हरियाणा में छात्र करेंगे आभूषणों की शुद्धता की जांच, बनाए जाएंगे भारतीय मानक ब्यूरो स्टैंडर्ड के क्लब
हरियाणा में माडल संस्कृति स्कूलों के छात्र आभूषण की शुद्धता की जांच करेंगे। माडल संस्कृति स्कूलों में बनाए जाएंगे भारतीय मानक ब्यूरो स्टैंडर्ड के क्लब। कुरुक्षेत्र में पांच राजकीय माडल संस्कृति स्कूलों को तैयार किया जाएगा। पढ़ें क्या है पूरा मामला।
कुरुक्षेत्र, जागरण संवाददाता। कुरुक्षेत्र के पांच राजकीय माडल संस्कृति विद्यालयों में नौवीं से 12वीं कक्षा तक के विद्यार्थी पढ़ाई के साथ साेने की शुद्धता की पहचान करना सीखेंगे। इसके साथ ही उन्हें हाल मार्किंग के बारे में जानकारी दी जाएगी। इसके लिए स्कूलों में भारतीय मानक ब्यूरो स्टैंडर्ड के क्लब बनाए जाएंगे।
समग्र शिक्षा से जिला परियोजना समन्वयक विनोद कौशिक ने बताया कि विद्यार्थियों सोने की शुद्धता की पहचान करवाने के लिए जल्द ही जिले के माडल स्कूलों में क्लब स्थापित किए जाएंगे। इसे लेकर प्रक्रिया चल रही है। क्लब में विद्यार्थियों को कीमती धातुओं की गुणवत्ता और उनकी पहचान करना सिखाया जाएगा। इसके लिए जागरूकता कार्यक्रम कराए जाएंगे। प्रोजेक्ट के तहत विद्यार्थियों को हॉल मार्किंग के बारे बताया जाएगा।
गतिविधियों के लिए बजट किया जाएगा जारी
इस कार्यक्रम के अंतर्गत मानक लेखन प्रतियोगिता व मानक और गुणवत्ता के मुद्दों पर प्रश्नोत्तरी, निबंध लेखन, वाद विवाद प्रतियोगिताएं कराई जाएंगी। ये गतिविधियां कराने के लिए भारतीय मानक ब्यूरो की ओर से हर स्कूल में बजट जारी किया जाएगा। इसके लिए स्टैंडर्ड क्लब के मेंटर का खाता खोला जाएगा। मेंटर के खाते में पैसे आएंगे। प्रतियोगिता के विजेता विद्यार्थियों को सम्मानित किया जाएगा। मेंटर को अपने संस्थान में कराई गतिविधियों की विस्तृत रिपोर्ट पेश करनी होगी। इसमें कंज्यूमर एंगेजमेंट पोर्टल गतिविधि के पूरा होने के सात दिन के अंदर रिपोर्ट भेजनी होगी।
क्लब में कम से कम 15 विद्यार्थी होने जरूरी
भारतीय मानक ब्यूरो स्टैंडर्ड क्लब में कक्षा नौवीं से 12वीं के स्कूलों के विद्यार्थी व एक मेंटर शिक्षक शामिल किए जाएंगे। क्लब में 15 विद्यार्थी कम से कम होने चाहिए। इससे ज्यादा भी हो सकते हैं। जो कीमती धातुओं की गुणवत्ता और उनकी पहचान के लिए विभिन्न गतिविधियों से जागरूक करेंगे।
इन माडल स्कूलों में बनेंगे क्लब
राजकीय माडल संस्कृति वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय थानेसर, बाबैन, इस्माईलाबाद, थाना (पिहोवा) व खैरी (लाडवा)। इन स्कूलों में मानक ब्यूरो स्टैंडर्ड क्लब स्थापित किए जाने हैँ। यहां पर नौवीं से 12वीं कक्षा तक पढ़ाई करने वाले विद्यार्थियों को सोने की शुद्धता की पहचान करना सिखाया जाएगा।