बैंक के मैनेजर दूसरों को ठगों से बचाने के लिए जागरूक करते थे, खुद ही शिकार हो गए
पानीपत में रहने वाले स्टेट बैंक आफ इंडिया के रिटायर्ड मैनेजर को ठगा। ठग ने कहा भी कि आप बैंक में रह चुके हो। प्रोसेस समझते हो। ब्रेनवाश कर डेबिट कार्ड की जानकारी ली और ठग लिया। डेबिट कार्ड एक्सपायर होने का झांसा दिया था।
पानीपत, जेएनएन - ठग ने खुद को एसबीआइ (स्टेट बैंक आफ इंडिया) का मैनेजर बताकर एसबीआइ के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर को ही ठग लिया। डेबिट कार्ड एक्सपायर बता दिया। झांसा देकर आनलाइन 47999 रुपये ठग लिए। मैनेजर रहते वह पीड़ित और लोगों को फोन पर किसी को जानकारी न देने के लिए जागरूक करते थे। खुद ठगी का शिकार हो गए। ठग लोगों को डेबिट कार्ड अपडेट कराने का झांसा देकर लोगों को निशाना बना रहे हैं। पुलिस ठग गिरोह को काबू नहीं कर पा रही है।
एसबीआइ के सेवानिवृत्त डिप्टी मैनेजर क्रांति नगर के भीम सिंह ने पुलिस को शिकायत दी कि भूपिंद्र नामक व्यक्ति ने काल कर कहा कि वह एसबीआइ नोएडा हेड क्वार्टर से बोल रहा है। आपका डेबिट कार्ड एक्सपाइर होने वाला है। इसका नंबर बताएं, ताकि दूसरा डेबिट कार्ड दस दिन में मुहैया कराया जा सके।
इस तरह झांसे में लिया
मना किया तो बोला कि वह मैनेजर हैं। आप भी मैनेजर रहे हो। सारे प्रोसेस को समझते हो। आधे घंटे तक बातों में उलझाकर ब्रेन वाश कर दिया। उन्होंने डेबिट कार्ड का पिन नंबर बताया दिया। इसके बाद उनके खाते से 47 हजार 999 रुपये निकाल कर कोलकाता की राज-ई पे कंपनी में ट्रांसफर कर दिए।
पोते ने ज्यादा ठगने से बचाया
खाते से 45-45 हजार रुपये की दो ट्रांजेक्शन करने का प्रयास किया, लेकिन इसी दौरान पोते आदिल ने बता दिया कि खाते से रुपये निकाले गए हैं। तुरंत डेबिट कार्ड को ब्लाक करवाया। खाते में पांच लाख रुपये थे। 4.55 लाख रुपये बच गए। आठ मरला चौकी पुलिस ने मामला दर्ज करके ठग की तलाश शुरू कर दी है।
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