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डॉक्टरों की टीम को अस्पताल की नई बिल्डिंग में मिली खामियां

स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ कर्मवीर चोपड़ा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने एसएमओ पवन के साथ जीटी रोड पर मनाना बीएड कॉलेज के सामने नवनिर्मित 100 बैड के आधुनिक अस्पताल का निरीक्षण किया।

By JagranEdited By: Published: Tue, 05 Nov 2019 09:40 AM (IST)Updated: Tue, 05 Nov 2019 09:40 AM (IST)
डॉक्टरों की टीम को अस्पताल की नई बिल्डिंग में मिली खामियां
डॉक्टरों की टीम को अस्पताल की नई बिल्डिंग में मिली खामियां

जागरण संवाददाता, समालखा : स्वास्थ्य विभाग के डिप्टी सीएमओ कर्मवीर चोपड़ा के नेतृत्व में डॉक्टरों की टीम ने एसएमओ पवन के साथ जीटी रोड पर मनाना बीएड कॉलेज के सामने नवनिर्मित 100 बैड के आधुनिक अस्पताल का निरीक्षण किया। वहां मौजूद सुविधाओं का बारीकी से जायजा लिया। अपने प्लंबर और बिजली टैक्निशियन से भवन में मौजूद पानी-बिजली की सुविधाओं की जानकारी ली। सर्जन डॉ. संजीव गुप्ता व एलएमओ लिपिका ने दोनों ओटी का जायजा लिया। फार्मासिस्ट व लैब असिस्टेंट ने अपने कमरे की सुविधाओं को परखा। स्टाफ नर्स ने वार्डों में मौजूद सुविधाओं को देखा। सभी ने आपस में विचार साझा किए।

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डॉ. चोपड़ा ने कहा कि भवन में मौजूद कमियों की लिस्ट तैयार की गई है। सीएमओ को इसकी जानकारी दी जाएगी। लोक निर्माण विभाग के अधिकारी को कमियों को दूर करने कहा जाएगा। उसके बाद शिफ्टिग का काम शुरू किया जाएगा। उन्होंने कहा कि सहायक नरेंद्र ने कमियों की सूची तैयार कर एसएमओ को भेज दी है। ओटी लगभग तैयार है। भवन में छोटी-छोटी कमियां है जिसे पहले दूर करना होगा। वहीं लोक निर्माण के एसडीओ का कहना है कि उनका भवन तैयार है। छोटी-छोटी कमियां शिफ्ट होने के बाद ही नजर आएगी। कट है बड़ी समस्या

आधुनिक अस्पताल के सामने हाइवे का निर्माणाधीन अंडर पास है। वही अस्पताल जाने का मुख्य रास्ता है। उसका काम सालों से रूका है। उसके चालू होने के बाद ही जीटी रोड से अस्पताल जाया जा सकता है। अभी वाहनों को अस्पताल जाने के लिए आसपास में कट नहीं है। दूर दराज के कट से मुड़कर अस्पताल आना पड़ता है। हाइवे प्राधिकरण और ठेकेदार के बीच का विवाद कोर्ट में होने से कोई इसकी सुध नहीं ले रहा है। फिर भी हाइवे प्राधिकरण से इसके बारे में पत्राचार की जरूरत है। बगैर अंडर पास चालू किए अस्पताल की शिफ्टिग खतरे को दावत देना है। अंडर पास के कारण जीटी रोड की चौड़ाई पहले से बहुत कम है। एंबुलेंस और वाहनों के राग साइड आने से कभी हादसा हो सकता है।


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