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आह बस स्टैंड! सैनिटाइजर मशीन स्टोर में रखवाई, कोरोना को चुनौती

जागरण संवाददाता पानीपत प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से दस्तक दी है। शहर म

By JagranEdited By: Published: Mon, 23 Nov 2020 06:00 AM (IST)Updated: Mon, 23 Nov 2020 06:00 AM (IST)
आह बस स्टैंड! सैनिटाइजर मशीन स्टोर में रखवाई, कोरोना को चुनौती
आह बस स्टैंड! सैनिटाइजर मशीन स्टोर में रखवाई, कोरोना को चुनौती

जागरण संवाददाता, पानीपत : प्रदेश में कोरोना संक्रमण ने एक बार फिर से दस्तक दी है। शहर में कोरोना संक्रमितों के आंकड़े दोबारा से बढ़ने लगे हैं। सरकार संक्रमण रोकने के प्रयास तो कर रही है, लेकिन सरकारी कर्मचारी ही उन प्रयासों पर पानी फेर रहे हैं। वहीं संक्रमण के डर को भुलाकर बेखौफ हुए लोग सार्वजनिक स्थानों पर भी शारीरिक दूरी बनाना और मास्क लगाना उचित नहीं समझते। ऐसे ही कुछ हालात रविवार को पानीपत बस स्टैंड परिसर में देखने को मिले। सैनिटाइजर मशीन तक अंदर रखवा दी गई है।

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बस स्टैंड परिसर में यात्री बिना शारीरिक दूरी बनाए और मास्क लगाए बेरोक-टोक टिकट खरीदते हैं। बसों में यात्री सीट पर बैठते ही सबसे पहले मास्क हटाना नहीं भूलते। बस स्टैंड परिसर में चालक और परिचालक भी अब मास्क लगाने से परहेज करने लगे हैं। हालात ये हैं कि स्टैंड इंचार्ज और प्रबंधक के कार्यालयों के सामने ही कर्मचारी और यात्री बिना मास्क लगाए घूमते दिखाई देने लगे हैं। वहीं रोडवेजकर्मी रिसीट बढ़ाने पर तो ध्यान दे रहे हैं, लेकिन यात्रियों को सरकारी गाइडलाइन की पालना करने में खानापूरी कर काम चला रहे है। फोटो खिचवाने के लिए लगाई सैनिटाइजिग मशीन

बस स्टैंड परिसर में संक्रमण फैलने के आठ माह बीतने पर भी बस स्टैंड परिसर में सैनिटाइजिग मशीन नहीं लग पाई है। कर्मचारियों के पास स्टॉक में सैनिटाइजिग मशीन के दो फ्रेम पड़े हैं, लेकिन उन्हें अभी तक यात्रियों के लिए नहीं लगाया गया। कुछ दिन पहले कर्मचारियों ने बस स्टैंड परिसर में सैनिटाइजिग मशीन रखवाई और यात्रियों के सैनिटाइजर इस्तेमाल करने की फोटो खिचवा कर अधिकारियों को रिपोर्ट भेज दी।

रोजाना आठ हजार यात्री कर रहे सफर

फिलहाल पानीपत डिपो की सौ से अधिक बसें सड़कों पर दौड़ रही है। इन बसों में रोजाना लगभग आठ हजार से अधिक यात्री बसों में सफर कर रहे हैं। लॉकडाउन के बाद जून माह में बसों का संचालन शुरू हुआ तो डिपो की मासिक आमदनी महज 21.20 लाख रुपये रह गई थी, जो अब अक्टूबर माह तक दोबारा 2.82 करोड़ रुपये पहुंच गई है। हैरत की बात ये है कि इतनी रकम कमाने के बाद भी अधिकारी यात्रियों की सुरक्षा को तवज्जो नहीं दे रहे।

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बिना मास्क लगाए घूमने वाले यात्रियों और कर्मचारियों के चालान काटे जाएंगे। सैनिटाइजर मशीन फ्रेम चोरी ना हो जाएं, इसलिए उन्हें खुले में नहीं रखवा सकते। जल्द ही पूछताछ विडो और यार्ड में आमजन के लिए मशीन फ्रेम और सैनिटाइजर रखवा दिए जाएंगे।

बालकराम, जीएम रोडवेज डिपो पानीपत।


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