दूसरे जिलों के बदमाशों ने छीना शहरवासियों का चैन, बस से आते बाइक चुरा ले जाते
पानीपत में अपराध लगातार बढ़ता ही जा रहा है। चोरी और लूट की वारदातों में रोक लगाने में पुलिस के पसीने छूट रहे हैं। इन वारदात में पड़ोसी जिले या राज्यों के अपराधी शामिल हैं। पुलिस के लिए भी ऐसे अपराधी सिरदर्द बनते जा रहे हैं।
पानीपत, जेएनएन। दूसरे जिलों और उत्तर प्रदेश के गिरोह के बदमाशों ने पानीपत में पनाह ले ली है। वे कुछ दिन तक किराये पर रहते हैं। मौका मिलते ही लूट व बाइक चोरी की वारदातों को अंजाम दे देते हैं। इसके बाद अपने घर चले जाते हैं।
पुलिस की जांच धीमी होते ही फिर से वारदात कर देते हैं। बदमाशों का पुलिस का खौफ नहीं है। वारदात करते हैं और आराम से फरार हो जाते हैं। शहर से हर रोज दो से तीन वाहन चोरी हो रहे हैं। अब तक लोगों के घरों और मंदिरों के सामने से ही बाइक चोरी कर ली जाती है। इन गिरोह ने शहरवासियों का चैन छीन लिया है। पुलिस के लिए भी बदमाश सिरदर्द बन चुके हैं।
लूट की कार से पुलिस की गाड़ी लूटने आए
दिल्ली के बदमाश आशीष खत्री ने साथी दादरी के सचिन के साथ मिलकर रोहतक से कार लूटी। इसके चार दिन बाद ही पानीपत के गढ़ी छाजू गांव के पास राहगीरों को लूटने पहुंचे गए। दुस्साहसी बदमाशों ने सीआइए-थ्री की गाड़ी को लिया और पिस्तौल दिखाकर गाड़ूी लूटने की कोशिश की। दोनों बदमाश पुलिस के शिकंजे में हैं। सरगना की पुलिस को अभी भी तलाश है।
पहले रेकी करते
उत्तर प्रदेश के बागपत के भडल गांव का हाशिम उर्फ मोटा अपने साथी कैराना के मुर्शीद के साथ बस से आता था। दोनों पहले रेकी करते थे और फिर बाइक चुराकर घर भाग जाते थे। वे 120 बाइकें चोरी कर चुके थे। चोरी की बाइकों के पुर्जे मिस्त्रियों को बेच देते थे। सीआइए-वन ने दोनों बदमाशों को गिरफ्तार किया और उनके कब्जे से 60 बाइकें बरामद की।