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RTI से मिली चौकाने वाली सूचना, दान दिए गए इस खून की कोई कीमत नहीं, सैकड़ों यूनिट फेंका

आरटीआइ में मांगी सूचना में चौकाने वाले आंकड़े सामने आए हैं। रोगियों से खून लिया गया। बिना जांच के लोगों से शिविर में रक्त किया गया था।

By Anurag ShuklaEdited By: Published: Tue, 21 Jan 2020 11:47 AM (IST)Updated: Wed, 22 Jan 2020 03:40 PM (IST)
RTI से मिली चौकाने वाली सूचना, दान दिए गए इस खून की कोई कीमत नहीं, सैकड़ों यूनिट फेंका
RTI से मिली चौकाने वाली सूचना, दान दिए गए इस खून की कोई कीमत नहीं, सैकड़ों यूनिट फेंका

पानीपत, जेएनएन। रेडक्रॉस ब्लड बैंक में पिछले तीन वर्ष में लिया गया 1062 यूनिट रक्त नष्ट कर दिया गया। इसका कारण मानवीय लापरवाही के साथ-साथ आधुनिक तकनीक की कमी भी रहा। यह रक्त बिना जांच किए एचआइवी, कैंसर और हेपेटाइटिस जैसी गंभीर बीमारियों से पीडि़त और कम वजन वाले लोगों से लिया गया था। इस मामले में शहर में खुले निजी ब्लड बैंक भी पीछे नहीं हैं।

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बुआनालाखू गांव के रहने वाले दीपक की आरटीआइ में मांगी सूचना में इस बात का पर्दाफाश हुआ। यह आरटीआइ स्वास्थ्य विभाग से रेडक्रॉस ब्लड बैंक और जिले के अन्य प्राइवेट बैंकों में लगाई गई थी। इसमें चार साल की जानकारी मांगी थी। रेडक्रॉस ब्लड बैंक ने पिछले तीन साल में 269 रक्तदान शिविर लगाए। इनमें 22 हजार 880 यूनिट रक्त एकजुट किया। जांच करने के बाद 1062 यूनिट रक्त संक्रमित मिला। एनसी मेडिकल कॉलेज स्थित ब्लड बैंक ने 179 यूनिट, आरोमा ब्लड बैंक ने 25 यूनिट और संजीवनी बैंक ने नौ यूनिट ब्लड नष्ट किया है। शहर के अन्य अन्य ब्लड बैंकों ने जानकारी देने से मना कर दिया।

हेपेटाइटिस-सी के मरीजों का लिया खून

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      107

2017-18      137

2018-19      122

2019         38 (अप्रैल से दिसंबर तक)

हेपेटाइटिस-बी के मरीजों का लिया खून

वित्तीय वर्ष      यूनिट

2016-17      104

2017-18       97

2018-19      116

2019         52 (अप्रैल से दिसंबर तक) 

एचआइवी पॉजिटिव से लिया खून

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      20

2017-18      25

2018-19      24

2019         17 (अप्रैल से दिसंबर तक)

सिफलिस रोगियों से लिया खून

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      08

2017-18      10

2018-19      12

2019         04 (अप्रैल से दिसंबर तक) 

जिनके रक्त की टूटी सैल: 

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      48

2017-18      42

2018-19      77

2019         39 (अप्रैल से दिसंबर तक)

मरीजों का संक्रमित मिला रक्त

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      00

2017-18      03

2018-19      17

2019         48(अप्रैल से दिसंबर तक)

कम वजन वालों का लिया खून

वित्तीय वर्ष     यूनिट

2016-17      19

2017-18      34

2018-19      40

2019         24(अप्रैल से दिसंबर तक)

एक फ्रीजर खराब

रेडक्रॉस ब्लड बैंक में फिलहाल चार फ्रीजर रनिंग में है। क्षमता 1200 यूनिट की है। पांचवां फ्रीजर खराब हैं। इनके रनिंग में आते ही क्षमता 1600 यूनिट की हो जाएगी। रोजाना खपत 25-30 यूनिट की है। डोनर के दिए ब्लड को 35 दिन तक स्टॉक में रखा जा सकता है। खपत के हिसाब से स्टॉक रखा जाता है।

रक्तदान से पहले रक्तदाता का न्यूक्लिक एसिड टेस्ट (नेट) कुछ जगह होता है, लेकिन यह बहुत महंगा (करीब 1200 रुपये) है। इसे इतना कारगर भी नहीं माना जाता। रक्तदान से पहले रक्तदाता का एलाइजा टेस्ट करें तो समय बहुत लगता है। शिविरों में यह संभव नहीं है। यही कारण है कि रक्त एकत्र करने के बाद ही जांच की जाती है। 

डॉ. पूजा सिंघल, प्रभारी, रेडक्रॉस ब्लड बैंक

एक नजर इन आंकड़ों पर

03 वर्ष के रेडक्रॉस ब्लड बैंक के आंकड़े 

22 हजार 880 यूनिट ब्लड एकत्र किया

02 सौ 69 शिविर लगाए गए तीन साल में

01 सौ 79 एनसी मेडिकल कॉलेज  में नष्ट

25 यूनिट रक्त आरोमा ब्लड बैंक में नष्ट किया गया

03 ब्लड बैंकों ने आरटीआइ में सूचना देने से मना कर दिया


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