बेटे को समझ आई तो मां के पैर पकड़कर मांगी माफी
जागरण संवाददाता, पानीपत बबैल निवासी विधवा का इकलौता पुत्र कुछ लोगों के बहकावे में आकर अपनी पत्न
जागरण संवाददाता, पानीपत
बबैल निवासी विधवा का इकलौता पुत्र कुछ लोगों के बहकावे में आकर अपनी पत्नी के साथ मिलकर मां के साथ मारपीट करने लगा। विधवा की शिकायत पर सामुदायिक समन्वय समूह (सीएलजी) ने पुत्र को समझाया तो उसे अपनी गलती का अहसास हुआ। पुत्र ने मां के पैर छूकर गलती मानी और कभी परेशान नहीं करने का भरोसा दिया।
सीएलजी के चेयरमैन प्रेम गिरधर व कंचन सागर ने संयुक्त रूप से बताया कि बबैल निवासी विधवा कर्मबीरी ने पुलिस अधीक्षक को शिकायत दी थी। विधवा का आरोप था कि उसका इकलौता विवाहित पुत्र कृष्ण व पुत्रवधू पिंकी उसके साथ मारपीट करते हुए बात-बात पर प्रताड़ित करते हैं। छह किले कृषि भूमि है। उसके नाम ढाई एकड़ तथा साढे़ तीन एकड़ पुत्र के नाम है। मां का आरोप है कि जमीन पर कुछ लोगों की नजर है। पुत्र को भड़काकर झगड़ा करवाते हैं, ताकि वह फायदा उठा सकें। पहले जमीन की वसीयत पुत्र के नाम थी। साजिश की भनक लगी तो वसीयत रद करवा दी। तब से गाव के लोग बेटे-बहू को ज्यादा भड़काने लगे। कंचन सागर की मानें तो कृष्ण को मां-बेटे के रिश्ते की महत्ता बताई गई। उसे गलती का अहसास कराया गया।
कृष्ण ने मां के पैर छूकर गलती मानी तो मां का गला भर आया। विधवा के हाथ आर्शीवाद देने के लिए स्वत: ही पुत्र के सिर तक पहुंच गए। विवाद निपटारे के समय रश्मि अखौरी, विकास आहूजा, सतीश चौधरी व अशोक राय भी उपस्थित रहे।