खाली होता शहर, कैमरे की नजर से देखिए प्रवासी श्रमिकों की घर वापसी
पानीपत में प्रवासियों का पलायन तेजी से हो रहा है। बसों और ट्रेनों से जाने के लिए लोगों की भीड़ देखने को मिली। उत्तराखंड से लेकर उत्तर प्रदेश तक लोगों को भेजा गया।
पानीपत, [राजेंद्र फोर]। पानीपत का शहर अब खाली होता दिख रहा है। हजारों की संख्या में लोग अपने गृहप्रदेश लौट रहे। जीटी रोड पर बहुत बड़ा हुजूम दिखाई दिया। रेलवे स्टेशन और बस स्टैंड पर लोगों की भीड़ रही। पानीपत रेलवे स्टेशन से बिहार के मुज्जफरपुर के लिए श्रमिक स्पेशल सुपरफास्ट ट्रेन शाम 4 बजे चली। 1200 यात्रियों में शारीरिक दूरी बनाए रखने का जिम्मा आरपीएफ पुलिस ने संभाला। इसके लिए 40 अतिरिक्त जवान और सिविल पुलिस भी तैनात रहे। यात्री गोले में शारीरिक दूरी बना कर बोगी में सवार हुए। एक कोच में 52 यात्री सवार हुए। वहीं बस से भी प्रवासी श्रमिकों को भेजा गया। श्रमिकों की भीड़ की तस्वीरों को फोटो जर्नलिस्ट ने कैमरे में कैद किया।
22 कोच की श्रमिक सुपरफास्ट स्पेशल ट्रेन पानीपत से हुई रवाना
श्रमिक स्पेशल सुपरफास्ट ट्रेन पानीपत स्टेशन से बृहस्पतिवार को मुजफ्फरपुर के लिए रवाना हुई। 22 कोच की इस ट्रेन में श्रमिक बैठ कर गए। ट्रेन में सवार होने से पहले कोरोना संक्रमण का मेडिकल चेकअप कराया गया। रेलवे स्टाफ की अदला-बदली और कोच में पानी की सुविधा के लिए छह स्थानों पर कुछ मिनट का ठहराव दिया गया। इस दौरान किसी अन्य यात्री को इस ट्रेन में प्रवेश करने की अनुमति नहीं है।
ठहराव इन स्टेशनों पर
दिल्ली मंडल के एक अधिकारी ने बताया कि पानीपत से खुलने के बाद नॉन स्टॉप श्रमिक स्पेशल ट्रेन 5:30 बजे दिल्ली, रात 8:20 बजे मुरादाबाद, 1.30 लखनऊ, मध्य रात्रि 2.10 बजे बाराबंकी, सुबह 6:10 बजे गोरखपुर व 8:40 बजे छपरा पहुंचेगी। मुजफ्फरपुर पहुंचने का समय सुबह 11:30 बजे है।
रोडवेज बसें भी रवाना
रोडवेज की 50 बसों में लगभग 1750 कामगारों को बुलंदशहर (उप्र) लेकर रवाना हुईं। रोडवेज डिपो अधिकारियों ने बताया कि पानीपत से बुलंदशहर के लिए छह बसें चलाई गई। जिनमें लगभग 330 रजिस्टर्ड कामगारों को उप्र भेजा गया। इसके अलावा छह अन्य बसों में 300 से अधिक रजिस्टर्ड कामगारों को रोहतक रेलवे स्टेशन पहुंचाया गया, जहां से ये कटिहार एक्सप्रेस में टिकमपुर मप्र के लिए रवाना हुए।