बूढ़े मां-बाप की अनदेखी बेटे और बहू को पड़ी भारी, अब याद रहेगी ये सजा
हरियाणा के अंबाला में बूढ़े मां-बाप की अनदेखी बेटे और बहू को पड़ी भारी। अब इकलौते बेटे को सपरिवार घर खाली करना पड़ा। सेना से रिटायर्ड पिता की शिकायत पर डीसी कोर्ट ने घर खाली करने का फैसला दिया।
पानीपत/अंबाला, जेएनएन। मां और बाप को घर से बेघर करने के किस्से तो बहुत से सुने होंगे। लेकिन, यहां कहानी कुछ और है। मां-बाप की अनदेखी करना बहू-बेटे को भारी पड़ गई। दोनों को घर खाली करना पड़ गया।
कभी-कभी बच्चे अपने माता-पिता के रिश्ते में हर सीमा लांघ जाते है। एक ऐसा ही मामला अंबाला में आया। यहां इकलौते बेटे और बहू ने मां-बाप को प्रताडि़त किया। लेकिन ये प्रताड़ना उन पर भारी पड़ गई। बूढ़े मां-बाप को अपने इकलौते बेटे, बहू और पौते को घर से कानूनी मदद लेकर बाहर निकलवाना पड़ा।
मामला आंबला शहर के जंडली की प्रीत कॉलोनी का सामने आया। सेना से रिटायर्ड महिंद्र सिंह ने अपने बेटे गुरभाग सिंह, बहू और तीन बच्चों को कानून से मदद लेकर घर से बाहर निकाल दिया। बेटा-बहू ने बूढ़े मां-बाप की सेवा क्या करनी थी, पुलिस में झूठी शिकायत देकर उनको प्रताडि़त किया। बेटा-बहू को पहले तो पिता ने प्रॉपर्टी से बेदखल किया बावजूद इसके कोई सुधार नहीं हुआ।
डीसी काेर्ट में लगाई गुहार
पिता ने डीसी कोर्ट में अर्जी लगाकर गुहार लगाई जिसके बाद फैसला पिता के हक में आया। प्रॉपर्टी, पिता के नाम है जिस पर सिर्फ उनका ही हक है। महिंद्र सिंह ने मकान पर कब्जा करने का आरोप भी लगाया। डशुकव्रार को बतौर ड्यूटी तहसीलदार वरिंद्र और थाना प्रभारी हमीर सिंह प्रीत कॉलोनी पहुुंचे और मकान को खाली करवा दिया।
मौके पर जाकर मकान करवाया खाली
ड्यूटी मजिस्ट्रेट वरिंद्र सिंह, एसएचओ हमीर सिंह पुलिस टीम को लेकर मौके पर पहुंचे। अधिकारी व पुलिस ने बेटे से बातचीत की। इसके बाद उसे मकान को खाली करने को कहा गया। इस दौरान लोगों का भी तांता लग गया। लेकिन, इस मामले में दूसरे बेटों को भी नसीहत मिली जाएगी।
बुजुर्ग की मिलने पर ड्यूटी मजिस्ट्रेट के साथ मौके पर जाकर मकान को खाली करवाया गया है।
-हमीर सिंह, एसएचओ, सेक्टर-9 थाना।