बेटे को सेना की वर्दी में देखना चाहता था किसान पिता, ठगों ने नौकरी का झांसा दे ठगा Panipat News
युवक को सेना में भर्ती कराने के नाम पर ठगों ने छह लाख रुपये ठग लिए। पुलिस ने केस दर्ज कर लिया है।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। बेटे को सेना में भर्ती कराने की चाह में किसान पिता एक व्यक्ति पर विश्वास कर बैठा। नौकरी दिलाने के नाम पर किसान आरोपितों को बार-बार रुपये देता रहा। ठगों ने व्यक्ति से 6 लाख रुपये हड़प लिए और उसके बाद फोन को स्वीच ऑफ कर दिया।
आरोपितों से संपर्क न होने पर बाद में पिता की आंखें खुली और वह सारी कहानी समझ गया। परेशान होने के बाद उसने नग्गल थाना पुलिस को इसकी शिकायत दी। पुलिस ने आरोपित के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।
गांव खुरचरनपुर का है मामला
गांव खुरचरनपुर निवासी प्यारा सिंह ने बताया कि गांव चौड़मस्तपुर निवासी गुरध्यान सिंह उनके गांव में अकसर आता रहता था। इसी दौरान उसकी उससे पहचान हुई थी। बातचीत के दौरान उसने बताया कि वह और उसका बहनोई युवकों को मिल्ट्री में भर्ती करवाते हैं और उन्होंने कई युवाओं को भर्ती करवा भी दिया। इस तरह उसे उसकी बातों पर विश्वास हो गया और प्यारा सिंह ने उसे अपने बेटे गुरजीत सिंह को भी मिल्ट्री में भर्ती करवाने के लिए कहा।
इस तरह से ठगते रहे किसान को
प्यारा सिंह ने बताया कि वह खेतीबाड़ी करता है और आरोपित गुरध्यान सिंह कहा कि वह इतनी सारी रकम एक साथ नहीं दे सकता है। ऐसे में वह यह रकम उसे थोड़ी कर दे सकता है। जब मिल्ट्री की भर्ती आई तो गुरध्यान सिंह ने फोन करके बेटे गुरजीत सिंह को अपने घर पर सभी कागजात लेकर बुलाया और 15 जनवरी 2019 को एक लाख रुपये देने की बात कही। इसके बाद उन्होंने वह राशि उसे सौंप दी। उस समय आरोपित की माता दया रानी व अवतार सिंह वहां मौजूद था।
कई बार में लिए रुपये
इसके बाद 50 हजार रुपये जून 2019 को दिए। प्यारा सिंह ने बताया कि 3 मार्च को आरोपित गुरध्यान सिंह व अवतार सिंह उनके घर आए और मिल्ट्री में भर्ती होने का आश्वासन दिया और एक लाख रुपये और नकद ले लिए। 10 अगस्त 2019 को फिर गुरध्यान सिंह अकेला घर पर आया और कहने लगा कि आपके बेटे गुरजीत सिंह का काम बन गया है ऐसे बकाया 3,50,000 रुपये देने के बाद तथा फिर ज्वाइनिंग लेटर देने की बात कही। इस तरह वह उससे 6 लाख रुपये हड़प लिए। अब जब सारे रुपये देने के बाद उन्होंने आरोपित से संपर्क करने की कोशिश की तो संपर्क नहीं हो पाया। ऐसे में वह आरोपित के घर गए, लेकिन वह नहीं गया। कई दिन निकल जाने के बाद जब उससे संपर्क नहीं हुआ तो उन्होंने इसकी शिकायत पुलिस को दी। पुलिस ने आरोपितों के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई शुरू कर दी।