प्रधानमंत्री के सुझावों से बोर्ड परीक्षार्थियों का तनाव दूर
प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को परीक्षा पर चर्चा 2020 कार्यक्रम के माध्यम से बोर्ड परीक्षार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री एक दोस्त की तरह विद्यार्थियों से जुड़े। इसरो के चंद्रयान परीक्षण और क्रिकेट मैच का उदाहरण देकर परीक्षा को एक पड़ाव की तरह लेने के प्रेरित किया। पीएम के सुझावों से परीक्षार्थियों का तनाव दूर हो गया।
जागरण संवाददाता, पानीपत: प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सोमवार को परीक्षा पर चर्चा 2020 कार्यक्रम के माध्यम से बोर्ड परीक्षार्थियों से संवाद किया। प्रधानमंत्री एक दोस्त की तरह विद्यार्थियों से जुड़े। इसरो के चंद्रयान परीक्षण और क्रिकेट मैच का उदाहरण देकर परीक्षा को एक पड़ाव की तरह लेने के प्रेरित किया। पीएम के सुझावों से परीक्षार्थियों का तनाव दूर हो गया।
प्रधानमंत्री का संवाद शहर स्थित स्कूलों में लाइव दिखाया गया। उन्होंने कहा कि विद्यार्थी विफलता में सफलता को देखें। अभिभावक भी इसमें सहयोग करें। लक्ष्य तो निर्धारित करें, लेकिन अधिक अपेक्षा न करें। कहा कि चंद्रयान परीक्षण के दौरान वह वैज्ञानिकों के साथ थे। सबकुछ योजना के तहत नहीं हुआ तो उन्होंने मायूस वैज्ञानिकों के परिश्रम की सराहना कर उनके साथ देश के माहौल बदलने का प्रयास किया। उन्होंने 2001 में ऑस्ट्रेलिया के खिलाफ कोलकाता में हुए टेस्ट मैच में राहुल द्रविड और वीवीएस लक्ष्मण की जुझारू पारी से देश को जीत दिलाने तथा 2002 में वेस्टइंडीज के खिलाफ चोटिल होने के बाद भी अनिल कुंबले के साहस का परिचय देकर हमेशा मेहनत करने को प्रेरित किया।
एसडी विद्या मंदिर के ऑडिटोरियम में विद्यार्थियों को परीक्षा पे चर्चा कार्यक्रम का लाइव प्रसारण दिखाया गया। प्रधानाचार्या सविता चौधरी ने प्रधानमंत्री के विचारों और उनके ओर से दिए सुझावों की प्रशंसा की। बच्चों को पीएम के सुझावों पर अमल करने के लिए प्रेरित किया।उधर, राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय ददलाना में प्रधानाचार्य ने परीक्षा को एक पड़ाव के रूप में लेने का सुझाव दिया।