राकेश टिकैत कल आएंगे जींद, समाप्त कराएंगे खटकड़ टोल का धरना, फूलों की होगी बारिश
378 दिनों से हरियाणा के जींद-उचाना के बीच खटकड़ टोल पर धरना चल रहा है। आज राकेश टिकैत अजय हुड्डा इस धरना समाप्ति के लिए आएंगे।किसानों पर होगा फूलों की बारिश। 200 युवा के हाथ होगी व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी।
जींद, जागरण संवाददाता। दिल्ली हरियाणा बार्डर पर किसान आंदोलन समाप्त हो चुका है। वहीं, जींद-उचाना के बीच खटकड़ टोल पर 378 दिनों से चल रहा किसानों व मजदूरों का धरना 14 दिसंबर को सम्पन्न होगा। इस मौके पर टोल धरना कमेटी द्वारा बड़े स्तर पर समापन कार्यक्रम का आयोजन किया जाएगा। समापन समारोह में राकेश टिकैत, अजय हुड्डा, विकास सींसर, युद्धबीर सहरावत, जोगेंद्र उगराहां, जगजीत डलेवाल, अभिमन्यु कोहाड़, रवि आजाद, संदीप चौधरी, सुदेश गोयत के अलावा मय्यड़ टोल कमेटी भी पहुंचेगी। किसान आंदोलन में हिस्स लेने वाले अनेक लोगों को सम्मानित भी किया जाएगा।
समापन समारोह में करीब 20 हजार लोगों के पहुंचने की उम्मीद है। टोल पर जींद की तरफ स्टेज बनाई जाएगी तो नरवाना की तरफ टोल के पीछे वाहनों की पार्किंग होगी। 200 युवाओं को कार्यक्रम में व्यवस्था संभालने की जिम्मेदारी दी गई है। कार्यक्रम में आने वाले किसानों पर मशीन के द्वार फूलों की बारिश होगी। यहां पर भंडारे का आयोजन किया जाएगा जिसमें देशी घी की बूंदी बनाई जा रही है।
खटकड़ टोल कमेटी प्रधान सतबीर पहलवान ने कहा कि जब दिल्ली बॉर्डर पर तीनों कृषि कानूनों को रद्द करने की मांग को लेकर धरना शुरू किया उसी दिन से यहां पर धरना शुरू कर दिया था। खटकड़ टोल पर पूरे प्रदेश में दिए जा रहे धरनों से अधिक भीड़ रही तो किसी भी जेजेपी, बीजेपी के नेताओं का जिला में आने पर डट कर विरोध किया गया। अपने हकों के लिए लड़ी गई लड़ाई में किसान, मजदूर को आखिर में जीत मिली। तीनों कृषि कानून रद्द हुए तो दूसरी संयुक्त किसान मोर्चा द्वारा रखी गई मांगों को माना गया।
एक साल से अधिक समय से चल रहा धरना 14 दिसंबर को समाप्त हो जाएगा। संयुक्त किसान मोर्चा के सदस्य यहां आएंगे। इस मौके पर जयप्रकाश, संदीप बड़ौदा, मेवा सिंह छापड़ा, कविता खरकरामजी, सूर्या करसिंधु, मेवा करसिंधू, अनीष खटकड़, पूनम कंडेला मौजूद रही।