24 प्रतिशत का प्रॉफिट लेने वाली कंपनी अब 13.5 फीसद में काम करने को तैयार
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर के 72 विकास कार्यों में 24 प्रतिशत तक प्रॉफिट लेने वाली कंपनी अब इस
जागरण संवाददाता, पानीपत : शहर के 72 विकास कार्यों में 24 प्रतिशत तक प्रॉफिट लेने वाली कंपनी अब इससे आधे प्रॉफिट पर भी काम करने को तैयार हो गई है। निगम ने इन कार्यों का 13.5 प्रतिशत प्रॉफिट तय किया है। कंपनियों की रजामंदी मिलते ही रुके कार्य शुरू होने की उम्मीद बढ़ गई है। कंपनियों के रेट कम करने पर निगम के करोड़ों रुपये बचे हैं।
नगर निगम के एसई रमेश कुमार की अगुवाई में एक्सईएन आरडी शर्मा व उमर फारुख की टीम ने मंगलवार को 72 विकास कार्यों के लिए कंपनियों के साथ रेट तय किए। अधिकारियों ने कंपनियों के सामने कम से कम प्रॉफिट में काम करने की बात रखी। कंपनियों ने कई घंटे चले विमर्श के बाद कम रेटों में काम करने पर रजामंदी दिखाई।
15 से 24 प्रतिशत तक प्रॉफिट देने पर उछला था मामला
नगर निगम गत माह बिड कैपेसिटी व बैंकर्स सर्टिफिकेट की दो नई शर्त लगाकर 72 कार्यों के टेंडर जारी किए थे। इन कंपनियों को 15 से 24 प्रतिशत तक का प्रॉफिट गया था। शहर की विधायक रोहिता रेवड़ी ने पानीपत में अधिकारियों की मी¨टग लेने पहुंची शहरी स्थानीय निकाय मंत्री कविता जैन के आगे मामला उठाया। कविता जैन ने इसको गलत बताया। चीफ इंजीनियर ने वर्क ऑर्डरों पर रोक लगा दी थी। शहरी स्थानीय निकाय विभाग के निदेशक ने गत सप्ताह इनको हरी झंडी दी थी।
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पार्षद अब भी दो राय
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वार्ड-3 पार्षद हरीश शर्मा ने बताया कि निगम अधिकारी विवादित टेंडरों को उलझा रहे हैं। इनको कैंसल कर फिर से लगाना चाहिए था। कोट्स फोटो : 45
वार्ड-5 पार्षद जयकुवार ¨बदल ने बताया कि 72 कार्यों में से उनके वार्ड के कई कार्य हैं। वह अधिकारियों से वर्क ऑर्डर कराने की मांग कई बार कर चुके हैं। इनके वर्क ऑर्डर जल्द करने चाहिए।
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वर्जन
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बीते माह टेंडर किए 72 कार्यों के रेट कंपनियों से तय कर दिए हैं। इनके जल्द ही वर्क ऑर्डर जारी कर दिए जाएंगे।
शिव प्रसाद शर्मा, निगम कमिश्नर।