मौसम की करवट से बढ़ी ठंडक, दिनभर छाए रहे बाद
मौसम ने एक बार फिर करवट ले ली है। दिन भर बादल छाए रहे, कुछ इलाकों में बूंदाबांदी भी हुई। इससे तापमान में गिरावट दर्ज की गई। लोगों ने एक बार फिर ठंड का अहसास किया।
पानीपत, जेएनएन। मौसम ने करवट ले ली है। दिन भर बादल छाए रहने के बाद शाम को धूल भरी आंधी का सामना करना पड़ा। इससे तापमान में भी गिरावट दर्ज की गई। मौसम विशेषज्ञों के मुताबिक अगले दो दिनो में तेज बारिश की संभावना है। उधर, कृषि विभाग के विशेषज्ञों ने इस दौरान गेहूं या अन्य फसलों में ङ्क्षसचाई न करने की सलाह दी है।
कृषि एवं किसान कल्याण विभाग के उपनिदेशक डॉ. सुरेंद्र यादव का कहना है कि 24 जनवरी तक मौसम परिवर्तनशील रहेगा। इस दौरान किसान फसल में ङ्क्षसचाई से परहेज करें। दवाई का छिड़काव न करें। बेहतर होगा यदि मौसम का रुख देखकर की फसल की ङ्क्षसचाई की जाए। इन दिनों ठंड व बारिश दोनों ही गेहूं की फसल के लिए फायदेमंद साबित होंगी। दूसरा, अलकीट की समस्या भी दूर हो जाएगी। गेहूं की बेहतर पैदावार के लिए इन दिनों ठंड का होना जरूरी है।
सब्जियों की फसल को हो सकता है नुकसान
कृषि महाविद्यालय कौल के प्राचार्य एवं मौसम वैज्ञानिक डॉ. रमेश वर्मा ने बताया कि इस समय होने वाली बरसात गेहूं उत्पादक किसानों के लिए लाभदायक है, लेकिन जिन किसानों ने गेहूं की फसल में पहले से पानी लगाया हुआ है, उन्हें दिक्कत हो सकती है। हालांकि बरसात से गेहूं की पैदावार अच्छी होगी, लेकिन सब्जियों को नुकसान हो सकता है। वहीं किसानों को भी इस बात का डर सता रहा है कि अगर ओलावृष्टि होता है तो नुकसान ज्यादा हो सकता है।
कहां, कितना है तापमान
जिला अधिकतम न्यूनतम
- पानीपत 21 12
- करनाल 24.4 12
- यमुनानगर 22 12
- अंबाला 18 11
- कुरुक्षेत्र 20 12
- जींद 21 12
- कैथल 18 9