अधूरी छोड़ दी गली, पानी निकासी ठप..फंस गए दीवाननगर के निवासी
तीन ओर से गली ऊंची बन गई। इससे पानी की निकासी बंद हो गई है। गली का पानी कहीं जाने की बजाय गली में ही भरा रहता है। किसी भी विभाग या पार्षद ने पानी निकासी के लिए सीवर में लाइन नहीं मिलवाई।
जागरण संवाददाता, पानीपत : वार्ड 22 में न्यू दीवान नगर में पैदल भी नहीं चला जा सकता। दरअसल, पानी की निकासी ठप हो चुकी है। बिना बारिश भी यहां जलभराव रहता है। एक सड़क को अधूरा ही छोड़ दिया है। इसका खामियाजा आम लोगों को भुगतना पड़ रहा है। लोगों को बीमारी फैलने की भी आशंका है।
बसंत नगर के साथ लगते न्यू दीवान नगर में रामफल बिजली वाले तक सड़क को अप्रैल-मई में ही बना दिया था। इसके अलावा राजेंद्र डिपो होल्डर वाली गली व बसंत नगर में जाने वाली गली को भी बना दिया गया है। रामफल के मकान के पीछे से लेकर आगे तक सड़क को अधूरा छोड़ दिया गया। तीन ओर से गली ऊंची बन गई। इससे पानी की निकासी बंद हो गई है। गली का पानी कहीं जाने की बजाय गली में ही भरा रहता है। किसी भी विभाग या पार्षद ने पानी निकासी के लिए सीवर में लाइन नहीं मिलवाई। न ही बरसात के पानी को सीवर व नाली में डालने का कोई प्रबंध किया गया है। सीवर जाम होने से सीवर की गंदगी भी गली में निकल जाती है। गली वालों का रहना मुश्किल हो रहा है।
स्थानीय निवासी कई बार वार्ड की पार्षद चंचल डावर व उनके पति योगेश को इसकी शिकायत कर चुके हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल रहा। गली को 15 दिन में बनवाने की बात कहकर आठ महीने निकाल दिए हैं। स्थानी निवासियों का कहना है कि इस गली का टेंडर, किसी और गली में लगवा दिया। सूरज, मंजीत, विजय, शिवानी, बिजेंद्र ने बताया कि गली में पानी भरा होने से निकलना मुश्किल हो रहा है। बच्चे व महिलाएं घरों में ही कैद होकर रह गई हैं।
स्कूल नहीं जा पा रहे बच्चे
पार्षद चंचल डावर के मकान के साथ ही सरकारी स्कूल है। पार्षद के मकान के सामने गली को अधूरा छोड़ा गया है, उसमें पहले न्यू मानव स्कूल व इसके बाद आर्य आदर्श स्कूल है। इसी गली से आगे जाकर रजवाहा बाईपास पर जेके पब्लिक स्कूल है। न्यू मानव स्कूल के पीछे अगले बाएं मोड़ की गली में स्टार पब्लिक स्कूल व लक्ष्मी मॉडल स्कूल है। आस पास छह स्कूलों में बच्चे आते-जाते हैं। इसके बावजूद पानी भरा रहने से बच्चे स्कूल नहीं जा पाते। सरकारी स्कूल में पढ़ने वाली बतरा कालोनी की छात्रा ने बताया कि रास्ते में पानी होने से निकलना भी मुश्किल होता है। पार्षद चंचल के पति योगेश का कहना है कि आधी गली इंटरलॉक और आधी सीसी की बनी हुई है। टेंडर के लिए भेज दिया गया है। ग्रांट आते ही काम शुरू हो जाएगा।