जिले में धारा 144 लागू, सीमाओं सील कर 300 पुलिसकर्मी नाकों पर डटे
जागरण संवाददाता पानीपत तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के दिल्ली कूच और कर्मचा
जागरण संवाददाता, पानीपत : तीन कृषि कानूनों के खिलाफ किसान संगठनों के दिल्ली कूच और कर्मचारी महासंघ की ओर से वीरवार को राष्ट्रव्यापी हड़ताल को लेकर पुलिस-प्रशासन चौकस हो गया है। किसान दिल्ली की तरफ न जा सके। इसलिए अंतर राज्य व अंतर जिला की सीमाओं को सील कर 10 नाके लगाकर 300 पुलिसकर्मियों का पहरा लगा दिया गया है। एडीसी ने बैठक कर 25 नवंबर की शाम की है धारा 144 लागू कर दी है। शांति व्यवस्था रखने के लिए 20 ड्यूटी मजिस्ट्रेट नियुक्त किए गए हैं। आग्नेय शस्त्र, तलवार, गंडासी, लाठी, बरछी, कुल्हाड़ी, जेली, चाकू और अन्य हथियार लेकर चलने और पांच या पांच से अधिक लोगों के एक साथ चलने पर पाबंद लगा दी गई है। ये आदेश 27 नवंबर तक जारी रहेंगे। पावर हाउस भी पुलिस के पहरे में रहेंगे। ठेके के 22 अतिरिक्त कर्मचारियों की ड्यूटी तक कर दी गई है। दिल्ली बार्डर तक ही बसें चलेंगी। पानी की सप्लाई बाधित न हो इसके लिए जनस्वास्थ्य विभाग ने भी कर्मचारियों को अलर्ट कर ड्यूटी तय कर दी है। प्रदेश और पंजाब में किसान नेताओं की गिरफ्तारी होने के बाद पानीपत के किसान नेता भूमिगत हो गए हैं। पुलिसकर्मी इन नेताओं के घरों के बाहर घूम रहे हैं। कई नेताओं को पुलिस अधिकारी काल कर कह रहे हैं कि चाप पीने के लिए उनके कार्यालय आ जाएं।
पहले कभी नहीं बुलाया, अब चाय पर बुला रहे हैं
भारतीय किसान यूनियन के पूर्व जिला उप प्रधान व उग्राखेड़ी के पूर्व सरपंच बिटू मलिक ने बताया कि पुलिसकर्मी दो दिन से घर के चक्कर लगा रहे हैं। वे शादी समारोह में गए हैं। डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने भी काल कर चाल के लिए बुलाया है। पहले उन्हें कभी किसी पुलिस अधिकारी ने चाय पर नहीं बुलाया। ऐसा इसलिए किया जा रहा है ताकि वह और उनके साथी दिल्ली ने जा सके। पुलिस ने भाकियू के जिला प्रधान कुलदीप बलाना, पूर्व प्रधान जयकरण कादियान और सुरेश दहिया को भी काल कर बुलाया था। वे और उसके साथी दिल्ली जाएंगे।
दो नाकों पर 100-100 पुलिसकर्मी, आठ नाकों पर 10-10 पुलिसकर्मी तैनात डीएसपी मुख्यालय सतीश कुमार वत्स ने बताया कि जिले के सभी थाना व चौकी प्रभारियों को अलर्ट कर दिया गया है कि वे हड़ताल के दौरान कोई संदिग्ध लोगों पर नजर रखें। अगर कोई गड़बड़ी करता है तो उसे काबू किया जाए। करनाल, जींद, सोनीपत और उत्तर प्रदेश की ओर से किसान दिल्ली की तरफ न जा सके। इसके लेकर टोल प्लाजा और समालखा में हल्दाना बार्डर के पास 100-100 पुलिसकर्मियों
को तैनात कर दिया गया है। वाहनों की चेकिग कर नजर रखी जा रही है। इसके अलावा असंध रोड पर नारा गांव, असंध नाका चौकी, पानीपत-रोहतक हाईवे पर शाहपुर, सनौली रोड पर यमुना पुल, हाईवे पर करहंस व चुलकाना रोड के पास नाके लगाए गए हैं। यहां पर 10-10 पुलिसकर्मी 24 घंटे अलर्ट रहेंगे। कार्यालय नहीं आए तो हड़ताल में शामिल माना जाएगा एडीसी डा. मनोज कुमार यादव ने बुधवार को लघु सचिवालय स्थित कांफ्रेंस हाल में अधिकारियों की बैठक लेकर आदेश दिए कि वे अधीनस्थ कर्मचारियों को मुख्य सचिव द्वारा जारी आदेशों से अवगत कराएं। सुबह 11 और शाम 4 बजे दो बार हाजिरी लें। अगर कोई कर्मचारी गैर हाजिर होगा तो उन्हें हड़ताल में शामिल माना जाएगा। कार्रवाई होगी। 25 से 27 तक किसी भी विभाग के अधिकारी व कर्मचारी को अपना मुख्यालय नहीं छोड़ना है। कर्मचारी अपना मोबाइल नंबर किसी भी सूरत में बंद नहीं करेगा। संगठन शांतिपूवर्क तरीके से रोष जता सकते हैं।
रात दस बजे से ही कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई, छह लोडिड ट्रांसफार्मर रखे बिजली वितरण निगम के एक्सईएन संजीव शर्मा ने बताया कि आल हरियाणा पावर कारपोरेशन मुख्यालय हिसार और दूसरी यूनियन भिवानी मुख्यालय से संबंधित है। हिसार से संबंधित यूनियन के कर्मचारी हड़ताल में शामिल रहेंगे। बिजली आपूर्ति बाधित न हो इसके लिए बुधवार रात दस बजे से ही स्थाई के अलावा ठेके के 20 कर्मचारियों की ड्यूटी लगी दी है। अगर स्थित बिगड़ी तो अन्य ठेके के कर्मचारी भी ड्यूटी पर बुलाए जाएंगे। छह लोडिड ट्राली ट्रांसफार्मर उपलब्ध करवाए गए हैं। ताकि ट्रांसफार्मर में खराबी आती है तो तुरंत बदला जाए सके। पावर हाउस पर पुलिसकर्मी भी तैनात रहेंगे। पानीपत में चार सब-डिविजन में से माडल टाउन और किला सब-डिविजन में मेंटेनेंस का काम प्राइवेट कंपनी सूर्या के हाथों में है। सनौली रोड और सब-अर्बन सब डिविजन के लिए अतिरिक्त कर्मचारियों का प्रबंध किया है। कुंडली बार्डर तक चलेंगी बसें, आंदोलन उग्र हुआ तो बसें बंद रहेंगी
पानीपत बस स्टैंड प्रबंधक राजेश कादियान ने बताया कि बुधवार सुबह पानीपत से दिल्ली 15 बसें गई थी।10 गाडी बार्डर तक थी। शाम चार बजे बजे बाद बसें दिल्ली नहीं गई। चार बसें दिल्ली बार्डर तक ही गई। इसी तरह से अमृतसर, पटियाला, ब्यास और कटरा की चार बसें अंबाला तक ही भेजी गई थी। वीरवार को कुंडली तक बसें जाएंगे। अगर किसान दिल्ली कूच करेंगे तो दिल्ली बार्डर तक ही बसें चलेंगे। आंदोलन के हिसाब से जहां तक रास्ता खाली है। वहां तक ही गाड़ी भेजी जाएंगी। रोडवेज के पांच से सात ही कर्मचारी हड़ताल पर रहेंगे। --विजय