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स्‍क्रब टाइफस को लेकर हरियाणा में अलर्ट, करनाल के बाद कैथल और पानीपत में भी पकड़े जा रहे चूहे

स्क्रब टाइफस नियंत्रण के लिए करनाल के अलावा कैथल कुरुक्षेत्र व पानीपत से भी चूहे पकड़े जा रहे है। इन जिलों से विशेषज्ञों की टीम ने चूहे पकड़कर सैंपल जांच के लिए एनसीडीसी दिल्ली भेजे है जिसकी रिपोर्ट दिसंबर में आएगी।

By Rajesh KumarEdited By: Published: Mon, 15 Nov 2021 06:37 PM (IST)Updated: Mon, 15 Nov 2021 08:57 PM (IST)
स्‍क्रब टाइफस को लेकर हरियाणा में अलर्ट, करनाल के बाद कैथल और पानीपत में भी पकड़े जा रहे चूहे
कैथल और पानीपत में भी सैंपल लेने के लिए पकड़े गए चूहे।

करनाल, [प्रदीप शर्मा]। कोरोना के बाद अब स्क्रब टाइफस के केस प्रदेश भर में मिलना शुरू हो गए हैं। अलग-अलग जिलों से केस सामने आने के बाद दिल्ली से आई टीम हरियाणा के विभिन्न जिलों में जाकर सर्वे के लिए जुट गई है, जहां पर 10 से ज्यादा स्क्रब टाइफस के केस मिले हैं। वहां से चूहों को पकड़कर सैंपल लिए जा रहे हैं। जिसमें करनाल के अलावा कुरुक्षेत्र पानीपत व कैथल भी शामिल है। पिछले दिनों करनाल में 19 केस मिलने के बाद हड़कंप मच गया था।

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इसके बाद केंद्र व राज्य सरकार से विशेषज्ञों की टीम करनाल के दादूपुर खुर्द व सग्गा गांव पहुंची थी। वहां पर सर्वे किया गया। इसके बाद यह टीमें अन्य जिलों में भी जाकर इस गंभीर बीमारी को लेकर फील्ड में उतरी हुई हैं। यह टीमें सैंपल के साथ-साथ सर्वे भी कर रही है। सैंपलों की जांच के लिए एनसीडीसी दिल्ली लैब में भेजा गया है। इन सैंपलों की रिपोर्ट दिसंबर माह में आने की उम्मीद है। 

2021 में आए 19 मामले

सूत्रों के मुताबिक करनाल जिले में स्क्रब टाइफस का पहला केस वर्ष 2018 में मिला था। सितंबर व अक्टूबर 2021 में 19 केसों मिले। स्क्रब टाइफस के जो केस आए हैं, उनकी जानकारी पीजीआई चंडीगढ़ व कैथल के एक निजी अस्पताल से मिली है।

सेंटर व स्टेट की टीमें पहुंची करनाल

करनाल में स्क्रब टाइफस के मामलों को लेकर दिल्ली व हरियाणा के टीमों ने सग्गा व दादूपुर गांवों का दौरा किया था। जहां पर टीमों ने चूहों के सैंपल पकड़कर उनके सैंपल लिए थे। इसके अलावा स्वास्थ्य विभाग की ओर से लोगों को जागरूक करने का काम भी किया जा रहा है। सिविल सर्जन डा. योगेश शर्मा ने बताया कि स्क्रब टाइफस को लेकर लोगों को जागरूक किया गया है। साथ ही उनको इस बीमारी के बारे में बताया गया है। सैंपलों की रिपोर्ट आने के बाद ही इस संबंध में ज्यादा जानकारी मिल सकती है।


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