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बोहली गांव में निर्माणाधीन रिहायशी कालोनी में दो मकान सील

पुलिस फोर्स के साथ पहुंच टाउन प्लानिग की टीम ने कालोनी में बन चुके दो मकानों को भी सील कर दिया।

By JagranEdited By: Published: Fri, 02 Apr 2021 07:52 AM (IST)Updated: Fri, 02 Apr 2021 07:52 AM (IST)
बोहली गांव में निर्माणाधीन रिहायशी कालोनी में दो मकान सील
बोहली गांव में निर्माणाधीन रिहायशी कालोनी में दो मकान सील

जागरण संवाददाता, पानीपत, रिफाइनरी : बोहली में बनाई जा रही अवैध रिहायशी कालोनी में जिला योजनाकार (डीटीपी) के नेतृत्व में तोड़-फोड़ की गई। पुलिस फोर्स के साथ पहुंच टाउन प्लानिग की टीम ने कालोनी में बन चुके दो मकानों को भी सील कर दिया। तीन एकड़ में विकसित की जा रही इस कालोनी की सड़कों सहित डीपीसी लेवल तक बने मकान को भी तोड़ दिया गया।

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डीटीपी अशोक गर्ग ने बताया कि कालोनाइजर के खिलाफ मामला भी दर्ज करवाया जा चुका है। उन्होंने कहा कि कालोनी अवैध कालोनी काटकर लोगों से खिलवाड़ कर रहे हैं। उन्होंने लोगों से आग्रह किया कि वे अपनी जमा पूंजी अवैध कालोनियों में न लगाएं।

आए दिन कट रही कालोनी

शहर में नई-नई अवैध कालोनी लगातार कट रही हैं। आवासीय सेक्टरों में प्लाट खरीदना आम लोगों को बजट से बाहर हो चुका है। 120 गज तक प्लाट 60-70 लाख रुपये के भाव में बिक रहे हैं। सिर पर छत्त के लिए लोग अवैध कालोनियों ने प्लाट ले लेते हैं। तोड़ फोड़ होने पर वे अपनी जमापूंजी से भी हाथ धो बैठते हैं। 21 कालोनियों को वैध करवाने का प्रस्ताव

नगर निगम की हाउस की बैठक में पार्षदों ने 21 अवैध कालोनियों को वैध करने का मुद्दा भी उठाया था। हाउस में आश्वासन दिया गया की इन कालोनियों की डीपीआर तैयार करे भेजे जाएगी। कालोनियों में 50 प्रतिशत मकान बन चुके हैं। अवैध कालोनियों के वैध होने से लोगों अवैध कालोनियों में प्लाट लेने की प्रेणा मिलती है। साथ कालोनाइजर उन्हें अन्य कालोनियों के उदाहरण देकर फांसते हैं।

चेतावनी बोर्ड भी हटे

टाउन प्लानिग विभाग विभिन्न क्षेत्रों में चेतावनी बोर्ड भी लगाए गए थे। कालोनाइजरों ने इन बोर्डों को भी उखाड़ फैंका। अब इन क्षेत्रों जोर शोर से निर्माण कार्य चल रहे है।

फाइनेंसरों ने बढ़ाए दाम

सात साल पहले तक पानीपत में जमीन करनाल की अपेक्षा सस्ती होती थी। फाइनेंसरों ने मिलीभगत कर रिहायशी कालोनियों में पूल करके दाम बढ़ा दिए हैं। एक साल पहले तक जिस सेक्टर में 9000-9600 रुपये तक प्लाट बिक रहा था, आज वहां 15000 से अधिक का भाव हो चुका है। फाइनेंसरों, प्रॉपर्टी डीलरों ने प्लाट खरीद कर रिहायशी कालोनियों में एक साल पहले तक 20 हजार से नीचे बिकने वाले सेक्टरों में 40 हजार रुपये प्रति वर्ग गज तक भाव कर दिया है।


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