धर्मनगरी की दो छात्राएं की जानें वैज्ञानिक सोच, लगातार तीसरी बार राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रस्तुत करेंगी शोधपत्र
कुरुक्षेत्र की दो छात्राओं का चयन राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में शोध पत्र के लिए हुआ है। हरियाणा की 96 टीमों को पछाड़कर छात्राओं ने लगातार तीसरी बार शोधपत्र प्रस्तुत करने का प्राप्त किया गौरव। एक से पांच फरवरी को आयोजित होगी राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस।
कुरुक्षेत्र, [अनुज शर्मा]। धर्मनगरी के राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय हथीरा की दो छात्राएं लगातार तीसरी बार राष्ट्र स्तर पर बाल विज्ञान कांग्रेस में अपना शोधपत्र प्रस्तुत करेंगी। धर्मनगरी की दोनों छात्राओं का चयन 29वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर हुआ है।
जीव विज्ञान के प्राध्यापक एवं शोधपत्र के रचनाकार डा. तरसेम कौशिक ने बताया कि रोहतक में आनलाइन माध्यम से आयोजित हुई 29वीं राज्य स्तरीय राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में प्रदेशभर से 97 टीमों ने चार वर्गों में भाग लिया था। जिनमें राजकीय विद्यालय हथीरा की 12वीं कक्षा की दो छात्राओं खुश व मधु का राष्ट्र स्तर पर राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में हुआ है। दोनों छात्राओं ने प्रदेशभर की 96 टीमों को पछाड़कर लगातार तीसरी बार शोध पत्र प्रस्तुत करने का गौरव प्राप्त किया।
बच्चों में विकसित होती है वैज्ञानिक चेतना
डा. तरसेम कौशिक ने बताया कि राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का आयोजन प्रतिवर्ष राष्ट्रीय विज्ञान एवं प्रौद्योगिकी संचार परिषद भारत सरकार के तत्वावधान में किया जाता है। राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस का मुख्य उद्देश्य विद्यार्थियों में नवाचार, वैज्ञानिक चेतना, आंकड़ा संकलन, शोध विश्लेषण एवं नवाचार युक्त प्रकिया से परिणाम तक पहुंचने की अभिकल्पना को विकसित करना है। जिससे बच्चों में वैज्ञानिक चेतना उत्पन्न हो सकें।
प्रवासी पक्षियों पर शोधपत्र प्रस्तुत करेंगी छात्राएं
डा. तरसेम कौशिक ने बताया कि खुशी व मधु एक से पांच फरवरी 2022 को आयोजित होने वाली राष्ट्रीय बाल विज्ञान कांग्रेस में पिहोवा के थाना गांव के गोल्डन जुबली ब्रह्मसरोवर कम्युनिटी रिजर्व में प्रवासी पक्षियों को आने वाली कठिनाइयां एवं समाधान नामक विषय पर अपना शोध पत्र प्रस्तुत करेंगी। इससे पहले दो बार राजकीय विद्यालय हथीरा से छात्राएं शोध प्रस्तुत कर चुकी है।
छात्राओं में डाक्टर बनने की चाह
शोध पत्र प्रस्तुत करने वाली दोनों छात्राओं की डाक्टर बनने की चाह है। इसलिए दोनों छात्राएं राजकीय विद्यालय हथीरा से 12वीं कक्षा में मेडिकल से पढ़ाई कर रही है। 10वीं कक्षा में दोनों छात्राएं 90 प्रतिशत ऊपर अंक प्राप्त कर चुकी है।