सुप्रीम स्कूल संचालक के हत्यारोपित पुलिस मुठभेड़ में गिरफ्तार
रोहतक रोड बाईपास पर ढ़ाई माह पहले सुप्रीम स्कूल संचालक भूपेंद्र उर्फ बबल की गोली मारकर हत्या करने के इनामी आरोपित विनय को पुलिस ने मुठभेड़ में काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपित ने खुलासा किया कि सुप्रीम स्कूल संचालक बबल की हत्या करने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नारनौल की एक फाइनेंस कंपनी से 8 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस ने आरोपित को अदालत में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपित से दूसरी वारदातों के बारे में पूछताछ करेगी। पकड़े गए आरोपित पर 6 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
जागरण न्यूज नेटवर्क, पानीपत : रोहतक रोड बाईपास पर ढ़ाई माह पहले सुप्रीम स्कूल संचालक भूपेंद्र उर्फ बबल की गोली मारकर हत्या करने के इनामी आरोपित विनय को पुलिस ने मुठभेड़ में काबू कर लिया। पकड़े गए आरोपित ने खुलासा किया कि सुप्रीम स्कूल संचालक बबल की हत्या करने के बाद उसने अपने साथियों के साथ मिलकर नारनौल की एक फाइनेंस कंपनी से 8 लाख रुपये लूटे थे। पुलिस ने आरोपित को अदालत में पेश करके तीन दिन के रिमांड पर लिया है। रिमांड के दौरान पुलिस आरोपित से दूसरी वारदातों के बारे में पूछताछ करेगी। पकड़े गए आरोपित पर 6 अपराधिक मामले दर्ज हैं।
डीएसपी रामभज व डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि मंगलवार रात को सूचना मिली कि सुप्रीम स्कूल संचालक भूपेंद्र उर्फ बबल की गोली मारकर हत्या करने का आरोपित 50 हजार इनामी गांव राजपुरा भैण निवासी विनय हांसी ब्रांच नहर पुल के आसपास घूम रहा है। सूचना के आधार पर डिटेक्टिव स्टाफ की टीम मौके पर पहुंची और गाड़ी की लाइट को देखकर आरोपित शहर की तरफ भागने लगा। पुलिस टीम ने उसका पीछा किया तो आरोपित ने पिस्तौल से पीछा कर रहे कर्मचारियों पर गोली दाग दी, लेकिन गोली पुलिस कर्मचारियों के पास होते हुए निकल गई। गोली चलाने के बावजूद भी पुलिस ने आरोपितों का पीछा जारी रखा और उसे काबू कर लिया। पुलिस पार्टी पर फाय¨रग करने के आरोप में हत्या के प्रयास का मामला दर्ज किया है। आरोपित के पास से एक पिस्तौल व एक ¨जदा कारतूस सहित काबू कर लिया।
हत्या के 21 दिन बाद नारनौल में की लूटपाट
डिटेक्टिव स्टाफ इंचार्ज सुरेंद्र ¨सह ने बताया कि स्कूल संचालक बबल की हत्या करने के बाद आरोपित विनय फरार हो गया था। इसके बाद पुलिस ने विनय का सुराग देने पर 50 हजार रुपये का इनाम घोषित किया हुआ था। बबल की हत्या करने के 21 दिन बाद 24 जुलाई को विनय ने अपने दूसरे साथियों के साथ मिलकर नारनौल की एक फाइनेंस कंपनी में लूटपाट की वारदात को अंजाम दिया। इस लूटपाट की वारदात के बाद विनय को 1 लाख 40 हजार रुपये हिस्से में आए थे और अभी तक उसी राशि से अपना खर्च चला रहा था। मंगलवार रात को भी वह किसी वारदात को अंजाम देने की फिराक में था।
अदालत में चालान पेश होने के बाद आरोपित करता सरेंडर
पुलिस पूछताछ में आरोपित विनय ने बताया कि स्कूल संचालक बबल की हत्या के मामले में अदालत में पेश होने वाले चालान का इंतजार कर रहा था। चालान पेश होने के बाद उसको पता चल जाता कि इस मामले में मुख्य गवाह कौन है और अदालत में उनके खिलाफ कोई गवाही न हो उसको पहले ही डरा धमका देते, लेकिन इससे पहले ही पुलिस ने उसे गिरफ्तार कर लिया।
आई-20 गाड़ी नहीं देने के चलते की थी स्कूल संचालक की हत्या
पूछताछ में आरोपित विनय ने बताया कि सुप्रीम स्कूल संचालक बबल की उसके स्कूल में पार्टनर रहे दूसरे लोगों से खींचतान चल रही थी। इस खींचतान में आशरी गेट निवासी सुनील कपूर हस्तक्षेप कर रहा था और सोशल मीडिया पर उसके खिलाफ मुहिम चलाए हुए था। इसके चलते उसने सुनील कपूर को सबक सिखाने के लिए गांव राजपुरा भैण निवासी विनय व उसके साथी गांव अनूपगढ़ निवासी बिटू को हायर किया था और सुनील कपूर पर हमला करने की एवज में आई-20 गाड़ी देने का वायदा किया था। उन्होंने वायदे के अनुसार सुनील कपूर पर 27 मार्च को घर में घुसकर हमला किया, लेकिन उसमें वह बच गया। इसके बाद 6 अप्रैल को सुनील कपूर पर उस समय हमला किया जब वह दुकान पर बैठा हुआ था। हमला करने के बाद जब बबल से वायदे के अनुसार गाड़ी मांगी तो उसने देने से इंकार कर दिया। इसके चलते उन्होंने बबल की गोली मारकर हत्या कर दी।