International Geeta Jayanti: अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में पहुंचे सीएम मनोहर लाल, जानिए क्या है खास
Haryana - Kurukshetra International Geeta Jayanti राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य मुख्यमंत्री मनोहर लाल Haryana Geeta Festival में पहुंचे।
पानीपत/कुरुक्षेत्र,जेएनएन। Haryana - Kurukshetra: International Geeta Jayanti के ऐतिहासिक क्षणों के लिए गीतास्थली कुरुक्षेत्र को पूरी तरह से तैयार है। इन यादगारी क्षणों को ध्यान में रखते हुए ब्रह्मसरोवर और आसपास के क्षेत्र की साज-सज्जा करने में प्रशासन की तरफ से कोई कसर नहीं छोड़ी गई है। इस महोत्सव का शुभारंभ मुख्यमंत्री मनोहर लाल तीन दिसंबर को पुरुषोत्तमपुरा बाग में पवित्र ग्रंथ गीता के पूजन और गीता यज्ञ में आहुति डालकर किया।मुख्यमंत्री मनोहर लाल के साथ राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, खेल मंत्री संदीप सिंह, शिक्षा मंत्री कुंवर पाल गुर्जर , थानेसर विधायक सुभाष सुधा भी पहुंचे।
विश्व के अलग-अलग देशों से नौ विद्वान और देशभर के अलग-अलग राज्यों से 15 विद्वान इस संगोष्ठी में हिस्सा ले रहे हैं। मार्च 2020 में ऑस्ट्रेलिया और जुलाई 2020 में कनाडा में अंतर्राष्ट्रीय गीता जयंती महोत्सव मनाया जाएगा।
नेपाल के डिप्टी हाई कमिश्नर भरत कुमार रेड्डी ने नेपाल में भी अंतर्राष्ट्रीय गीता महोत्सव मनाने का प्रस्ताव दिया।
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार के शुभारंभ अवसर पर मुख्यमंत्री मनोहर लाल, राज्यपाल सत्यदेव नारायण आर्य, उत्तराखंड के मुख्यमंत्री त्रिवेंद्र सिंह रावत, हिमाचल प्रदेश विधानसभा के अध्यक्ष राजीव बिंदल, खेल मंत्री संदीप सिंह, शिक्षा मंत्री कुंवर पाल, थानेसर विधायक सुभाष सुधा पहुंचे।
इससे पहले अधिकारियों ने पुरुषोतमपुरा बाग, द्रोपदी कूप, कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय, हेलीपैड स्थल, श्रीमद्भगवद् गीता स्थल, इंटरनेशनल गेस्ट हाउस का निरीक्षण किया। उन्होंने सभी कार्यक्रम स्थलों पर सुरक्षा व्यवस्था और अन्य प्रबंधों का बारीकी से निरीक्षण करते हुए अधिकारियों को कुछ दिशा-निर्देश भी दिए।
ये है कार्यक्रम
गीता यज्ञ में पूर्ण आहुति डालकर चौथे अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव का शुभारंभ करेंगे, इसके पश्चात इसरो की प्रदर्शनी, हरियाणा पैवेलियन, सरस्वती और विभिन्न विभागों की राज्यस्तरीय प्रदर्शनी, उत्तराखंड पैवेलियन, प्रथम गुरु नानक देव के 550वें प्रकाशोत्सव की प्रदर्शनी का उद्घाटन करेंगे। इसके बाद कुरुक्षेत्र विश्वविद्यालय के सभागार में अंतरराष्ट्रीय गीता सेमिनार का शुभारंभ होगा। इन कार्यक्रमों में देश-प्रदेश के अन्य मेहमान भी मौजूद रहेंगे।
गुरदास मान का आज कार्यक्रम
मुख्य सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए तीन दिसंबर को गुरदास मान अपनी प्रस्तुति देंगे। चार को अमिषा पटेल, पांच को दलेर मेहंदी, छह को कुमार विश्वास व गजेंद्र सोलंकी, सात दिसंबर को अभिजीत भट्टाचार्य और आठ दिसंबर को सतिंद्र सरताज प्रस्तुति देंगे।
अंतरराष्ट्रीय महोत्सव पर सरपंचों, पंचायत समितियों और पार्षदों को भूला प्रशासन
अंतरराष्ट्रीय गीता महोत्सव में दावे के बावजूद इस बार बिना किसी कंट्री पार्टनर के ही मंगलवार को महोत्सव का शुभारंभ होगा। इसके लिए पिछले कई दिनों से नेपाल को कंट्री पार्टनर बनाए जाने के दावे हो रहे थे, लेकिन बात सिरे नहीं चढ़ी। चार साल पहले गीता जयंती महोत्सव को अंतरराष्ट्रीय दर्जा दिए जाने का दावा करने वाला प्रशासन इस बार धर्मनगरी के सरपंचों, पंचायत समितियों, नगर पार्षदों और जिला पार्षदों को भी भूल गया। महोत्सव का शुभारंभ मंगलवार को ही मुख्यमंत्री मनोहर लाल करेंगे और सोमवार शाम तक इन प्रतिनिधियों को निमंत्रण पत्र ही नहीं मिले हैं। हालांकि कई दिन पहले से जिला भर के सरपंचों, पार्षदों, पंचायत समितियों और संस्थाओं के प्रतिनिधियों को महोत्सव के लिए निमंत्रण दिए जाने के दावे किए जा रहे थे।
2017 में राष्ट्रपति कर चुके हैं शुभारंभ
गीता महोत्सव का अंतरराष्ट्रीय दर्जा मिलने के बाद साल 2017 में इसका शुभारंभ राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद कर चुके हैं। इससे पहले साल 2016 में तत्कालीन राष्ट्रपति प्रणब मुखर्जी का पहुंचना निश्चित था, लेकिन किसी कारण वश एन मौके पर वह नहीं पहुंच सके थे। इसके साथ ही 2018 में मॉरीशस के तत्कालीन कार्यकारी राष्ट्रपति महोत्सव का शुभारंभ कर चुके हैं। इसके अलावा महोत्सव में केंद्रीय मंत्री राजनाथ ङ्क्षसह भी हिस्सा ले चुके हैं। ऐसे में इस बार शुभारंभ के मौके पर किसी केंद्रीय मंत्री की उपस्थिति ना होने से महोत्सव में फीकापन नजर आ रहा है।
जिला प्रतिनिधियों को ही भूल गए
गीता जयंती पर मनाए जाने वाले महोत्सव में विश्व स्तर तक गीता का प्रचार करने का दावा करने वाले अधिकारियों ने कई बार जिला भर के प्रतिनिधियों को भी इससे जोडऩे की बात कही, लेकिन यह कागजी दावे रहे। जिला सरपंच एसोसिएशन के जिलाध्यक्ष दिलबाग ङ्क्षसह गोराया और इस्माईलाबाद ब्लाक के प्रधान हरमनप्रीत ङ्क्षसह ने कहा कि अंतरराष्ट्रीय महोत्सव के दावे खोखले हैं, यहां पर जिला के किसी भी सरपंच को निमंत्रण नहीं दिया गया। जिला परिषद के वार्ड नंबर 13 से पार्षद रीतू रानी ने कहा कि उन्हें महोत्सव का कोई निमंत्रण नहीं मिला है। ब्लॉक समिति के सदस्य ओम प्रकाश पलवल, पाली राम दयालपुर ने कहा कि उन्हें भी महोत्सव का कोई निमंत्रण नहीं मिला है। उन्होंने कहा कि दावा कि थानेसर पंचायत समिति के 20 सदस्यों को कोई निमंत्रण नहीं मिला है। वार्ड नंबर नौ से पार्षद सुदेश चौधरी ने कहा कि इस साल उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है। हालांकि इससे पिछले साल उन्हें निमंत्रण मिला था। इतना ही नहीं सेक्टर वेलफेयर एसोसिएशनों तक को निमंत्रण नहीं भेजे गए। सेक्टर 17 सिटी सेंटर वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष राजेश्वर गोयल ने कहा कि उन्हें कोई निमंत्रण नहीं मिला है।