भ्रूण लिंग जांच: दलाल पर 3 जिलों की टीम ने 24 घंटे रखी नजर, Panipat में धर दबोचा
3 जिलों की टीम 24 घंटे से भ्रूण लिंग जांच कराने वाले दलाल पर नजर रख रही थी। 80 हजार रुपये में जांच तय की गई थी। स्वास्थ्य विभाग ने डिकॉय का इस्तेमाल कर दलाल पकड़ा।
पानीपत, जेएनएन। पानीपत, गुरुग्राम और सोनीपत स्वास्थ्य विभाग की आठ सदस्यीय संयुक्त टीम ने ऐसे ठग को दबोचा जो गर्भवती का अल्ट्रासाउंड कराकर कह देता था कि गर्भ में बेटा है। टीम ने उससे 80 हजार रुपये (दो हजार के 40 नोट) बरामद किए हैं। टीम ने डिकॉय (फर्जी ग्राहक) का इस्तेमाल करते हुए ऑपरेशन को अंजाम दिया है। मामला मॉडल टाउन स्थित संकल्प अस्पताल से जुड़ा है।
स्वास्थ्य विभाग, गुरुग्राम की टीम को सूचना मिली थी कि सेक्टर-11 शीतला कॉलोनी वासी कपिल पुत्र राजकुमार शर्मा (मूल निवासी गांव निदाना महम) दलाल है और गर्भवती महिलाओं को पानीपत ले जाकर अल्ट्रासाउंड कराता है। सिविल सर्जन गुरुग्राम डॉ. जसवंत सिंह पूनिया ने टीम गठित कर दी। मनीषा नाम की महिला को डिकॉय बनाया। उसने कपिल से फोन पर संपर्क किया। कपिल ने उससे एक लाख रुपये मांगे। 80 हजार में सौदा तय हुआ। रविवार को कपिल उसे गाड़ी में बैठाकर सोनीपत ले गया। टीम ने वहीं की पीसी पीएनडीटी (गर्भधारण पूर्व और प्रसूति पूर्व निदान तकनीक) टीम को अलर्ट कर दिया। इसके बाद कपिल शाम करीब चार बजे मनीषा को सनौली रोड, पानीपत लेकर पहुंचा। कई अस्पतालों में गया, रविवार होने से अल्ट्रासाउंड नहीं हो सका। कपिल की इस हरकत पर पानीपत, गुरुग्राम और सोनीपत की टीमें नजर रख रहीं थीं। सोमवार को वह मनीषा को लेकर लेकर मॉडल टाउन स्थित संकल्प हॉस्पिटल पहुंचा। वहां एएनसी (प्रसव पूर्व चेकअप) स्लिप बनाई।
अल्ट्रासाउंड के लिए 800 रुपये जमा किए। स्त्री रोग एवं प्रसव विशेषज्ञ डॉ. अनुराधा गोलयान ने चेकअप करने के बाद अल्ट्रासाउंड कर दिया। कपिल ने मनीषा से झूठ बोल दिया कि डॉक्टर ने गर्भ में बेटा बताया है और उससे 80 हजार रुपये ले लिए। बाहर निकलते ही टीम ने उसे पकड़ लिया।
ये रहे टीम में शामिल
डॉ. अनिल गुप्ता, ड्रग कंट्रोलर अमनदीप चौहान, डॉ. शाल्की, डॉ. सुभाष, डॉ. आदर्श शर्मा, डिप्टी सिविल सर्जन पानीपत डॉ. सुनील संडूजा, डॉ. सुखदीप कौर, एएसआइ संजय और हेड कांस्टेबल परमवीर।
आरोपित के भाई पर भी केस दर्ज
तीन जिलों की टीम जीपीएस (ग्लोबल पोजीशनिंग सिस्टम) के जरिये कपिल पर नजर रखे हुए थीं। ठगी के इस धंधे में उसका सगा भाई अमित भी शामिल बताया गया। दोनों भाई किसी मूवर्स एंड पैकर्स कंपनी में सामान लोडिंग-अनलोडिंग का काम करते हैं।
एक अन्य कपिल चंगुल में
आरोपित ने मनीषा को संकल्प अस्पताल ले जाने के लिए परिचित एक अन्य व्यक्ति कपिल निवासी गांव कवि को कॉल कर गाड़ी लेकर सहित बुलवाया। उसी की गाड़ी से दोनों अस्पताल पहुंचे। मौके पर मौजूद गुरुग्राम और मॉडल टाउन थाना पुलिस ने उसे भी पूछताछ के लिए हिरासत में लिया है।
थाना क्षेत्र के लिए उलझी पुलिस
मुकदमा गुरुग्राम में या पानीपत में दर्ज होगा, इस विषय पर दोनों जिलों की पुलिस करीब आधा घंटा बहस में उलझी रही। डॉक्टर्स की टीम ने लीगल पहलू बताते हुए कहा कि घटनाक्रम पानीपत का है, मुकदमा यहीं दर्ज होना चाहिए। इसके बाद मॉडल टाउन थाना पुलिस ने आरोपित कपिल और उसके भाई अमित के खिलाफ मुकदमा दर्ज किया है। आरोपित का भाई अमित फरार बताया गया है।
यह सामान किया गया सील
बरामद हुए 80 हजार रुपये, एएनसी स्लिप, अल्ट्रासाउंड से पहले भरा जाने वाला फॉर्म एफ की प्रतिलिपि, आरोपित का मोबाइल फोन, कपिल की भाई अमित और मनीषा से हुई बातचीत की वॉयस रिकॉर्डिंग, वॉट््एएप पर हुई चैट का स्क्रीन शॉट आदि।
अस्पताल का अल्ट्रासाउंड कक्ष हुआ था सील
संकल्प अस्पताल के अल्ट्रासाउंड कक्ष को जिला उपयुक्त प्राधिकारी (एप्रोपीएट अथॉरिटी) और एडवाइजरी कमेटी के आदेश पर 21 दिसंबर 2018 को सील किया गया था। आरोप था कि जिन महिलाओं का अल्ट्रसाउंड रिकॉर्ड मिला, उसमें हिस्ट्री पर्याप्त नहीं थी। डॉक्टर की रेफर स्लिप नहीं थी। एमटीपी (मेडिकल टर्मिनेशन ऑफ प्रेग्नेंसी) किट का परामर्श किसी भी महिला के लिए नहीं था। कुछ अन्य खामियां भी मिली थी।
एएनसी के बाद लोकल आइडी लेकर मनीषा का अल्ट्रासाउंड किया। फीस के रूप में 800 रुपये लिए। कपिल और मनीषा ने पूछा कि गर्भ में बेटा है या बेटी तो उसे मैंने उसे एक्ट की जानकारी देकर फटकार लगाई। यहां से वह जा चुकी थी, कुछ देर बाद टीम दोनों को लेकर जांच के लिए अस्पताल पहुंची।
डॉ. अनुराधा गोलयान