ये है न्यू इंडिया, देश नहीं झुकने देंगे...अमेरिका को जवाब, दस हजार करोड़ का कारोबार देश से बढ़कर नहीं
निर्यातक विनीत शर्मा का कहना है कि अमेरिका से कारोबार काफी होता है। भारत ने अपनी सुरक्षा पुख्ता करने के लिए रूस से आधुनिक मिसाइल खरीदी हैं। हमारे पड़ोस में पाकिस्तान और चीन है। पाकिस्तान पहले ही आतंकवादी हमले कराता रहता है।
पानीपत, रवि धवन। ये न्यू इंडिया (New India) है। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी (Prime Minister Narendra Modi) ने कहा था, मैं देश नहीं झुकने दूंगा। अमेरिकी धमकी की परवाह न करते हुए, आधुनिक ब्रह्मास्त्र एस 400 हासिल कर ही लिया। रूस से इसकी आपूर्ति हो रही है। हवाई हमलों को ध्वस्त करने के लिए यह मिसाइल सिस्टम खरीदा गया है। पाक और चीन के हमलों को करारा जवाब दिया जा सकेगा।
अमेरिका से भारत का बड़ा कारोबार होता है। अगर अमेरिका अपनी धमकी पर कायम रहते हुए कारोबार पर रोक लगाता है तो टेक्सटाइल निर्यात पर कुछ असर तो पड़ेगा। लेकिन पानीपत के निर्यातकों को इसकी परवाह नहीं। यहां के निर्यातकों का कहना है कि हम भी देश नहीं झुकने देंगे। देश से बढ़कर नहीं है कारोबार।
दरअसल, पानीपत के निर्यातकों को भी यह मालूम है कि इस समय अमेरिका प्रतिबंध जैसे विचार पर सोच नहीं सकता। क्योंकि भारत बहुत बड़ी ताकत है। भारत से कारोबार करना ही होगा। क्योंकि भारत से उन्हें जो उत्पाद मिल सकता है, वो दुनिया में कहीं भी उस कीमत पर नहीं मिल सकता। अगर कारोबार बंद या कम भी करते हैं तो भारत के निर्यातकों के पास दुनिया में उत्पाद बेचने के लिए बाजार की कमी नहीं है।
चीन चाहता है कि अमेरिका से बिगड़े: चीन इस समय चाहता है कि अमेरिका की भारत से बिगड़े। क्योंकि कोरोना के बाद से टेक्सटाइल बायर चाहते हैं कि भारत उन्हें उत्पाद उपलब्ध कराए। दुनिया के देशों को लगता है कि कोरोना संक्रमण चीन से आया है। इस वजह से चीन से कारोबार कम करना चाहते हैं। भारत की तरफ विदेशी खरीदारों ने रूचि दिखाई है। इस वजह से चीन को यह पसंद नहीं आ रहा। दूसरे, भारत की बढ़ती ताकत देखकर चीन चाहेगा ही भारत के अमेरिका से संबंध खराब हों।
इसलिए भारत पर गर्व है
- भारत को जो मिसाइल मिली है, वो छह सौ किलोमीटर दूर विमान या दुश्मन की मिसाइल को खत्म कर सकेगी
- पाकिस्तान और चीन तक मार पहुंचाने वाली मिसाइल है
- 30 से ज्यादा विमानों को एक साथ ध्वस्त कर सकेगा मिसाइल सिस्टम
निर्यातक रमन छाबड़ा का कहना है कि पानीपत से साठ फीसद तक कारोबार अमेरिका से होता है। यह कह सकते हैं कि करीब दस हजार करोड़ का कारोबार अमेरिका से होता होगा। बड़ा बाजार है। पानीपत से बाथमेट, कुशन कवर, थ्रो से लेकर दरियां बिकती हैं। बेहद कम कीमत पर पानीपत के उद्यमी अमेरिका को उत्पाद मुहैया कराते हैं। इन दिनों वैसे भी मांग ज्यादा है। आधुनिक ब्रह्मास्त्र खरीदने की जानकारी हुई है। लेकिन अमेरिका से इस तरह के संकेत नहीं मिले कि कारोबार प्रभावित होगा। बाजार अपनी जगह है और देश की सुरक्षा अपनी जगह। देश सबसे सर्वोच्च है।
निर्यातक विनीत शर्मा का कहना है कि अमेरिका से कारोबार काफी होता है। भारत ने अपनी सुरक्षा पुख्ता करने के लिए रूस से आधुनिक मिसाइल खरीदी हैं। हमारे पड़ोस में पाकिस्तान और चीन है। पाकिस्तान पहले ही आतंकवादी हमले कराता रहता है। चीन पर कभी भरोसा नहीं कर सकते। निर्यातक कहते हैं कि कारोबार के लिए कभी रास्ते बंद नहीं हो सकते। भारत अगर इसी तरह अडिग रहेगा तो जीतेगा ही। जब परमाणु परीक्षण किया था, तब भारत ने प्रतिबंध झेले। लेकिन बाद में ये प्रतिबंध हटाने पड़े।