Health News: बढ़ती ठंड में दिल को रखें संभालकर, हार्ट सेंटर में बढ़ने लगे मरीज
ठंड में बढ़ती उम्र के लोगों को विशेष सावधानी बरतने की जरूरत है। उम्रदराज लोगों को हार्ट अटैक का खतरा ज्यादा रहता है। ठंड में उम्र के लिहाज से विशेष सावधानी बरतने की आवश्यकता। अस्पताल में मरीजों को डाक्टर दे रहे ठंड से बचने के दे रहे टिप्स।
अंबाला, जागरण संवाददाता। ठंड का मौसम दिल की बीमारी से जूझ रहे मरीजों के लिए सबब बन सकता है। ठंडक में खास तौर पर बुजुर्गो के सीने में अचानक तेज दर्द शुरू होता है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि दिल तक खून की आपूर्ति नहीं हो पाती है। आमतौर पर धमनियों के रास्ते में किसी तरह की रुकावट आने की वजह से खून दिल तक नहीं पहुंच पाता, इसीलिए सीने में तेज दर्द होता है। कभी कभी दिल के दौरा पड़ने पर दर्द नहीं होता है। इसे चिकित्सक साइलेंट हार्ट अटैक की संज्ञा देते है। अस्पताल में रोजाना दिल की बीमारी से जूझ रहे मरीजों की संख्या में बढ़ोत्तरी हो रही है। छावनी के हार्ट सेंटर में आने वाले मरीजों को चिकित्सक ठंड से बचने और आयल में बने खाद्य पदार्थ से दूरी बनाए रखने की सलाह दे रहे हैं।
ये भी जानें
अक्टूबर में 130 मरीज
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दिसंबर में अब तक 090 मरीज
दौरा पड़ने का अधिक है खतरा
डा. शुभ ज्योति प्रकाश ने बताया कि कोरोना पीड़ित मरीजों में दिल का दौरा पड़ने का अधिक खतरा होता है। कोरोना संक्रमित मरीज की रक्तवाहिनियों में खून के थक्के भी बन जाते हैं। जिसकी वजह से दिल का दौरा पड़ने खतरा भी बढ़ जाता है। वहीं, बढ़ती उम्र के साथ लोगों में इसका खतरा ज्यादा रहता है। खान पान की वजह से भी हार्ट अटैक के खतरे की संभावना बनी रहती है। इस वजह से खान पान पर विशेष तौर पर ध्यान देना चाहिए।
ह्रदय की बीमारियों के बढ़ने का कारण
- जीवन में तनाव
- खाने की गलत आदत
- कम्प्यूटर/ इलेक्ट्रॉनिक उपकरणों पर देर तक काम करना
- स्मोकिंग, तंबाकू, शराब की लत
- पर्यावरण का प्रदूषण
ये लक्षण
भूख कम होना
सूजन होना
पीठ के ऊपरी हिस्से में दर्द
सांस का फूलना
पसीना ज्यादा आना
जबड़े गर्दन और पीट में दर्द
एक या दोनों हाथ और कंधों में दर्द