रेलवे ओवरब्रिज के निर्माण में बाधक बने पेड़
जागरण संवाददाता समालखा वन विभाग और बिजली निगम की अनदेखी लोकनिर्माण विभाग पर भारी पड़ रह
जागरण संवाददाता, समालखा: वन विभाग और बिजली निगम की अनदेखी लोकनिर्माण विभाग पर भारी पड़ रही है। सड़कों के किनारे पेड़ और बिजली खंभों से मनाना बीएड कॉलेज रोड पर सप्ताह भर से काम रुका है। ठेकेदार की मशीन खड़ी है। उसे भाड़ा लग रहा है। यही हाल दिवाना ओवरब्रिज के पास का है। वहां बिजली खंभे और पेड़ों के अतिरिक्त रसोई गैस पाइप लाइन काम में बाधा उत्पन्न कर रही है। करीब एक माह पहले वन विभाग से मंजूरी मांगने के बावजूद अभी तक वह नहीं मिली है। बिजली निगम ने भी शिफ्टिग खर्च जमा करने के बाद काम शुरू नहीं किया है। ठेकेदार के दबाव से लोकनिर्माण अधिकारी परेशान हैं।
उल्लेखनीय है कि मनाना और दिवाना रोड के रेलवे फाटक पर लोकनिर्माण विभाग करीब 34 करोड़ की लागत से आरओबी बना रहा है। मनाना रोड पर पहले भी मिट्टी का सैंपल फेल होने से चार माह काम रुका रहा है। करीब 10 दिन पहले ठेकेदार ने दोबारा काम शुरू किया तो अब पेड़ और बिजली खंभे निर्माण में बाधक बने हैं। जीटी रोड को रोहतक हाईवे से जोड़ेने के लिए यह आरओबी बनाया जा रहा है।
इसके निर्माण से समालखा कस्बे को भारी वाहनों की आवाजाही से मुक्ति मिलनी है। ठेकेदार को निर्माण के लिए 18 माह का समय मिला है, जिसे पांच माह होने वाला है। अभीतक एक पिल्लर का बोर ही हुआ है। अनुमति का इंतजार
लोकनिर्माण के जेई कुलबीर सिंह ने बताया कि बिजली निगम में लाइन शिफ्टिग के 7 लाख रुपये जमा करवा दिए गए हैं। पेड़ काटने की मंजूरी की फाइल भी पिछले महीने तैयार कर वन विभाग को भेजी गई थी। अभीतक अनुमति नहीं मिली है। बिजली निगम ने भी काम शुरू नहीं किया है। मनाना और दिवाना में ठेकेदार की मशीनें खड़ी है। बिजली निगम के एसडीओ वतन सेढ़ा ने बताया कि ठेकेदार के पास काम अधिक होने से शिफ्टिग में विलंब हुआ है। जल्द से जल्द काम शुरू कराया जाएगा। लाइन शिफ्टिग के कारण काम बाधित होने नहीं दिया जाएगा।