अफसरों, पार्षदों..सबको मालूम था हादसा हो जाएगा, तब भी भेंट चढ़ गए दो मासूम
नगर निगम की लापरवाही ने शुक्रवार को दो मासूमों की जान ले ली। यह हादसा होने से बच सकता था अगर शुक्रवार को पंप न बंद होता। बुधवार को नगर निगम के कमिश्नर आरके सिंह ने भी कालोनी का दौरा कर कर्मचारियों को खाली पड़ी जमीन की चहारदीवारी करने के निर्देश दिए थे।
जागरण संवाददाता, पानीपत : नगर निगम की लापरवाही ने शुक्रवार को दो मासूमों की जान ले ली। यह हादसा होने से बच सकता था, अगर शुक्रवार को पंप न बंद होता। बुधवार को नगर निगम के कमिश्नर आरके सिंह ने भी कालोनी का दौरा कर कर्मचारियों को खाली पड़ी जमीन की चहारदीवारी करने के निर्देश दिए थे। पार्षदों से लेकर अफसरों तक को मालूम था कि हादसा हो सकता था, इसके बावजूद सुधार नहीं किया गया।
वार्ड 11 की पार्षद कोमल ने कहा कि यह जमीन 2006 से जेबीएम कंपनी उपयोग कर रही है। यहां डंपिग साइट बनाई हुई है। इस जमीन का लेवल काफी नीचे होने के कारण बारिश के समय जलभराव हो जाता है। इससे आसपास के लोगों को काफी परेशानी होती है। इस समस्या की शिकायत निगम कमिश्नर से की तो उन्होंने कालोनी का दौरा किया। उन्होंने डंपिग साइट को बंद करने और चहारदीवारी करने के लिए कानूनगो को निर्देश दिए। इससे पहले कि यह काम होता, शुक्रवार को बड़ा हादसा हो गया। रोजाना चलता था इंजन पंप
जलभराव की समस्या को देखते हुए निगम ने एक इंजन पंप लगाया हुआ है। यह पंप बारिश के बाद पानी निकासी के लिए चलाया जाता रहा है, लेकिन शुक्रवार को हुई तेज बारिश के बाद भी पंप नहीं चलाया गया। एक तरफ कर दिया रास्ता बंद
नक्शा नवीस रवि कुमार ने बताया कि यहां पानी जमा होने के साथ कंपनी वाले सफाई के बाद कूड़ा जमा कर देते हैं। इससे बदबू फैलती रहती है। अकसर पास में रहने वाले बच्चे आकर जमा पानी में नहाने लगते हैं। बच्चे डूबने के डर के कारण एक तरफ कई परिवारों ने डंडे लगाकर रास्ता रोक दिया था, लेकिन ये बच्चे दूसरी तरफ से आ गए। पूरी कालोनी में शोक
नितिन और नीरज तालाब में डूबने से पूरी सैनी कालोनी में शोक व्याप्त है। हर कोई पीड़ित परिवारों को सांत्वना देने के लिए पहुंचा। बेटों को खोने वाली मां का विलाप और आंखों के आंसुओं को देख वे भी अपने आंसू नहीं रोक पाए। आज कराया जाएगा पोस्टमार्टम
किला थाना प्रभारी निरीक्षक महीपाल सिंह ने बताया कि दोनों बच्चों के शवों को सिविल अस्पताल स्थित शवगृह में रखवा दिया है। शनिवार को पोस्टमार्टम करा स्वजनों को सौंप दिया जाएंगा। बच्चे कैसे डूबे इसको लेकर भी जांच की जा रही है। नहाने गए या गेंद लेने गए
दोनों मासूम डूबे क्यों, इस सवाल पर अलग-अलग बातें हो रही हैं। कोई कह रहा है कि नहाने गए थे, कोई कह रहा था गेंद उठाने गए थे। हो सकता है कि गेंद लाते समय नहाने भी चले गए हों और हादसे का शिकार हो गए। मेयर का जवाब, सभी जगह निरीक्षण कराएंगे
मेयर अवनीत कौर ने कहा कि अब जहां भी निगम की खाली जगह है, वहां निरीक्षण कराएंगे। जहां चहारदीवारी की जरूरत होगी, वहां दीवार बनवाएंगे। जहां पानी भरा होगा, वहां पंप सेट लगाकर पानी खाली कराएंगे।