रेलवे रोड सहित वार्डों की दो तिहाई स्ट्रीट लाइटें बंद
कस्बे की दो तिहाई स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी है। बिजली निगम का मीटर चल रहा है। लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं। उन्हें वारदात और हादसे का डर रहता है। पार्षदों में भी नाराजगी है। फिर भी नगरपालिका आठ माह से ठेका नहीं छोड़ रही है।
जागरण संवाददाता, समालखा : कस्बे की दो तिहाई स्ट्रीट लाइटें बंद पड़ी हैं। बिजली निगम का मीटर चल रहा है। लोग अंधेरे में रहने को विवश हैं। उन्हें वारदात और हादसे का डर रहता है। पार्षदों में भी नाराजगी है। फिर भी नगरपालिका आठ माह से ठेका नहीं छोड़ रही है।
रेलवे रोड, चुलकाना रोड, सर्विस लेन, हथवाला रोड सहित कस्बे में 2200 के करीब स्ट्रीट लाइटों के प्वाइंट हैं। सड़कों पर लगी दो सौ के करीब स्ट्रीट लाइटें महीनों से बंद हैं। वार्डों में लगी दो हजार लाइटों में करीब 600 ही जल रही है।
पार्षद राजेश ठाकुर, प्रवीण जांगड़ा, श्याम बरेजा, पूर्व पार्षद राजू व सुरेश झंडा, पार्षद पति जयभगवान शर्मार कहते हैं कि पुरनी लाइटें तो बंद हैं ही, सात माह पहले 15 लाख की लागत से लगी 500 नई एलईडी लाइटें में भी अधिकांश खराब पड़ी हैं। उनकी मरम्मत नहीं हो रही है। लाइटें वारंटी पीरियड में है। नपा चेयरपर्सन के पति सचिन मित्तल ने बताया कि बंद स्ट्रीट लाइटों को जल्द चालू करवाया जाएगा।