कुरुक्षेत्र में एक हजार कोरोना सैंपल लेने का रखा था टारगेट, पहले दिन ही नहीं हुआ पूरा
1000 सैंपल के टारगेट में 703 ही ले पाए इनमें से भी 549 सैंपल आरटीपीसीआर के हैं। 154 रैपिड एंटीजन किट से जांच की हैं। टेस्ट बढ़े तो कोरोना मरीजों की संख्या में बढ़ोतरी होनी तय है
कुरुक्षेत्र, जेएनएन। अब जिले के स्वास्थ्य विभाग ने रोजाना एक हजार काेरोना के सैंपल लेने का टारगेट रखा है। मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने सोमवार को उपायुक्तों की बैठक लेकर ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, ट्रीटमैंट और टेस्टिंग पर फोकस करने के लिए कहा था, जिसके बाद स्वास्थ्य विभाग ने खुद के लिए एक हजार सैंपल लेने का टारगेट रखा था। इसके लिए बाकायदा कस्बे के स्वास्थ्य केंद्रों को टारगेट भी दिए गए थे। मगर पहले दिन भी विभाग इस टारगेट का 70 प्रतिशत टारगेट ही पूरा कर पाया। यानी पूरे दिन में महज 703 सैंपल ही लिए गए। इनमें से 549 सैंपल आरटीपीसीआर थे, जबकि 154 रैपिड एंटीजन किट से टेस्ट किए गए।
दोगुना हो सकते हैं कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा
कोरोना के टेस्ट बढ़ने से कोरोना पॉजिटिव मरीजों का आंकड़ा बढ़ना भी लाजिमी है। जिले में अब तक सामान्य दिनों में जहां रोजाना 300 से 400 सैंपल और रविवार व सरकारी छुट्टी के दौरान 150 से 200 सैंपल हो रहे थे। सामान्य दिनों में इन सैंपलों में से 40 से 50 केस कोरोना पॉजिटिव के निकलने शुरू हो गए हैं, जबकि रविवार या छुट्टी के अगले दिन पाॅजिटिव मरीजों की संख्या कम होती है। ऐसे में ज्यादा से ज्यादा कोरोना पॉजिटिव मरीजों को ट्रेस करने के लिए यह जरूरी था कि सैंपलिंग बढ़ाए जाए। अब अगर टारगेट के अनुरूप काम हुआ तो कोरोना के मरीजों की तादाद में भी बढ़ोत्तरी होगी।
ये दिया गया था टारगेट
सीएचसी लाडवा को 200, शाहाबाद को 200, पिहोवा को 200, झांसा को 100, मथाना 50, बाबैन को 50 और एलएनजेपी अस्पताल को 350 से 400 सैंपल लेने का टारगेट लिया गया था। जबकि विभाग पहले दिन 549 ही कोरोना के सैंपल ले पाया। इनमें से 154 रैपिड एंटीजन टेस्ट किए गए हैं।
संस्थान : टारगेट आरटीपीसीआर टेस्ट रैपिड एंटीजन टेस्ट
एलएनजेपी अस्पताल : 350-400 175 35
मोबाइल टीम सैंपल : 23
सीएचसी लाडवा : 200 62 11
सीएचसी शाहाबाद : 200 68 12
सीएचसी पिहोवा : 200 142 53
सीएचसी झांसा : 100 21 17
सीएचसी मथाना : 50 14 01
सीएचसी बाबैन : 50 32 15
शाहाबाद मीरी-पीरी कॉलेज : 06 00
आदेश मेडिकल कॉलेज : 08 10
संजीवनी लैब : 00 00
यह बोला था मुख्य सचिव ने
हरियाणा सरकार मुख्य सचिव केशनी आनंद अरोड़ा ने मंगलवार को उपायुक्तों की बैठक में निर्देश दिए थे कि निकट भविष्य में कोरोना वायरस के कारण उत्पन्न होने वाली किसी भी स्थिति से निपटने के लिए चार टी यानी ट्रेसिंग, ट्रैकिंग, टेस्टिंग और ट्रीटमेंट पर ध्यान दिया जाना जरूरी है। उन्होंने अधिकारियों को कोविड-19 के प्रबंधन के लिए टेस्टिंग सुविधा बढ़ाने, कॉन्टेक्ट ट्रेसिंग, क्लीनिकल मैनेजमेंट पर अधिक ध्यान केंद्रित करने, कंटेनमेंट जोन की कड़ी निगरानी पर जोर देने के साथ-साथ जन-जागरूकता गतिविधियों को बढ़ाने के निर्देश दिए थे। साथ ही अपने गृह राज्यों से काम पर लौट रहे श्रमिकों की टेस्टिंग करने के भी निर्देश दिए थे।