Honeytrap: Haryana Police की किरकिरी कराने वाली महिला एसआइ ने किया सरेंडर
हनीट्रैप के जरिए व्यापारियों को फंसाने वाली महिला की गिरफ्तारी के बाद फरार महिला एसआइ ने सरेंडर कर दिया है। एसआइ योगेश कुमारी ने देर रात सरेंडर किया।
पानीपत, जेएनएन। हनीट्रैप के खेल की खिलाड़ी महिला एसआइ ने सरेंडर कर दिया। हरियाणा पुलिस की किरकिरी कराने वाली महिला एसआइ योगेश कुमारी ने देर रात सरेंडर किया। वहीं, पुलिस अभी इस मामले में कुछ नहीं बोल रही है। एसआइ को कोर्ट में पेश करके एक दिन की रिमांड पर ले लिया गया है।
बता दें कि, थाना चांदनी बाग क्षेत्र की एक कॉलोनी की महिला ने एसआइ योगेश कुमारी के साथ सांठगांठ करके स्क्रैप व्यापारी सहित तीन लोगों को हनी ट्रैप में फंसाया था।
हनीट्रैप में व्यापारियों व अमीर लोगों को फंसाकर उन्हें ब्लैकमेल करने के मामले की आरोपित महिला की गिरफ्तारी के बाद धंधे में उसका साथ देने की आरोपित एसआइ योगेश कुमारी ने भी सरेंडर कर दिया है। महकमे की किरकिरी होने के बाद महिला एसआइ ने सरेंडर किया। फजीहत से बचने के लिए एसआइटी (स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम) ने सेक्टर 11 के न्यू हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के निवास पर भी दबिश दी थी। हवलदार पति भी नहीं मिले।
जता दी गई थी आशंका
दैनिक जागरण की प्रकाशित खबर में आशंका जता दी थी गई थी कि योगेश कुमारी रविवार देर रात या फिर सोमवार सुबह पुलिस के शिकंजे में फंस सकती है।
महिला थाने में किया सरेंडर
हनी ट्रैप मामले में फरार चल रही सब इंस्पेक्टर योगेश कुमारी ने पांचवें दिन खुद ही महिला थाने पहुंचकर स्पेशल इनवेस्टिगेशन टीम (एसआइटी) के सामने सरेंडर कर दिया। पुलिस ने उसे अदालत में पेश कर एक दिन के लिए रिमांड पर लिया है। उससे वसूली की राशि बरामद करनी है। स्क्रैप व्यापारी सहित तीन लोगों पर सामूहिक दुष्कर्म का केस दर्ज कराने वाली महिला को पुलिस पांच मार्च को ही गिरफ्तार कर चुकी थी।
ये था पूरा मामला
स्क्रैप व्यापारी, उनके ड्राइवर और दोस्त को फंसाने के लिए महिला व एसआइ योगेश कुमारी ने साजिश रची। साजिश के तहत तीनों को महिला के घर बुलाया गया। तीनों ने शराब पी और चले गए। एसआइ योगेश कुमारी पहुंची और कॉल करके तीनों को बुलाया। महिला ने आरोप लगा दिया कि तीनों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। डरा धमकाकर 50 लाख रुपये की मांग की। उसी दौरान एसआइ को 25 हजार रुपये दे दिए। बाकी रकम बाद में देने की बात कही। महिला को रुपये नहीं मिले तो उसने 27 फरवरी को एसपी मनीषा चौधरी को ऑडियो व वीडियो और शिकायत देकर आरोप लगाया कि योगेश कुमारी ने तीनों लोगों से 12 लाख रुपये ले लिए। एसपी ने डीएसपी पूजा डाबला की अगुवाई में एसआइटी गठित कर दी। 4 मार्च को एसआइटी ने सामूहिक दुष्कर्म की धारा हटाकर षडयंत्र व भ्रष्टाचार अधिनियम की धारा जोड़ दी।
सोनीपत के ठिकाने पर हुई थी छापेमारी
एसआइ योगेश कुमारी को एसआइटी सोनीपत सहित कई ठिकानों पर तलाश रही थी। योगेश रविवार रात को ही नाटकीय अंदाज में महिला थाने पहुंची गई। एसआइटी इंचार्ज डीएसपी पूजा डाबला और महिला थाना प्रभारी पावना देवी ने सोमवार को आरोपित योगेश कुमारी को सिविल जज सीनियर डिवीजन मनोज कुमार राणा की अदालत में पेश किया। रिमांड के लिए दलील दी गई कि योगेश कुमारी ने वसूली के 25 हजार रुपये अपने छतहेरा गांव के घर में छिपा रखे हैं। अब उसे 11 मार्च को फिर से अदालत में पेश किया जाएगा।
पुराने केसों की कराई जाएगी जांच
डीएसपी मनीषा चौधरी ने बताया कि महिला ने पहले भी दुष्कर्म के मामले दर्ज करा रखे हैं। इन मामलों की जांच कराई जाएगी। अगर दोषी होगी दो कार्रवाई होगी। एसआइटी इंचार्ज पूजा डाबला की रिपोर्ट में अगर एसआइ योगेश कुमारी दोषी पाई तो ससस्पेंड कर विभागीय जांच कराई जाएगी। योगेश कुमार के खिलाफ भ्रष्टाचार की पहली शिकायत मिली है। उसने पहले जिन दुष्कर्म के मामलों की जांच की है और शिकायत मिलती है इसकी भी जांच कराई जाएगी।
महिला के मकान की भी हो सकती है जांच
महिला के कारनामे सामने आने के बाद यह भी पता लगाया जा रहा है कि वह जिस मकान में रहती है, उसका है या नहीं। या फिर किसी ने मकान उसे दे रखा है। फिलहाल पुलिस की एसआइटी कुछ नहीं बता रही है। पुलिस की ठीक से जांच हुई तो कई राज और सामने आएंगे। योगेश कुमारी से सही से पूछताछ हुई तो महिला ने और कितने लोगों का शिकार किया है, इसका भी पता चल सकता है।
सीसीटीवी को खंगालने में जुटी एसआइटी
महिला के घर से सीसीटीवी कैमरे की फुटेज की एसआइटी जांच कर रही है। इस फुटेज से भी टीम को मामले से जुड़े कई अहम सुबूत मिलने की उम्मीद है। इसके अलावा योगेश कुमारी महिला के घर में कब से आने-जाने का भी पता चल पाएगा। आशंका ये भी है महिला के घर रसूखदार लोगों की आवाजाही थी।