करनाल के फूसगढ़ में तनाव, देर रात तक चली पंचायत, पलायन के ऐलान से फूले प्रशासन से हाथ-पैर
पुलिस ने तीन आरोपितों को हिरासत में लिया है। अन्य को काबू करने के लिए पांच टीमें करती रहीं छापेमारी। पंचायत में सैकड़ों लोगों ने मांग की कि सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाएं। बस्ती में नुकसान के मुआवजे की भी मांग उठाई।
पानीपत/करनाल, जेएनएन। गांव फूसगढ़ में दो पक्षों के बीच विवाद के मामले में शुक्रवार को दिन भर एक पक्ष के लोगों की पंचायत चली। इसमें पलायन का ऐलान करने पर मामला फिर गर्मा गया। इस बीच एसपी गंगाराम पूनिया, एसडीएम आयुष सिन्हा व अन्य अधिकारी मौके पर पहुंचे। एसपी द्वारा दिए गए भरोसे के बाद लोगों का गुस्सा कुछ शांत हुआ, लेकिन पंचायत देर रात तक जारी रही।
शुक्रवार की पंचायत में सैकड़ों लोगों ने मांग की कि सभी आरोपितों को गिरफ्तार किया जाए। बस्ती में नुकसान के मुआवजे, हथियार के लाइसेंस देने, अवैध शराब का कारोबार बंद करने और ऐसे मामले रोकने के लिए पुख्ता कदम की मांग भी की गई। वहीं बसपा प्रदेश सचिव राम कुमार ने कहा कि शाम तक सभी आरोपितों को गिरफ्तार नहीं किया तो वो आंबेडकर प्रतिमा के समक्ष आत्मदाह कर लेंगे। उन्होंने कहा कि हमलावरों ने जमकर उत्पात मचाया। उनका सब छिन गया। पुलिस ने जो केस दर्ज किया है, उसमें कई धाराओं को नहीं जोड़ा। एसपी ने बताया कि तीन लोग हिरासत में लिए गए हैं। बाकी जल्द काबू होंगे। पीड़ित पक्ष की ओर से 20 से अधिक नाम दिए गए हैं। एफआईआर में कई धाराएं जोड़ी गई। तब पीड़ित पक्ष शांत हुआ।
भारी पुलिस बल तैनात
संवेदनशील हालात के चलते सेक्टर 32-33 थाना एसएचओ कंवर सिंह के नेतृत्व में बस्ती में भारी पुलिस बल तैनात किया गया। एसपी ने भरोसा दिया कि स्थिति सामान्य होने तक कड़ी सुरक्षा रहेगी। मामले की हर पहलू से जांच जारी है। सख्त कार्रवाई की जाएगी। एसपी ने बस्ती में जायजा भी लिया।
आंबेडकर चौक पर भी कड़ी सुरक्षा
बसपा नेता द्वारा आत्मदाह की चेतावनी व एसपी द्वारा भरोसा दिए जाने के बाद हालांकि समाज के लोग कुछ शांत दिखाई दिए, लेकिन पुलिस प्रशासन एहतियातन अलर्ट रहा। आंबेडकर चौक पर देर रात तक सिटी एसएचओ संदीप कुमार, सदर थाना एसएचओ बलजीत ङ्क्षसह के साथ भारी पुलिस बल तैनात रहा।
18 सदस्यीय कमेटी से एसपी-डीसी ने की वार्ता
मौके पर पहुंचे डीसी निशांत यादव व एसपी गंगाराम पूनिया ने 18 सदस्यीय कमेटी के साथ बंद हॉल में बैठकर घटना को लेकरबातचीत की। डीसी ने मांगें पूरी करने का आश्र्वासन दिया। उन्होंने कहा कि बस्ती में नुकसान का आकलन समाज कल्याण अधिकारी करेंगे। मुआवजा दिलवाया जाएगा। डीसी ने बस्ती के लोगों की बंदूक के लाइसेंस की मांग पर भरोसा देते हुए कहा कि पूरा प्रशासन पीडि़तों के साथ खड़ा है।
प्रशासन ने दिया भरोसा : रणधीर
समाज के प्रधान रणधीर सिंह ने बताया कि पुलिस ने सुरक्षा का आश्वासन दिया है। रात-दिन 25-25 पुलिस कर्मचारी की ड़्यूटी रहेगी। आरोपितों की गिरफ्तारी का आश्वासन मिला। नुकसान की भी भरपाई होगी।
कमेटी में ये शामिल
पंचायत में रामकुमार वाल्मीकि, मेनपाल, रणधीर सिंह प्रधान, जागीर, शमशेर सिंह,सोनू, जगबीर सिंह, मदन लाल, रोहताश, धर्मबीर, सुरेश कुमार, राजू, राममेहर उर्फ पोला, सुरजभान प्रजापत, बलराम प्रजापत, श्याम लाल कश्यप, नीरज पाल, बीर सिंह आदि शामिल रहे। पंचायत में अखिल वाल्मीकि महापंचायत के राष्ट्रीय अध्यक्ष शिव कुमार सिसला, रघुमल भट्ट, जोगिंद्र वाल्मीकि, राजेश वेद, एडवोकेट सोनिया तंवर सहित अन्य लोग मौजूद रहे।
एसआइटी सहित पांच टीमें सक्रिय
एसपी ने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए पुलिस की पांच टीम गठित कर दी हैं। इनमें तीन सीआईए की टीम हैं, जबकि एक एसआइटी गठित की गई है। एक टीम सेक्टर-32 थाना की है। टीमों द्वारा दिनभर धरपकड़ जारी रही। सेक्टर 32-33 थाने के एसएचओ कंवर ङ्क्षसह ने बताया कि तीन युवकों को हिरासत में लिया गया है। पूछताछ की जा रही है।