समालखा में श्याम संकीर्तन महोत्सव मनाया
आओ श्याम बाबा हमारे घर आओ.. आदि भजनों से बाबा की महिमा का गुणगान किया। श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया।
जागरण संवाददाता, समालखा : श्री श्याम कृपा सेवा मंडल, समालखा की ओर से वैश्य कन्या महाविद्यालय के सभागार में 5वां श्याम संकीर्तन महोत्सव का आयोजन किया गया। कलाकारों द्वारा बाबा की महिमा का गुणगान किया गया। श्रद्धालुओं ने पंक्तिबद्ध होकर बाबा के दर्शन किए। पुजार से आशीर्वाद और प्रसाद लिया। भजनों पर नाचकर अपने उत्साह को उजागर किया। पूरा पंडाल बाबा के जयकारों से गूंजता रहा।
भजन गायक अंजलि त्रिवेदी, संदीप तायल, सिमरन कौर व कुश कन्हैया ने जय श्री श्याम, हारे का सहारा, बाबा श्याम हमारा। आओ श्याम बाबा हमारे घर आओ.. आदि भजनों से बाबा की महिमा का गुणगान किया। श्रद्धालुओं को मंत्रमुग्ध कर दिया। सभी झूमने पर मजबूर हो गए।
उन्होंने भजन के माध्यम से बताया कि भगवान के शरण में आने वाले भक्त कभी खाली हाथ नहीं जाते हैं। बाबा अपने भक्तों के हर सुख-दुख में मदद करते हैं। हर व्यक्ति को अपने व्यस्त समय से कुछ क्षण निकालकर भगवान का ध्यान करना चाहिए। पंडाल में श्याम दरबार बना था। भव्य तरह से उसे सजाया गया, जो श्रद्धालुओं के लिए आकर्षण का केंद्र रहा। भगवान की आरती भी की गई, जिसका दृश्य बेहद मनोरम था। इस अवसर पर अश्वनी गुप्ता, विजय जैन, सुभाष गोयल, सौरभ गुप्ता, मनोज मित्तल, अरुण गर्ग, नंदकिशोर सिगल, संदीप गुप्ता, गौरव गुप्ता, रविद्र गोयल, विनीत जैन, पद्म गोयल, मनीष गुप्ता, साहिल जैन, सौरव, रिकी भक्त मौजूद रहे।
एक कदम महाशिवरात्रि के उपलक्ष्य में यात्रा निकाली
संसू, बापौली : ब्रह्माकुमारी ईश्वरीय विश्वविद्यालय, बापौली के ओम शांति सरावेर में एक कदम महाशिवरात्रि यात्रा निकाली गई। आश्रम संचालिका बीके ललिता ने कहा कि मन में अधिक संकल्प रखना चिता का कारण है। मन में एक मिनट में 20 से 25 संकल्प चलते हैं। इनकी संख्या बढ़ जाए तो फिर मनुष्य को तनाव होना शुरू हो जाता है। उन्होंने कहा कि अपने अंदर छिपी बुराइयों को त्यागकर, ईश्वर को प्रसन्न किया जा सकता है। मनुष्य स्वयं भी खुश रह सकता है। योग-ध्यान बहुत सहायक है। इस मौके पर वेद, सुंदर रावल, राजेश, रमेश, ईश्वर, कृष्ण, अमित, चित्रा,नेहा, सुमन, मोनिका, अंजू, रेखा मौजूद रहे।