Protest in Panipat: अभी करनाल जाने से बचें, पानीपत में जीटी रोड पर आढ़तियों ने लगाया जाम, खरीद न होने से रोष
धान खरीद न होने पर पानीपत में आढ़तियों ने दिल्ली चंडीगढ़ रोड़ जाम कर दिया है। पानीपत में बाबरपुर के पास लगाया जाम। करनाल जाने का रास्ता रोका। एक सप्ताह से खरीद नहीं हो रही। किसान दिन-रात यहां पर धान का पहरा दे रहे हैं। बारदाने का भी संकट।
पानीपत, जागरण संवाददाता। इस समय अगर आप करनाल जाना चाह रहे हैं तो थोड़ा रुक जाए। क्योंकि पानीपत में जीटी रोड पर बाबरपुर के पास आढ़तियों, मजदूरों और किसानों ने जाम लगा दिया है। दरअसल, बाबरपुर मंडी में धान की खरीद ठप है। इसके अलावा जो धान खरीदी गई है उसका उठान नहीं हो रहा। सड़क तक धान पहुंच चुका है। एक सप्ताह से हालात नहीं सुधरने पर लोगों ने जाम लगाने का फैसला कर लिया।
पानीपत की मंडियों में धान की खरीद बेहद धीमी गति से हो रही है। एक दिन पहले तक सात हजार क्विंटल धान की खरीद नहीं हो सकी थी। मंडी में बोरियों के ढेर लगे हैं। इसके अलावा खुले में भी धान पड़ा है। किसानों और आढ़तियों को इनकी रखवाली करनी पड़ रही है।
पहरा दे रहे किसान
किसानों को दिन-रात फसल का पहरा देना पड़ रहा है। पहले खेत में बारिश होने का खतरा रहता था। अब फसल काटकर मंडी में लाए हैं तो खरीद नहीं हो रही। दरअसल, नमी का हवाला देते हुए खरीद नहीं की जा रही। हालांकि बीच में मिलर्स के हड़ताल पर होने पर खरीद प्रभावित थी।
बारदाना नहीं मिल रहा
किसानों और आढ़तियों ने बताया कि अभी तो बारदाने की भी समस्या है। इस वजह से लोडिंग नहीं कर पा रहे। यही हालात सनौली और बापौली के हैं। जितने कट्टे आते हैं, उसी समय भीड़ लग जात है। हाथों-हाथ कट्टे बंट जाते हैं। कुछ किसानों का आरोप है कि अपने लोगों को कट्टे तुरंत बांट दिए जाते हैं।
समालखा में डेढ़ लाख क्विंटल
समालखा मंडी में करीब डेढ़ लाख क्विंटल धान की आवक हो चुकी है। पीआर में 22 हजार क्विंटल में से 15 हजार क्विंटल की खरीद हो चुकी है। इसे हैफेड ने खरीदा है। एक सप्ताह से किसान यहां मौजूद हैं। धान को सुखाने में लगे हैं। नमी की वजह से खरीद नहीं हो रही।