कैथल में भी कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा की जानिए हकीकत, एक चतुर्थ श्रेणी कर्मी के जिम्मे देखरेख
हरियाणा के कैथल में कोरोना वैक्सीन के रीजनल ड्रग्स वेयर हाउस व कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा को लेकर प्रबंध अधूरे। वेयर हाउस की सुरक्षा में होमगार्ड तो कोरोना वैक्सीन की सुरक्षा के लिए मात्र एक चतुर्थश्रेणी कर्मचारी ही कार्यरत।
कैथल, जेएनएन। पुराना अस्पताल में रीजनल ड्रग्स वेयर हाउस बनाया गया है। यहां कैथल के सभी सिविल, सामुदायिक और प्राथमिक स्वास्थ्य केंद्रों के साथ-साथ जींद व आसपास के शहरों के सरकारी अस्पतालों में भी दवाइयां सप्लाई होती है। एक एमओ, दो फार्मासिस्ट सहित कुल नौ कर्मचारी हैं। सुरक्षा में छह सुरक्षा गार्ड यहां लगाए गए हैं। चार दिन में तो रात को दो कर्मचारी ड्यूटी करते हैं।
वेयर हाउस के साथ लगते शहरी स्वास्थ्य केंद्र में कोरोना वैक्सीनेशन का स्टोर है। यहां इस समय 70 कोविशिल्ड व 3300 को-वैैक्सीन का स्टॉक है। यहां सुरक्षा को लेकर कोई प्रबंध नहीं है। दिन व रात को ड्यूटी देने वाला मात्र एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी है। पुलिस का यहां कोई प्रबंध नहीं है। जिले में जब पहली बार कोरोना वैक्सीन मिल तो सुरक्षा के घेरे में कुरुक्षेत्र से कैथल लाया गया था। कुछ समय तक तो तीन होमगार्ड शिफ्ट वाइज यहां ड्यूटी पर तैनात रहे, लेकिन बाद में यहां से होमगार्डो की ड्यूटी हटाने के बाद सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं है। पूरे वेयर हाउस व कोरोना वैक्सीन स्टोर की सुरक्षा कर्मचारियों के भरोसे छोड़ दिया गया है। इसी तरह से ऑक्सीजन स्टोर को लेकर भी पुख्ता प्रबंध नहीं है। 200 के करीब ऑक्सीजन सिलेंडर विभाग के पास उपलब्ध हैं।
नहीं मिला कोई भी सुरक्षा गार्ड
जींद में कोरोना वैक्सीन चोरी होने के बाद रीजनल वेयर हाउस व कोरोना वैक्सीनेशन स्टोर का निरीक्षण किया तो यहां सुरक्षा के कोई प्रबंध दिखाई नहीं दिए। वेयर हाउस के बाहर कोई भी सुरक्षा गार्ड नहीं मिला। यहां बाहर बैठे एक कर्मचारी से बातचीत की तो बताया कि चार सुरक्षा गार्ड दिन में और दो रात को ड्यूटी पर रहते हैं। आज भी सुरक्षा गार्ड ड्यूटी पर आए हैं, लेकिन कोई वर्दी में नहीं है, इसलिए अंदर ही ड्यूटी कर रहे हैं। यही स्थिति कोरोना वैक्सीन स्टोर पर नजर आई। यहां भी सुरक्षा के कोई प्रबंध दिखाई नहीं दिए। यहां सुरक्षा गार्ड भी नजर नहीं आया। स्टोर के एक कर्मचारी ने बताया कि मात्र एक चतुर्थ श्रेणी कर्मचारी ही सुरक्षा में लगाया गया है। वहीं रात को भी और दिन में भी ड्यूटी करता है। जिस तरह से जींद में वैक्सीन चोरी की घटना हुई है, इसके बाद उनकी भी चिंता बढ़ गई है। पुलिस या होमगार्ड के जवानों को सुरक्षा में लगाया जाना चाहिए।
वैक्सीनेशन के दौरान भी नहीं है सुरक्षा
कोरोना वैक्सीनेशन और सैंपलिंग के दौरान भी सुरक्षा के कोई प्रबंध नहीं है। शुरूआत में कोरोना वैक्सीनेशन सेंटरों पर सुरक्षा के प्रबंध दिखाई दिए थे, लेकिन अब कोई भी सुरक्षा कर्मी सेंटरों के बाहर नजर नहीं आता। इसी तरह से सैंपल के दौरान भी सुरक्षा को लेकर पुख्ता प्रबंध नहीं है। सरकारी अस्पतालों में सैंपल लेने के दौरान सुरक्षा को लेकर प्रबंध अधूरे नजर आते हैं।
सिविल सर्जन डा. ओमप्रकाश ने बताया कि कोरोना वैक्सीनेशन और ऑक्सीजन सिलेंडर को लेकर सुरक्षा गार्ड तैनात किए गए हैं। महामारी के बढ़ते प्रकोप को देखते कर्मचारियों को हर समय सतर्क रहने के निर्देश जारी किए गए हैं।
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