडो विकास की गिरफ्तारी के प्रयास किए जा रहे हैं। प्रश्नपत्र विकास ने रिंकू के पास भेजा था। पकड़े गए आरोपित प्रश्नपत्र आने के स्थान के बारे में नहीं बता पा रहे हैं। इसलिए मुख्य आरोपित विकास की गिरफ्तारी के बाद ही पूरा खुलासा हो पाएगा। इस मामले में गांव सलोदा निवासी कुलदीप का भी नाम सामने आया है। उसे गिरफ्तार करने के प्रयास किए जा रहे हैं। फिलहाल आरोपितों से दूसरी भर्तियों के प्रश्नपत्र को लीक करने का कोई मामला सामने नहीं आया है।


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