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अंबाला में तीन महीने से बन रही थी अवैध शराब, आरोपितों को नहीं पता कहां जाती है शराब

अंबाला के साहा में चल रही अवैध शराब फैक्ट्री के तीसरे आरोपित को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। एसपी ने मामले में डीएसपी यातायात नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एसआइटी गठित की है। कई लोगों के मामले में तार जुड़े हो सकते हैं।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Fri, 26 Mar 2021 07:36 PM (IST)Updated: Fri, 26 Mar 2021 07:36 PM (IST)
साहा की शराब फैक्ट्री से पानीपत के गांव डाहर के कांवड सेवा दल का बैनर मिला था।

कुरुक्षेत्र, जेएनएन। पुलिस की अपराध शाखा-2 ने अंबाला के साहा में पकड़ी नकली शराब फैक्ट्री मामले में तीसरे आरोपित को गिरफ्तार किया है। साहा की शराब फैक्ट्री से पानीपत के गांव डाहर के कांवड सेवा दल का बैनर मिला। इससे पुलिस को शक हुआ कि पानीपत का बैनर साहा की शराब फैक्ट्री में कैसे पहुंचा।

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इसी के आधार पर पहले गिरफ्तार किए आरोपितों से गहन पूछताछ की तो उन्होंने बताया कि नकली शराब की फैक्ट्री चलाने में पानीपत के गांव डाहर निवासी जसबीर उर्फ जस्सू भी शामिल है। आरोपित जस्सू पर पानीपत में चोरी व अन्य मामले भी दर्ज हैं। इनकी पुलिस छानबीन कर रही है। आरोपित को अदालत में पेश किया। अदालत ने उसे पांच दिन के पुलिस रिमांड पर भेज दिया है।

डीएसपी यातायात नरेंद्र सिंह ने बताया कि पुलिस की अपराध शाखा-दो ने अंबाला के साहा में नकली शराब की फैक्ट्री का किया भंडाफोड़ किया था। धोखा देने की नीयत से बिना नंबर की गाड़ी में नकली शराब ले जाते हुए आरोपित सोनीपत के गांव बडौता निवासी सचिन उर्फ गोलू व सुनील को गिरफ्तार करके उनके कब्जे से 56 पेटी नकली शराब बरामद की थी। आरोपितों को अदालत में पेश कर चार दिन का पुलिस रिमांड लिया गया था।

तीन माह से बना रहे थे शराब 

पुलिस पूछताछ में आरोपितों ने बताया कि अंबाला के कस्बा साहा में दो कोठियों में शराब फैक्ट्री चल रही थी। यहां तीन माह पहले शराब बनाने का काम शुरू किया गया था। वहां से मिले सामान को देखकर लगता है कि रोजाना दो से तीन हजार पेटी शराब बनाई जाती होगी। डीएसपी नरेंद्र सिंह का कहना है कि मामले में कई लोगों के तार जुड़े हो सकते हैं। आरोपित को पांच दिन के पुलिस रिमांड पर लिया गया है। जिससे पूछताछ में कई अहम सुराग मिलने की उम्मीद है।

आरोपितों को नहीं पता कहां जाती थी शराब

पुलिस की पकड़ में आए आरोपित सचिन उर्फ गोलू व सुनील को नहीं पता की टाटा एस (छोटा हाथी) में भरी शराब कहां जाती थी। उन्हें केवल इसे करनाल तक छोड़ने के लिए बोला जाता था। वहां से दूसरे लोग टाटा एस को ले जाते थे। वे इस शराब को कहां लेकर जाते थे उन्हें बताया नहीं जाता था।

एसपी ने की मामले में एसआइटी गठित

एसपी हिमांशु गर्ग ने मामले की गंभीरता को देखते हुए डीएसपी यातायात नरेंद्र सिंह की अध्यक्षता में एसआइटी गठित की है। डीएसपी ने बताया कि इस मामले में कई लोग शामिल हो सकते हैं। नकली शराब बनाने की यह बड़ी फैक्ट्री थी। रोजाना दो से तीन हजार पेटी शराब की तैयार की जाती थी। शराब प्रदेश के साथ अन्य प्रदेशों में भेजी जा रही थी। यहां से कई फैक्टरियों के लेबल मार्का बरामद हुए हैं।

नकली शराब फैक्ट्री पकड़ने की दूसरी कार्रवाई

अपराध शाखा दो प्रभारी मलकीत सिंह के नेतृत्व में नकली शराब फैक्ट्री पकड़ने की यह दूसरी कार्रवाई है। इससे पहले मलकीत सिंह की टीम ने 28 जून 2020 को कैथल के उपमंडल गुहला के गांव चकचानपुर के बंद पड़े पोल्ट्री फार्म पर छापामारी कर नकली शराब फैक्ट्री पकड़ी थी। इसमें छह आरोपितों को गिरफ्तार किया गया था। मौके से 144 पेटी नकली शराब बरामद की थी। पुलिस का कहना है कि साहा में पकड़ी शराब फैक्ट्री में मुख्यारोपित पानीपत निवासी संजय है। वहीं गुहला में पकड़ी शराब फैक्ट्री में भी उसका हाथ है।

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