हेल्प डेस्क ने फंसा दिया, दूसरे कालेजों में पंजीकरण नहीं कर पा रहे
जागरण संवाददाता पानीपत कालेजों की हेल्प डेस्क विद्यार्थियों के लिए मुसीबत बन गई। डेस्क अब बं
जागरण संवाददाता, पानीपत : कालेजों की हेल्प डेस्क विद्यार्थियों के लिए मुसीबत बन गई। डेस्क अब बंद है लेकिन जिन विद्यार्थियों ने पंजीकरण करा लिया है, वे फंस गए हैं। दरअसल, कालेजों ने अपने-अपने संस्थान का ही विकल्प भरकर पंजीकरण लॉककर दिया गया। छात्र साइबर कैफे पहुंचे तो वह अन्य कालेजों के लिए पंजीकरण नहीं कर पा रहे हैं।
स्नातक कक्षाओं में प्रवेश के लिए सात सितंबर को पंजीकरण प्रक्रिया शुरू की गई थी। पहले दो दिन अधिकतर छात्रों ने कालेजों में पहुंचकर पंजीकरण कराए। एक विद्यार्थी अपनी पसंद के अधिकतम पांच कालेजों में प्रवेश के लिए पंजीकरण करा सकता है। मगर कालेजों ने पंजीकरण के दौरान केवल अपने संस्थान का विकल्प भरकर पंजीकरण लॉक कर दिया। कोविड-19 के कारण यूजीसी ने कालेज में पंजीकरण पर रोक लगा दी। विद्यार्थी अन्य कालेजों में पंजीकरण के लिए साइबर कैफे पहुंचे तो उनका पंजीकरण नहीं हो पाया।
तहसील कैंप के राहुल ने बताया कि उसने एक संस्थान से बीएससी में प्रवेश के लिए पंजीकरण कराया था। अब कालेजों में पंजीकरण कराने पर रोक है। उसने साइबर कैफे से दूसरे कालेज का विकल्प भरने का प्रयास किया तो पंजीकरण सबमिट नहीं हो रहा है।
मॉडल टाउन के रवि कुमार ने बताया कि उसने बीकॉम में प्रवेश के लिए पंजीकरण कराया था। अंक सामान्य होने के कारण वह अन्य कालेजों में भी पंजीकरण कराना चाहता था, लेकिन अब दूसरे कालेजों में पंजीकरण नहीं हो पा रहा है। जिस कालेज में पंजीकरण कराया है, उस कालेज की मेरिट में नाम नहीं आया तो वह प्रवेश से वंचित रह सकता है।
हर कालेज की मेरिट होती है अलग-अलग
स्नातक की सभी कक्षाओं में मेरिट के आधार पर प्रवेश होंगे। हर कालेज की हर कोर्स की मेरिट अलग-अलग होती है। पसंदीदा कालेज की मेरिट हमेशा ऊंची रहती है। ऐसे में प्रवेश के लिए एक ही कालेज का विकल्प भरने वालों के लिए प्रवेश मुश्किल होगा।