जोशी हत्याकांड की सात महीने बाद गुत्थी सुलझी, शराब के पैसे न देने पर दोस्तों ने किया था कत्ल
सात महीने पहले अर्जुन नहर में जोशी नामक मजदूर की हत्या कर दी थी। सीआइए-थ्री ने इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाकर रामनगर के मोना व उसके दोस्त सावन को रविवार शाम को पक्की काबड़ी फाटक से गिरफ्तार किया। सीआइए-थ्री प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि जोशी और दोनों आरोपित दोस्त थे। पहले भी तीनों ने कई बार इकट्ठे बैठ कर शराब पी थी। दोनों आरोपित शराब पीकर घर लौट रहे थे।
जागरण संवाददाता, पानीपत: सात महीने पहले अर्जुन नहर में जोशी नामक मजदूर की हत्या कर दी थी। सीआइए-थ्री ने इस ब्लाइंड मर्डर की गुत्थी सुलझाकर रामनगर के मोना व उसके दोस्त सावन को रविवार शाम को पक्की काबड़ी फाटक से गिरफ्तार किया।
सीआइए-थ्री प्रभारी अशोक कुमार ने बताया कि जोशी और दोनों आरोपित दोस्त थे। पहले भी तीनों ने कई बार इकट्ठे बैठकर शराब पी थी। दोनों आरोपित शराब पीकर घर लौट रहे थे। रास्ते में उन्हें शराब के नशे में जोशी मिला। उससे और शराब पीने के लिए रुपये मांगे। जोशी ने मना कर दिया तो उसकी पत्थर व ईंटों से कुचल कर हत्या कर दी। शव को प्लाट में फेंक दिया। हत्या के बाद दोनों ने जोशी का आधार कार्ड व 2800 रुपये लूट लिए थे। बाद में उन्होंने लूट की राशि से शराब भी पी। आरोपित मोना व सावन को मुखबीर की सूचना पर काबू किया गया। दोनों आरोपितों को सोमवार को अदालत में पेश कर रिमांड पर लिया जाएगा। रिमांड के दौरान दोनों से लूट का आधार कार्ड, नकदी बरामद करने के साथ-साथ यभी पता लगाया जाएगा कि वारदात में और तो लोग शामिल न नहीं थे। 10 नवंबर को की थी जोशी की हत्या
बिहार के जिला पटना के सिमरी गांव की पूनम ने पुलिस को शिकायत दी कि वह पति 30 वर्षीय जोशी के साथ अर्जुन में किराये पर रहती थी। 10 नवंबर 2019 को रात आठ बजे पति बिना बताए घर से चले गए थे। उसके पति का कुंदन स्कूल के पास प्लाट में शव पड़ा था। किसी ने सि व मुंह पर वजनी हथियार से वार करके पति को मार डाला। पुलिस हत्या की गुत्थी नहीं सुलझा पाई थी।