हरियाणा में नियम 134ए के तहत छात्रों को नहीं मिला दाखिला, निदेशालय ने अधिकारियों से मांगी जानकारी
नियम 134ए के तहत दाखिला लेने की अंतिम तिथि खत्म हो चुकी है। लेकिन अब भी कई छात्रों को दाखिला नहीं मिला है। हरियाणा शिक्षा निदेशालय ने पत्र लिख प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों से सूचना मांगी। निदेशायल पहले भी पांच बार पत्र लिख सूचना मांग चुका है।
पानीपत, जागरण संवाददाता। नियम 134-ए के तहत निजी स्कूलों में दाखिला पाने की अंतिम तिथि जा चुकी है। अभी भी वंचित विद्यार्थी अभिभावकों के साथ निजी स्कूलों में दाखिला पाने के लिए विभागीय अधिकारियों के कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं। वहीं स्कूल शिक्षा निदेशालय ने प्रदेश के सभी जिला शिक्षा अधिकारियों को पत्र भेजकर नियम के तहत होने वाले दाखिलों के संबंध में सूचना भेजने के निर्देश दिए हैं। हालांकि इससे पहले भी निदेशालय सूचना भेजने संबंधित पांच बार निर्देश जारी कर चुका है।
स्कूल शिक्षा निदेशालय के पत्र के मुताबिक कई बार पत्र लिखकर विभाग द्वारा अभिभावकों की आय परिवार पहचान पत्र की जिला स्तरीय कमेटी से पुष्टि करवाकर बच्चों को दाखिला देने व उनकी सूचना विभाग को भेजने हेतु लिखा गया था, परंतु आय की पुष्टि बारे कोई सूचना विभाग को अभी तक प्राप्त नहीं हुई है। ऐसे में निदेशालय ने उक्त सूचना को लेकर प्रोफार्मा तैयार कर भेजते हुए प्रोफार्मा अनुसार सूचना भरकर विभाग को ई-मेल के माध्यम से 25 जनवरी तक हर अवस्था में भेजने के निर्देश दिए हैं। निदेशालय ने डीईओ को उक्त काम को प्राथमिकता प्रदान करने के लिए कहा है।
जिले में ये है स्थिति
जिले में नियम 134-ए के तहत 3042 विद्यार्थियों ने पांच दिसंबर 2021 को हुई स्क्रीनिंग परीक्षा में भाग लिया था। 16 दिसंबर को पहले ड्रा के बाद जारी सूची में 2069 विद्यार्थियों को स्कूल अलाट किए गए। विद्यार्थियों को 24 दिसंबर तक दाखिला लेने का समय दिया गया। लेकिन निजी स्कूलों ने आनाकानी की तो शिक्षा निदेशालय ने न केवल उनकी पिछली बकाया फीस राशि जारी की, बल्कि तीन बार दाखिला लेने की अंतिम तिथि को बढ़ाया। आकड़ों के मुताबिक जिले में 2069 विद्यार्थियों में से 1162 को दाखिल मिल पाया है। 694 विद्यार्थियों के आवेदन किसी न किसी कारणवंश रिजेक्ट हो गए। जबकि 213 विद्यार्थी अभी भी दाखिला लेने के लिए अभिभावकों के साथ स्कूल, विभागीय अधिकारियों से लेकर विधायक कार्यालय के चक्कर लगा रहे हैं।
ये भेजनी होगी जानकारी
--आवंटित छात्रों की संख्या।
--कितने छात्रों की आय समिति द्वारा सत्यापित की गई।
--कितने छात्रों की आय समिति द्वारा सत्यापित नही की गई।
--कितने छात्रों की इनकम पीपीपी के आधार पर दो लाख से ज्यादा मिली।
--कितने छात्रों की इनकम पीपीपी के आधार पर दो लाख के बराबर मिली।
--कितने विद्यार्थियों को दाखिले नहीं मिले, जो कोर्ट गए।
--स्कूलों में शामिल मुकदमा।
--कितने छात्र दाखिला लेने के लिए सहमत नहीं हुए।