जिस ड्राइवर को साथ ले गए, उसी ने कराई 70 लाख की चोरी, मां-बहन और प्रेमिका में बांटा हिस्सा
पानीपत में चोरी की बड़ी वारदात का राज खुला। पुलिस ने पांच आरोपितों को गिरफ्तार कर लिया है। चोरी की वारदात में मुख्य निभाई ड्राइवर ने जो पूरे परिवार को फरीदाबाद ले गया था। पीछे से उसके दोस्त ने चोरी की। वारदात में मां बहन और प्रेमिका को शामिल किया।
पानीपत, जेएनएन - पानीपत से बड़़ी खबर है। साल के पहले ही महीने में पानीपत में 70 लाख की चोरी करने के मामले में पुलिस ने आरोपितों को दबोच लिया है। कलंदर चौक में बादशाह ज्वैलर्स के घर चोरी हुई थी। चंद्र सहगल अपने परिवार सहित फरीदाबाद में बेटी के घर लोहड़ी मनाने गए थे। पीछे से पूरा घर साफ हो गया। इस वारदात को अंजाम देने के सभी पांच आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है। आरोपित जितेंद्र और सन्नी को अदालत में पेश करके पुलिस रिमांड पर लिया गया है। देवंती, गीता तथा सितारा को जेल भेज दिया गया। सन्नी गंगोइया ने पानीपत में अलग-2 स्थानों पर तीन और वारदात करनी कुबूली हैं। ड्राइवर ने चोरी कराई। इस पूरी वारदात में ड्राइवर की मां, बहन और दोस्त की प्रेमिका शामिल थी।
सन्नी ने यहां भी चोरी की
1- दस अगस्त 2020 को कांशीगिरी मंदिर के पास अमन के घर से 35 तोला सोना और छह लाख की नकदी चुराई थी।
2- सात जनवरी 2021 को खैल बाजार में दीवान ज्वैलर्स में चोरी की। तीन किलो चांदी ले गए थे। गैस कटर से तिजोरी काट रहे थे। गैस खत्म होने पर तिजोरी नहीं काट सके।
3- चार जनवरी 2021 को आशियाना पार्लर से चोरी की थी।
ये हैं आरोपित
1- वार्ड 10 की राज कालोनी में रहने वाला सन्नी उर्फ गंगोइया।
2. सेक्टर 11-12 में रहने वाला जितेंद्र।
3- कुटानी रोड जगदीश नगर में रहने वाली सितारा।
4- सेक्टर 11-12 निवासी देववंती।
5. सेक्टर 11-12 में रहने वाली गीता।
इनसे दो लाख नकदी, 956 ग्राम सोना बरामद
- अंगुठी सोना-18
- बड़ा चौकर तथा छोटा चौकर सोना
- बाजु बंद
- जरकन हार और टोप्स
- मनचली
- दो छोटे हार
- तीन मंगल सूत्र
- चार चेन
- दो मांग टीके, दो ब्रैसलेट, कानफुल झुमकी, 6 बाली, 19 आईटम टोप्स वगैरा सोना
- चार लोकेट सोना, पांच कड़े व चूड़ियां
इस तरह वारदात को अंजाम दिया
सन्नी के खिलाफ पहले भी चोरी के 17 केस दर्ज हैं। जेल से बाहर आने के बाद जितेंद्र गुप्ता के संपर्क में आया। जितेंद्र तथा सन्नी उर्फ गंगोईया दोनों दुर्गा कालोनी शिव नगर बबैल रोड पानीपत में साथ रहते थे। जितेंद्र ने करीब पांच महीने पहले ही एक कार खरीदी थी। कार बुकिंग में चलाता था। ज्वैलर चंद्र सहगल कई बार जितेंद्र के साथ कार में जाता था। जितेंद्र को सहगल के परिवार, घर के बारे में सब मालूम था। उसने और सन्नी ने सहगल के घर चोरी करने की साजिश रची।
कुछ दिन पहले जितेंद्र ने सन्नी को मकान दिखाया। पूरी तरह से रेकी की। मौके की तलाश थी। लोहड़ी के दिन उन्हें ये मौका मिल भी गया। जितेंद्र ने अपनी मां, बहन और सन्नी ने अपनी प्रेमिका सितारा को भी इसमें शामिल किया। चोरी के सामान केा बराबर हिस्सों में बांटना था। साजिश अनुसार जितेंद्र कार से सहगल के साथ फरीदाबाद गया। पीछे से सन्नी ने चोरी की वारदात को अंजाम देना था। जितेंद्र फोन पर सन्नी को बताता रहा कि काम पूरा कर लो। पानीपत लौट रहे हैं।
सन्नी अपनी प्रेमिका सितारा के साथ चंद्र सहगल के घर पहुंचा। सितारा बाहर निगरानी करती रही, सन्नी दीवार फांदकर छत के रास्ते घर में घुसा। पेचकस व प्लास की मदद से ग्रिल उखाड़कर मकान की छत पर रख आया ताकि चोरी का शक किराएदारों पर जाए। सन्नी उर्फ गंगोइया ने चंद्र सहगल के बेडरूम में बने स्टोर रूम के अंदर से लकड़ी की अलमारी की दराजों में रखे सोने के जेवर और स्टोर रूम से दो लाख की नकदी चुराई। जितेंद्र के घर पर अगले दिन पूरे सामान को बराबर बांट लिया गया।