चरित्रवान व्यक्ति ही जीवन में सबसे आगे रहता है
जो बच्चे संस्कारों और विस्तार के पावन भाव से वंचित रहते हैं वही गलत रास्ते पर चल पड़ते है। उन्होंने कहा कि चरित्रवान व्यक्ति ही जीवन में सबसे आगे रहता है।
जागरण संवाददाता, पानीपत : एसडी पीजी कालेज में स्वामी विवेकानंद जयंती को राष्ट्रीय युवा दिवस के रूप में मनाया गया। विवेकानंद साहित्य एवं पुस्तक प्रदर्शनी भी लगाई गई। शिक्षकों के सहयोग से करीब 1200 विद्यार्थियों ने विवेकानंद के जीवन व दर्शन पर आधारित साहित्य उपलब्ध कराया। प्रदर्शनी का उद्घाटन कालेज प्रबंधन समिति के प्रधान पवन गोयल ने किया। मंच संचालन डा. संगीता गुप्ता व डा. संतोष कुमारी ने किया।
ऑनलाइन सेमिनार में स्वामी विवेकानंद केंद्र पंजाब, हरियाणा की प्रांतीय संगठक अलका गौरी जोशी ने कहा कि जो बच्चे संस्कारों और विस्तार के पावन भाव से वंचित रहते हैं, वही गलत रास्ते पर चल पड़ते है। उन्होंने कहा कि चरित्रवान व्यक्ति ही जीवन में सबसे आगे रहता है। हर कामयाबी को हासिल करता है। हमें अपने व्यवहार के प्रति सदैव सचेत रहना चाहिए। प्रधान पवन गोयल ने कहा कि कक्षाओं में प्राप्त ज्ञान तब तक अधूरा है, जब तक हम अच्छे संस्कारों से युक्त न हों। कामनाओं और इच्छाओं को काबू में रखकर ही हम सही निर्णय ले सकते हैं। प्राचार्य डा. अनुपम अरोड़ा ने कहा कि आज के युवाओं कि दशा और दिशा को निर्धारित करना सबसे बड़ी चुनौती है। प्राध्यापकों पर यही सबसे बड़ी जिम्मेदारी है। पारंपरिक शिक्षा से कहीं अधिक मूल्यवान संस्कारयुक्त शिक्षा है। यही सनातन धर्मियों का ध्येय भी है। उच्च योग्यता के साथ-साथ संवेदना और संस्कार से हम उन ऊंचाइयों को प्राप्त कर सकते है जिन्हें महान व्यक्तियो ने अपने जीवन में हासिल किया है। आज हम जितनी भी समस्याओं से जूझ रहे है उन सभी का हल हमें स्वामी विवेकानंद द्वारा दिए गए ज्ञान में मिलता है। कक्षा के साथ बाहरी ज्ञान प्राप्त करना भी अत्यधिक जरुरी है। स्वामीजी आज भी प्रासंगिक हैं और भविष्य में भी रहेंगे। इस मौके पर डा. संगीता गुप्ता, डा. संतोष कुमारी, डा. राकेश गर्ग, प्रो. यशोदा अग्रवाल मौजूद रहे।