Move to Jagran APP

उधार दिए रुपये लेने पहुंचा प्रॉपर्टी डीलर तो दी दर्दनाक मौत, हत्‍या कर डिग्‍गी में डाल शव नहर में फेंका Panipat News

पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर की हत्‍या करने वालों ने दर्दनाक मौत दी। मारकर उनके शव को डिग्‍गी में डालकर नहर किनारे ले गए। नहर में पहले शव फेंका इसके बाद कार भी धकेल दी।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 12 Feb 2020 11:02 AM (IST)Updated: Wed, 12 Feb 2020 11:13 AM (IST)
उधार दिए रुपये लेने पहुंचा प्रॉपर्टी डीलर तो दी दर्दनाक मौत, हत्‍या कर डिग्‍गी में डाल शव नहर में फेंका Panipat News
उधार दिए रुपये लेने पहुंचा प्रॉपर्टी डीलर तो दी दर्दनाक मौत, हत्‍या कर डिग्‍गी में डाल शव नहर में फेंका Panipat News

पानीपत, जेएनएन। ब्याज पर दिए सात लाख रुपये मांगने पर तीन लोगों ने प्रॉपर्टी डीलर की हत्या कर दी। शव करनाल में आवर्धन नहर में फेंक दिया। उसकी गाड़ी को भी नहर में ही धकेल दिया। पुलिस ने दोस्त समेत तीन आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। प्रॉपर्टी डीलर छह फरवरी से लापता था। कार करनाल के बुढनपुर गांव के पास आवर्धन नहर में सात फरवरी को मिल गई थी। पुलिस गोताखोरों की मदद से शव की तलाश कर रही है।

loksabha election banner

डीएसपी बिजेंद्र सिंह ने मंगलवार को लघु सचिवालय में बताया कि यमुना एंक्लेव निवासी सुखदेव नगर सोसाइटी के सरपरस्त प्रॉपर्टी डीलर 52 वर्षीय नरेश शर्मा ने देव नगर के पुलकित को 2018 में ब्याज पर 15 लाख रुपये दिए थे। उसने आठ लाख लौटा दिए थे। नरेश बाकी सात लाख रुपये मांग रहा था। पुलकित ने महिला थाने के पास पैराडाइज कार बाजार कार्यालय खोल रखा है। वह कार खरीदने और बेचने का काम करता था। वह रुपये देने के लिए नरेश को अपने कार्यालय ले गया और चंदौली गांव के पार्टनर चेतन शर्मा और इसी गांव के सुनील उर्फ नीति के साथ उनकी गला घोंटकर हत्या कर दी। इतना ही नहीं 60 हजार रुपये व सोने की चेन भी लूट ली। पांच-पांच हजार रुपये दोनों ने ले लिये। 50 हजार रुपये व चेन सुनील को दे दी। आरोपितों को अदालत ने दो दिन की रिमांड मंजूर की। नरेश के साले सुरेश ने बस अड्डा चौकी में गुमशुदगी का मामला दर्ज करा रखा था।

  naresh

राहगीर को नहर में दिखी थी कार

बुढनपुर गांव के पास एक राहगीर ने आवर्धन नहर की पटरी से कार गिरती दिखाई दी। उसने गांव के सरपंच को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और कार को निकाला। कार में न नंबर प्लेट थी और न कोई दस्तावेज। जांच के बाद पता चला कि कार पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा की है। एसपी सुमित कुमार ने मामले की जांच सीआइए-टू प्रभारी दीपक कुमार को सौंपी थी।

महिला थाने से 50 मीटर दूर दिया वारदात को अंजाम, डिग्गी में ले गए शव

सुनील उर्फ नीति ने नरेश शर्मा के कार्यालय की रेकी की और बाइक से स्काईलार्क पहुंचा। वहां पहले से खड़े पुलकित व चेतन को जानकारी दी। सुनील सेक्टर 13-17 में महिला थाने से 50 मीटर पुलकित के कार्यालय पहुंचा गया। नरेश शर्मा अपनी इटियोस कार से कार्यालय से घर के लिए निकले। स्काईलार्क के पास पुलकित ने गाड़ी रुकवाई और कार्यालय में रुपये देने की बात कह कर उसी की गाड़ी में बैठ लिया। चेतन भी गाड़ी में बैठ लिया। कार्यालय में तीनों ने नरेश शर्मा की गला घोंट कर हत्या कर दी। चेतन शर्मा व सुनील ने नरेश शर्मा का शव उसी की कार की डिग्गी में रखा। पुलकित सुनील की बाइक लेकर स्काईलार्क पहुंचा और स्विफ्ट कार से उनके पीछे चला।

सुबुत छिपाने को टोल प्लाजा के कैमरों से भी बचाई कार

चेतन कार को टोल प्लाजा के बजाय सेक्टर-18 से करनाल के फुरलक, स्टौंडी पहुंचे। रास्ते में नरेश शर्मा का मोबाइल व कार की नंबर प्लेट तोड़कर फेंक दी। फिर बुढ़नपुर गांव के पास आवर्धन नहर पर पहुंचे। वहां शव को नहर में डाल दिया। कार को नहर में धकेल दिया, ताकि परिवार समङो नरेश कहीं चला गया है।

पुलकित जुए में हार गया था 20 लाख, पिता ने चुकाया कर्ज

सीआइए-टू प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि पुलकित उर्फ मोनू जुआ खेलने का आदी है। 20 लाख रुपये हार गया था। उसके पिता सुरेश मदान ने कर्ज चुकाया था। उसके सुखदेव नगर के पैराडाइज डोसा की दुकान में आग लग गई थी। इससे आर्थिक हालत खराब हो गई थी। छह महीने पहले ही पुलकित ने दोस्त चेतन के साथ मिलकर सेक्टर 13-17 में किराये पर कार खरीद-फरोख्त का कार्यालय खोला था।

पड़ोसियों ने जताया था एतराज, वारदात होने पर पड़ोसी भी हैरान

पड़ोसियों ने बताया कि रिहायशी क्षेत्र में पुलकित ने कार्यालय खोला था। पड़ोसियों ने एतराज जताया था। सुबह से शाम तक संदिग्ध लोग आते-जाते थे। पुलकित उन्हें नमस्ते करता था। इससे उसका विश्वास जम गया था कि वे कोई गलत काम नहीं करेगा। दो दिन पहले पुलिस ने रेड मारी थी। तब उन्हें लगा था कि यहां कुछ गलत हुआ है। अब नरेश की हत्या इसी कार्यालय में किए जाने की जानकारी मिली है। इससे वे हैरान हैं कि यहां हत्या हो गई है? 

व्यवसायी के इकलौते बेटे का नहर में नहीं मिला शव 

आठ फरवरी 2019 को शास्त्री कॉलोनी के कंबल वेस्ट व्यवसायी सलीम के इकलौते बेटे शादाब का अपहरण कर लिया और पांच लाख रुपये की फिरौती मांगी। इसके बाद ङ्क्षबझौल के पास फैक्ट्री में शादाब की हत्या कर शव को नहर में फेंक दिया। पुलिस ने हत्या आरोपित पुराने किरायेदार गौरव व सलमान को गिरफ्तार किया। पुलिस नहर में शादाब के शव को ढूंढ़ नहीं पाई।

कार ने दिखाई राह, हत्योपितों तक पहुंची पुलिस

सीसीटीवी फुटेज में दिखी कार के जरिये पुलिस हत्यारोपितों तक पहुंची। अब तीनों पुलिस की गिरफ्त में हैं और हत्या की वारदात कबूल ली है। करनाल में आवर्धन नहर से कार बरामद होने के बाद नरेश के शव को ढूंढ़ा जा रहा है। 

कोई सुबूत नहीं छोड़ा 

नरेश की हत्या की साजिश ओल्ड हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के देव नगर के पुलकित मदान ने अपने पार्टनर चंदौली गांव के चेतन शर्मा के साथ एक महीने पहले रची थी। दोनों ने तय किया कि वारदात के दौरान कोई ऐसा सुबूत नहीं छोड़ेंगे जिनके जरिये पुलिस उन तक पहुंच पाए। यहां तक कि वारदात के दौरान मोबाइल फोन और अपनी कार का इस्तेमाल नहीं किया। उन्होंने पता किया कि सुखदेव नगर से लेकर हाईवे व करनाल के बुढऩपुर गांव स्थित आवर्धन नहर पर कहां-कहां सीसीटीवी कैमरे लगे हैं। पुलकित के पास नारा गांव की महिला ने स्विफ्ट डिजायर कार बेचने के लिए दे रखी थी। इसी कार से पुलकित वारदात के बाद नहर तक पहुंचा। चेतन और सुनील के साथ घर भी लौटा। सीसीटीवी कैमरे में सीआइए-टू को नरेश शर्मा की कार के पीछे स्विफ्ट कार दिखाई दी। इस कार की मालकिन तक पुलिस पहुंची और पुलकित के बारे में जानकारी हासिल कर ली।

एक लाख का लालच दे सुनील को साजिश में किया शामिल

चंदौली के चेतन शर्मा ने पुलकित को बताया कि नरेश शर्मा की हत्या के लिए एक और व्यक्ति की जरूरत पड़ेगी। इसके लिए उसने गांव के सुनील उर्फ नीति को शामिल किया। भैंस चोरी कराने व चोरी के अन्य कई मामलों में सुनील का नाम आ चुका था, लेकिन पुलिस केस नहीं हो पाया। चेतन ने सुनील को लालच दिया कि वह एक लाख रुपये देगा। एक सप्ताह से सुनील घर से लेकर कार्यालय तक की नरेश शर्मा की रेकी कर रहा था। छह फरवरी की रात आठ बजे तक सुनील ने रेकी की थी।

महिला थाने से 50 मीटर दूर दिया वारदात को अंजाम, डिग्गी में डाल ले गए शव

सुनील उर्फ नीति ने नरेश शर्मा के कार्यालय की रेकी की और बाइक से स्काईलार्क पहुंचा। वहां पहले से खड़े पुलकित व चेतन को जानकारी दी। सुनील सेक्टर 13-17 में महिला थाने से 50 मीटर पुलकित के कार्यालय पहुंचा गया। नरेश शर्मा अपनी इटियोस कार से कार्यालय से घर के लिए निकले।  स्काईलार्क के पास पुलकित ने गाड़ी रुकवाई और कार्यालय में रुपये देने की बात कह कर उसी की गाड़ी में बैठ लिया। चेतन भी गाड़ी में बैठ लिया। कार्यालय में तीनों ने नरेश शर्मा की गला घोंट कर हत्या कर दी। चेतन शर्मा व सुनील ने नरेश शर्मा का शव उसी की कार की डिग्गी में रखा। पुलकित सुनील की बाइक लेकर स्काईलार्क पहुंचा और स्विफ्ट कार से उनके पीछे चला। 

naresh

टोल प्लाजा के कैमरों से बचाई कार

चेतन कार को टोल प्लाजा के बजाय सेक्टर-18 से करनाल के फुरलक, स्टौंडी पहुंचे। रास्ते में नरेश शर्मा का मोबाइल व कार की नंबर प्लेट तोड़कर फेंक दी। फिर बुढऩपुर गांव के पास आवर्धन नहर पर पहुंचे। वहां शव को नहर में डाल दिया। कार को नहर में धकेल दिया। 

राहगीर को नहर में दिखी थी कार

बुढनपुर गांव के पास एक राहगीर ने आवर्धन नहर की पटरी से कार गिरती दिखाई दी। उसने गांव के सरपंच को सूचना दी। पुलिस मौके पर पहुंची और कार को निकाला। कार में न नंबर प्लेट थी और न कोई दस्तावेज। जांच के बाद पता चला कि कार पानीपत के प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा की है। एसपी सुमित कुमार ने मामले की जांच सीआइए-टू प्रभारी दीपक कुमार को सौंपी थी। 

30 पुलिसकर्मियों ने 80 सीसीटीवी कैमरे खंगाले, 30 लोगों से पूछताछ 

सीआइए-टू प्रभारी दीपक कुमार ने बताया कि वारदात के बाद अमूमन अपराधी मोबाइल की कॉल डिटेल से पकड़ में आ जाते हैं। नरेश शर्मा का मामला पेचीदा था। आरोपितों ने मोबाइल फोन का इस्तेमाल नहीं किया। इसलिए अपराधियों तक पहुंचना चुनौती  भरा था। सीआइए-टू व डिटेक्टिव टीम की 30 सदस्यीय टीम ने बुढऩपुर जाने वाले सभी छह रास्तों के 80 सीसीटीवी कैमरों की फुटेज खंगाली। रात को सभी सीसीटीवी फुटेज देखी जाती थी। नरेश शर्मा की कार के पीछे अलग-अलग रूटों पर करीब तीस कार दिखाई दी। इन कारों के मालिकों से पूछताछ की। नरेश शर्मा का जिन 30 लोगों से लेनदेन था। उसने भी पूछताछ की गई, लेकिन सुराग नहीं मिला। फिर कार मालिक महिला से पूछताछ की तो पुलकित के कार्यालय का पता चला। कार्यालय पर दबिश दी तो पुलकित और उसका पार्टनर चेतन शर्मा नहीं मिले। पुलिस ने दबिश दी। सोमवार रात को पुलकित, चेतन और सुनील को बरसत रोड पर भैंसवाल मोड़ से गिरफ्तार किया। 

पांच रुपये सैंकड़ा ब्याज पर पर दिए थे 15 लाख

डीएसपी बिजेंद्र ने बताया कि प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा का सुखदेव नगर में कार्यालय है। इसी के पास में पुलकित के पिता सुरेश मदान की पैराडाइज डोसा की दुकान है। दोनों पड़ोसी हैं। पुलकित और नरेश में दोस्ती थी। 2018 में प्रॉपर्टी डीलर नरेश शर्मा ने पुलकित मदान को 15 लाख रुपये पांच रुपये प्रति सैंकड़ा ब्याज पर दिए थे।

...ताकि परिवार वाले समझे, नरेश चला गया

पुलिस की सख्ती के बाद आरोपित पुलकित ने बताया कि उन्होंने पहले ही तय कर लिया था कि नरेश के शव को जिले से बाहर नहर में फेंकना है। शव नहीं मिलने पर नरेश के स्वजन यही समझे कि वह कहीं चला गया है। उन्होंने रेकी के दौरान ही तय कर लिया था कि 6 फरवरी को ही नरेश की हत्या करनी है। 

आरोपितों को नहर पर ले गई पुलिस

सीआइए-टू की टीम मंगलवार को तीनों आरोपितों को बुढनपुर के पास आवर्धन नहर पर ले गई। गोताखोरों की मदद से नहर खंगाली जा रही है। नरेश के परिवार में पत्नी, पुणे से एलएलबी कर रही बेटी और बारहवीं में पढ़ रहा बेटा है।


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.