कैथल में शक ने उजाड़ दिया हंसता-खेलता परिवार, अपनी ही पत्नी के खून से रंगे अध्यापक के हाथ
कैथल के पूंडरी में हत्या की वारदात को अंजाम दिया गया। संस्कृत अध्यापक ने पत्नी की हत्या कर दी। इसके बाद घर से फरार हो गया। रात को झगड़े और मारपीट में पत्नी को गंभीर चोटें आई थीं। इसके बाद मौके पर ही मौत हो गई।
कैथल, जेएनएन। शिक्षक समाज को दिशा देकर सही रास्ते पर ले जाने का काम करता है और जब शिक्षक ही हत्या करने जैसा कदम उठा ले तो ये बड़ा सवाल खड़ा करता है। कैथल के पूंडरी में एक शक ने अध्यापक के हंसते-खेलते परिवार को तबाह कर दिया। बीती रात पूंडरी में पाई रोड पर स्थित साईं कालोनी में पति ने पत्नी की हत्या कर दी।
मूल रूप से कैथल जिले के गांव कसान निवासी जयप्रकाश गांव पाई में राजकीय वरिष्ठ माध्यमिक विद्यालय में संस्कृत के अध्यापक है। पिछले करीब तीन वर्ष से पूंडरी की साईं कालोनी में नया मकान बनाकर रह रहे हैं। पड़ोसियों के अनुसार कुछ समय पहले ही उन्होंने अपने घर में ही एक जनरल स्टोर भी बनाया था। जिसे जयप्रकाश स्कूल के छुट्टी के बाद चलाता था। जय प्रकाश का 13 साल का बेटा और 9 साल की बेटी है। पत्नी मुनेश गृहिणी थी। कुल मिलाकर हम दो हमारे दो का हंसता खेलता परिवार था। लेकिन न जाने इस परिवार को किसकी नजर लग गई कि एक ही पल में परिवार तबाह हो गया। बच्चों के सिर से मां का साया उठ गया और पिता अपनी ही पत्नी की हत्या कर मौके से फरार हो गया।
शालीन व्यवहार था जयप्रकाश का
स्कूल में जयप्रकाश के साथ काम करने वाले अध्यापकों के अनुसार उसका व्यवहार बहुत शालीन था। उसे जो जिम्मेदारी दी जाती थी उसे वह बखूबी निभाता रहा है। स्कूल प्रशासन ने उसे जिम्मेदार रवैये को देखते हुए उसे स्कूल में मिड डे मील का इंचार्ज भी बना रखा था। स्कूल के अध्यापकों ने बताया कि उन्हें अब भी इस बात पर विश्वास नहीं है कि जयप्रकाश इतना बड़ा कदम उठा सकता है। हालांकि पड़ोसियों ने नाम न छापने की शर्त पर बताया कि पति-पत्नी का झगड़ा रहता था। उधर गमगीन माहौल में शाम करीब छह बजे मनीषा का अंतिम संस्कार पूंडरी में ही कर दिया गया।
जयप्रकाश ने पंचायत में दिया था माफीनामा
मृतका के भाई प्रदीप ने बताया कि उसकी बहन मनीषा की शादी जयप्रकाश से वर्ष 2007 में हुई थी। लंबे समय से वह छोटी-छोटी बातों पर मनीषा से झगड़ा और मारपीट करता था। इसे लेकर कई बार पंचायत भी हुई। जयप्रकाश ने पंचायत में माफीनामा भी लिखकर दिया था कि वह कभी अपनी पत्नी से झगड़ा नहीं करेगा। हत्या वाली रात को नौ बजे उसका फोन आया था कि उसका पति मारपीट कर रहा है। प्रदीप ने बताया कि मनीषा के मुंह पर चोटें मारी गई थीं, जिससे उसके दांत भी टूट गए थे।
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