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व्यास पूजा संपूर्ण भारतीय परंपरा का उल्लास : स्वामी ज्ञानानंद

भारत संतों और ऋषि-मुनियों की धरा है। उनमें महर्षि व्यास का अपना स्थान है। महर्षि व्यास के जन्मदिन पर ही व्यास पूजा होती है। उन्होंने वेदों सहित 1

By JagranEdited By: Published: Tue, 16 Jul 2019 09:41 AM (IST)Updated: Wed, 17 Jul 2019 06:36 AM (IST)
व्यास पूजा संपूर्ण भारतीय परंपरा का उल्लास : स्वामी ज्ञानानंद
व्यास पूजा संपूर्ण भारतीय परंपरा का उल्लास : स्वामी ज्ञानानंद

जागरण संवाददाता, पानीपत : व्यास पूजा संपूर्ण भारतीय परंपरा का उल्लास है। त्योहार हमें हमारी संस्कृति और विरासत से जोड़ते हैं। इसीलिए ऋषियों ने त्योहार मनाने की परंपरा शुरू की। वनवास काटने बाद राम अयोध्या में आए। उस समय के उल्लास का आज हमें दीवाली मनाने पर अहसास होता है। रावण के बारे में दशहरा पर्व मनाने पर पता लगता है, रामनवमी सहित अन्य सभी त्योहारों का महत्व है। यह बातें गीता मनीषी स्वामी ज्ञानानंद ने कही।

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वह सोमवार को जावा पैलेस सनौली रोड पर श्री कृष्ण कृपा सेवा समिति की तरफ से आयोजित व्यास पूजा पूर्णिमा महोत्सव में प्रवचन कर रहे थे।

उन्होंने कहा कि भारत संतों और ऋषि-मुनियों की धरा है। उनमें महर्षि व्यास का अपना स्थान है। महर्षि व्यास के जन्मदिन पर ही व्यास पूजा होती है। उन्होंने वेदों सहित 18 पुराणों की रचना की। उनके कारण ही भगवान कृष्ण से गीता का उपदेश हमें मिला है। आज वेदों, भागवत गीता, पुराणों का जो ज्ञान मिलता है वह महर्षि व्यास की देन है। व्यास पीठ से जो कुछ कहा जाता है, वह उनकी वाणी होती है। आज के दिन जो गुरुपूजा की जाती है वह केवल किसी की व्यक्ति की नहीं, व्यास पीठ की पूजा है।

स्वामी ने कहा कि परमात्मा को जीव भूल जाता है, उसे याद करवाने का दायित्व गुरु को वहन करता है। महाभारत में संजय ने स्पष्ट किया है कि उनको दिव्य दृष्टि महर्षि व्यास से मिली।

उन्होंने ऊं नमो भगवते वासुदेवाय मंत्र का जाप भी करवाया। कार्यक्रम में भजन गायक भजनों की प्रस्तुति दी। सैकड़ों लोगों ने भंडारे का प्रसाद चखा।

स्वामी ज्ञानानंद ने दी पांच शिक्षाएं

1. हम कितने बड़े बन जाएं, हमें भगवान का भजन और सिमरन नियमित करना चाहिए

2. त्याग से विश्वास आता है। आज नेता जनता के बीच, शिक्षक छात्र के बीच, चिकित्सक रोगी के बीच विश्वास की कमी त्याग न होने के कारण है।

3. राष्ट्र का गौरव अध्यात्म का गौरव है।

4. गाय और गीता की सेवा करनी चाहिए, जल संरक्षण भी करें।

5. हमें हरदम अपना निरीक्षण करना चाहिए, कहीं हम भौतिक चकाचौंध में परमात्मा को तो नहीं भूल रहे। सांसद विधायक ने लिया आशीर्वाद

व्यास पूजा के दौरान सांसद संजय भाटिया, शहरी विधायक रोहिता रेवड़ी, सुरेंद्र रेवड़ी व जिला भाजपा अध्यक्ष प्रमोद विज ने स्वामी ज्ञानानंद से आशीर्वाद लिया। इस अवसर पर पार्षद रविद्र भाटिया, लोकेश नांगरू, नीतिसेन भाटिया, सुरेश अरोड़ा, विभू पालीवाल व पूर्व मेयर सरदार भूपेंद्र सिंह सहित सैकड़ों श्रद्धालु मौजूद रहे।


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