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हरियाणा राज्यस्तरीय डैफ जूडो प्रतियोगिता में कैथल के तीन खिलाड़ियों ने जीते गोल्ड

हरियाणा राज्‍यस्‍तरीय डैफ प्रतियोगिता में कैथल के तीन खिलाडि़यों ने गोल्‍ड मेडल जीते। एक मार्च को डैफ जूडो एसोसिएशन की ओर से गुरुग्राम में करवाई गई थी प्रतियोगिता। इसमें कुलदीप सिंह रमन आस्‍था ने सब जूनियर कैटेगरी में जीत हासिल की।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Wed, 03 Mar 2021 04:59 PM (IST)Updated: Wed, 03 Mar 2021 04:59 PM (IST)
हरियाणा राज्यस्तरीय डैफ जूडो प्रतियोगिता में कैथल के तीन खिलाड़ियों ने जीते गोल्ड
हरियाणा राज्‍यस्‍तरीय डैफ प्रतियोगिता में कैथल के तीन खिलाडि़यों ने गोल्‍ड जीता।

कैथल, [सुनील जांगड़ा]। कैथल के खिलाड़ियों ने विभिन्न खेलों में देश और विदेश में जिले का नाम रोशन करने का काम किया है। जिले के तीन खिलाड़ियों ने राज्यस्तरीय डैफ जूडो प्रतियोगिता में गोल्ड मेडल हासिल किए हैं। यह प्रतियोगिता एक मार्च को डैफ जूडो एसोसिएशन की ओर से गुरुग्राम में करवाई गई थी। ये खिलाड़ी ना सुन सकते हैं और ना ही कुछ बोल पाते हैं।

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कोच जोगिंद्र सिंह ने बताया कि गांव कुलतारण निवासी कुलदीप सिंह ने 66 किलो भार वर्ग में गोल्ड, गांव शिमला निवासी रमन ने 60 किलो भार वर्ग में गोल्ड और कैथल निवासी आस्था ने सब जूनियर कैटेगरी में गोल्ड हासिल किया है। खिलाड़ी कुलदीप और रमन अंबाला रोड स्थित इंडोर खेल स्टेडियम में अभ्यास करते हैं। खिलाड़ी आस्था जाट स्कूल में कोच राजेश के पास अभ्यास करती है।

इन खिलाड़ियों को इशारे के माध्यम से ही अभ्यास करवाया जाता है। आखों के इशारे और शरीर के भाग को टच करके खिलाड़ी को दांव-पेंच बताए जाते हैं। अब तीनों खिलाड़ियों का चयन नेशनल स्तरीय प्रतियोगिता के लिए हो गया है। यह प्रतियोगिता 20 और 21 मार्च को लखनऊ में आयोजित की जाएगी। उन्हें उम्मीद है तीनों खिलाड़ी नेशनल प्रतियोगिता में भी जिले का नाम रोशन करेंगे और मेडल हासिल करेंगे।  

डेढ साल पहले शुरू किया था अभ्यास

खिलाड़ी कुलदीप ने करीब डेढ़ साल पहले ही इस खेल का अभ्यास शुरू किया था। कुलदीप ने फरवरी 2020 में पंजाब के आनंदपुर साहिब में हुई सीनियर नेशनल डैफ जूडो प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था। कुलदीप एक गरीब परिवार से हैं। भैंस का दूध बेचकर ही परिवार का पालन पोषण कर रहा है। इसके अलावा दो एकड़ जमीन है और खेतीबाड़ी का काम भी स्वयं करता है। छह साल पहले खिलाड़ी के पिता जोगीराम की मौत हो गई थी। घर में बड़ा भाई मनदीप और माता संतोष देवी हैं।   

मजदूरी करते हैं पिता

खिलाड़ी रमन के पिता रोहताश कुमार मजदूरी करते हैं और परिवार का पालन पोषण करते हैं। वे आधा एकड़ जमीन के मालिक हैं। रमन करीब दो साल से खेल का अभ्यास कर रहा है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन अब रमन से परिवार के लोगों को बहुत सी उम्मीदें हैं।      

खिलाड़ी कुलदीप ने करीब डेढ़ साल पहले ही इस खेल का अभ्यास शुरू किया था। कुलदीप ने फरवरी 2020 में पंजाब के आनंदपुर साहिब में हुई सीनियर नेशनल डैफ जूडो प्रतियोगिता में रजत पदक हासिल किया था। कुलदीप एक गरीब परिवार से हैं। भैंस का दूध बेचकर ही परिवार का पालन पोषण कर रहा है। इसके अलावा दो एकड़ जमीन है और खेतीबाड़ी का काम भी स्वयं करता है। छह साल पहले खिलाड़ी के पिता जोगीराम की मौत हो गई थी। घर में बड़ा भाई मनदीप और माता संतोष देवी हैं।   

मजदूरी करते हैं पिता

खिलाड़ी रमन के पिता रोहताश कुमार मजदूरी करते हैं और परिवार का पालन पोषण करते हैं। वे आधा एकड़ जमीन के मालिक हैं। रमन करीब दो साल से खेल का अभ्यास कर रहा है। परिवार की आर्थिक स्थिति ठीक नहीं है, लेकिन अब रमन से परिवार के लोगों को बहुत सी उम्मीदें हैं।     


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