Move to Jagran APP

Haryana weather update: कल होली, जानिये कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम

हरियाणा में गर्मी से राहत का दौर खत्म हो गया है। गर्मी जोर पकड़ने लगी है। होली के त्योहार पर अधिकतम और न्‍यूनतम तापतान में बढ़ोतरी होने के आसार हैं। पश्चिमी विक्षोभ का असर अब खत्‍म होने लगा है।

By Umesh KdhyaniEdited By: Published: Sun, 28 Mar 2021 12:57 PM (IST)Updated: Sun, 28 Mar 2021 12:57 PM (IST)
Haryana weather update: कल होली, जानिये कैसा रहेगा हरियाणा का मौसम
पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम होने से रात के समय अब भी गर्मी का एहसास होगा।

पानीपत, जेएनएन। पश्चिमी विक्षोभ के असर से मिल रही राहत का दौर अब खत्म हो गया है। गर्मी फिर जोर पकड़ने लगी है। सोमवार को होली पर तापमान 38 डिग्री सेल्सियस तक पहुंच सकता है। होली दहन पर रविवार को मौसम साफ रहने के साथ- साथ अधिकतम व न्यूनतम तापमान में वृद्धि होने की भी संभावना है।

loksabha election banner

मौसम विभाग के अनुसार रविवार को अधिकतम तापमान सामान्य से तीन डिग्री अधिक 35 डिग्री सेल्सियस व न्यूनतम तापमान 18 डिग्री सेल्सियस रहा। हवा में नमी का स्तर 40 से 86 फीसद रहा।

पहाड़ों पर बर्फबारी का मैदान में दिख रहा असर

पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता की वजह से पहाड़ों पर बर्फबारी का दौर बना हुआ है। इसका असर मैदानी इलाकों में न्यूनतम तापमान में गिरावट के रूप में देखने को मिल रहा है। यही वजह है कि न्यूनतम तापमान में गिरावट की वजह से सुबह के समय हल्की ठंड का एहसास हो रहा है। हालांकि यह स्थिति ज्यादा दिन तक नहीं रहेगी। पश्चिमी विक्षोभ की सक्रियता कम होने से रात के समय अब भी गर्मी का एहसास होगा।

मध्यम श्रेणी में रही हवा

केंद्रीय प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (सीपीसीबी) के अनुसार, पानीपत का एयर क्वालिटी इंडेक्टस (एक्यूआइ) 151 रहा। पिछले 24 घंटे में हवा में पीएम 10 का स्तर 162 व पीएम 2.5 का स्तर 81 माइक्रोग्राम प्रतिघन मीटर दर्ज किया गया।

गर्मी से सब्जी की आवक प्रभावित

गर्मी के बढ़ने के साथ ही सब्जी की आवक प्रभावित हो रही है। भाव में भी वृद्धि दर्ज की गई है। भिंडी का भाव 80 से 100 रुपये किलो, शिमला मिरच 50-60 रुपये, खीरा 30 से 40 रुपये, टिंडा 50 रुपये किलोग्राम चल रहा है।

गेहूं की फसल के लिए मौसम अच्छा

हालांकि गेहूं की फसल के लिए यह मुफीद है। क्योंकि इस समय अगेती गेहूं की फसल पककर तैयार हो चुकी है। जबकि पिछेती फसल अभी हरी है। उसे पकने के लिए अच्छी धूप व हवा की जरूरत है। इस समय मौसम की जो स्थिति बनी हुई है वह गेहूं की फसल के पकने के लिए बिल्कुल सटीक है। मौसम बदलाव के बाद अब जैसे तापमान बढ़न लगा है उससे गर्मी का अहसास देखने को मिल रहा है।

पानीपत की ताजा खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें


Jagran.com अब whatsapp चैनल पर भी उपलब्ध है। आज ही फॉलो करें और पाएं महत्वपूर्ण खबरेंWhatsApp चैनल से जुड़ें
This website uses cookies or similar technologies to enhance your browsing experience and provide personalized recommendations. By continuing to use our website, you agree to our Privacy Policy and Cookie Policy.