एसडी एजुकेशन सोसाइटी के पदाधिकारियों पर फर्जी त्याग पत्र से सदस्यता रद करने का आरोप
जागरण संवाददाता, पानीपत : अग्रवाल वैश्य पंचायत के प्रधान पवन बंसल ने एसडी एजुकेशन सोसाइटी के
जागरण संवाददाता, पानीपत :
अग्रवाल वैश्य पंचायत के प्रधान पवन बंसल ने एसडी एजुकेशन सोसाइटी के पदाधिकारियों पर फर्जी त्याग पत्र से उनकी सदस्यता रद करने का आरोप लगाया है। वहीं, समिति पदाधिकारियों ने इन आरोपों को निराधार बताया।
शहर के प्राचीन सिद्ध श्री देवी मंदिर का रख रखाव करने वाली अग्रवाल वैश्य पंचायत के प्रधान पवन बंसल ने बताया कि वह खुद और उनके साथी वर्ष 2010 से एसडी एजुकेशन सोसाइटी के सदस्य हैं। सदस्यता की औपचारिकता के समय सोसाइटी के पदाधिकारियों ने उनसे खाली कागज पर यह कहते हुए हस्ताक्षर करवा लिए थे कि शेष औपचारिकताओं में यह प्रयोग किया जाएगा। पिछले वर्ष उन्होंने एसडी एजुकेशन सोसाइटी के विभिन्न पदों पर चुनाव लड़ा था। इसके बाद 25 फरवरी को हुई सामान्य बैठक की उन्हें सूचना नहीं दी गई। इस बारे में जब उन्होंने पता किया तो सामने आया कि सदस्यता के समय खाली कागज पर लिए गए हस्ताक्षर को त्याग पत्र बना दिया गया। इसके आधार पर उनकी सदस्यता रद कर दी गई। करीब 15 सदस्यों के साथ ऐसा हुआ है। आरटीआइ के माध्यम से जब सूचना मांगी गई तो इसकी भी अनदेखी की गई। इसके बाद उन्होंने सोसाइटी रजिस्ट्रार कार्यालय में आरटीआइ से सूचना मांगी है।
इस अवसर पर रमेश गोयल, प्रह्लाद राय, राकेश सिंगला, विपिन अग्रवाल, सत्यप्रकाश, डॉ. विजय गुप्ता और प्रवीन गोयल मौजूद रहे।
परिवार का वर्चस्व बनाने के लिए किया छल : बंसल
पवन उर्फ काकू बंसल ने कहा कि एसडी एजुकेशन सोसाइटी पर चंद परिवारों का वर्चस्व है। इसे बनाए रखने के लिए ही पदाधिकारियों ने उनके साथ छल किया है। उन्होंने बताया कि पिछले चुनाव में 40 फीसदी पोलिंग उनके पक्ष में हुई थी। अगले चुनावों में हार के डर से ही सोसाइटी के प्रधान रोशनलाल मित्तल, सचिव विजय अग्रवाल, सतीश चंद्र और पवन गर्ग ने उनकी सदस्यता रद करवाई है। इसके खिलाफ वे एफआइआर करवाएंगे और कोर्ट जाएंगे।
सभी आरोप निराधार : विजय अग्रवाल
एसडी एजुकेशन सोसाइटी के सचिव डॉ. विजय अग्रवाल का कहना है कि अग्रवाल वैश्य पंचायत के पदाधिकारियों द्वारा लगाए गए सारे आरोप निराधार हैं। इतनी बड़ी समिति में ऐसा होना संभव नहीं है।