बस पर पोस्टर, परिवहन निदेशक ने स्टैंड इंचार्ज समेत तीन को किया सस्पेंड
परिवहन विभाग के निदेशक वीरेंद्र दहिया ने पानीपत बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया। दो घंटे तक बस स्टैंड पर सफाई व्यवस्था कार्यप्रणाली की गहनता से जांच की।
जागरण संवाददाता, पानीपत : परिवहन विभाग के निदेशक वीरेंद्र दहिया ने पानीपत बस स्टैंड का औचक निरीक्षण किया। दो घंटे तक बस स्टैंड पर सफाई व्यवस्था, कार्यप्रणाली की गहनता से जांच की। महिला शौचालय में गंदगी मिलने पर सफाई कर्मचारियों को फटकार लगाई। आचार संहिता के बावजूद भी समालखा रूट से आई एक बस पर प्रचार संबंधी पोस्टर लगा मिला तो स्टैंड इंचार्ज शमशेर मलिक, चालक सुरेश और परिचालक अनिल को सस्पेंड कर दिया। निदेशक वीरेंद्र दहिया के बस स्टैंड पहुंचने की खबर लगते ही स्थानीय कर्मचारी रिकॉर्ड दुरुस्त करने में जुट गए। उन्होंने बस स्टैंड परिसर और डिपो परिसर में खड़ी लगभग सभी बसों में सफाई व्यवस्था का निरीक्षण किया। कुछ बसों में गंदगी देख नियमित रूप से बसों की धुलाई कराने और साफ-सफाई कराने के निर्देश दिए। स्थानीय अधिकारियों ने सफाई कर्मचारियों की कमी होने का दुखड़ा रोया तो विधानसभा चुनाव खत्म होते ही आउटसोर्स परअतिरिक्त कर्मचारियों की भर्ती करने की बात कही। साथी कर्मचारियों पर गिरी गाज के कारण अन्य कर्मचारियों के हाथ-पांव फूले नजर आए। कर्मचारियों में हड़कंप मच गया। हालांकि बस स्टैंड परिसर में दो घंटों तक निरीक्षण करने के बाद वे चंडीगढ़ के लिए रवाना हो गए। शौचालयों की सफाई के लिए जरूरत डिपो में बने दो महिला और एक दो पुरूष शौचालयों में केवल एक-एक सफाई कर्मचारियों की ड्यूटी लगी है। सही ढ़ंग से साफ-सफाई के लिए कम से कम छह आउटसोर्स कर्मचारियों की जरूरत है। जिनमें से चार कर्मचारियों को रोजाना शौचालयों की सफाई की ड्यूटी दी जाएगी। वहीं दो अतिरिक्त कर्मचारी अन्य कर्मचारियों की छुट्टी पर सफाई करेंगे। बसें हुई साफ, पर डिपो में भरा है पानी शनिवार को डिपो परिसर में खड़ी अधिकतर बसें साफ थी। लेकिन बसों के नीचे जमीन पर पानी खड़ा था। कई जगहों पर नियमित रूप से सफाई नहीं होने के कारण काई तक जमीं नजर आई। सरकार लोगों को स्वच्छता अभियान के प्रति जागरूक करने की कोशिश तो कर रही है, लेकिन सरकारी कर्मचारी ही इस सपने को धूमिल करने से बाज नहीं आ रहे।