मिल में फंदे से लटक रहा था मजदूर का शव, साथियों के उड़ गए होश
स्पीनिंग मिल में देर रात श्रमिक की मौत पर हंगामा हुआ। भारी पुलिस बल के साथ डीएसपी पहुंचे। पुलिस ने लाठीचार्ज कर शव कब्जे में लिया। वहीं हंगामा करने वालों पर केस दर्ज कर लिया गया।
पानीपत, जेएनएन। बोहली गांव के पास श्रीगणेश स्पीनिंग मिल में श्रमिक की मौत पर जमकर हंगामा हुआ। साथी श्रमिकों ने मिल के जीएम और मुनीम पर श्रमिक से मारपीट करने और उसे फंदे पर लटका हत्या करने का आरोप लगाया है। पुलिस को शव देने से इन्कार कर दिया और आरोपितों की गिरफ्तारी की मांग पर अड़े रहे। देर रात डीएसपी हेडक्वार्टर सतीश कुमार वत्स पुलिस बल लेकर पहुंचे। श्रमिकों पर इससे भी कोई खास फर्क नहीं पड़ा। देर रात 11 बजे पुलिस ने लाठीचार्ज कर शव को कब्जे में ले लिया। सात लोगों पर पुलिस ने केस दर्ज कर लिया।
सुपरवाइजर प्रशांत कुमार, श्रमिक राजकुमार, मनीष कुमार, नीरज, विपिन, दीपू, सोहन, निर्मल, विमल, पवन, उमेश, सोनू व लालू ने बताया कि शुक्रवार शाम को जीएम रवि शुक्ला और मुनीम राणा मिल में मजदूरों की पेमेंट कर रहे थे। मिल में काम करने वाला पुराना मशीन ऑपरेटर कानपुर वासी हेमंत आ गया। अपना दो महीने का बकाया वेतन मांगा तो जीएम और मुनीम ने उसके साथ मारपीट कर दी। लात-घूसों से पीटते हुए उसे मजदूर कॉलोनी ले गए। आरोप है कि दोनों ने मिलकर जख्मी हेमंत को कॉलोनी के एक मकान में फंदे पर लटका दिया। जिससे हेमंत की मौत हो गई। घटना के तुरंत बाद आरोपित मुनीम राणा फरार हो गया।
साथी श्रमिकों को प्लांट में बनाया बंधक
श्रमिकों ने बताया कि मारपीट के दौरान जब साथी श्रमिक जीएम और मुनीम को रोकने लगे तो आरोपितों ने उन्हें दूर हटने को कहा। श्रमिकों पर धौंस जमाते हुए हेमंत को सबक सिखाने की बात कही। लगभग 200 श्रमिकों को फैक्ट्री में ही रोक दिया। हेमंत की मौत का पता चलते ही श्रमिक किसी तरह प्लांट का गेट खोल बाहर आए। उन्हें कमरे में शव फंदे पर झूलता मिला।
गेट पर जड़ा ताला, कहा परिजन आने तक करो इंतजार
हेमंत की मौत का पता चलते ही मिल में अफरा-तफरी मच गई। साथी श्रमिकों ने कमरे को ताला जड़ दिया। चार घंटों तक पुलिस और श्रमिकों के बीच बातचीत चलती रही। पुलिस ने कार्रवाई का आश्वासन दिया। लेकिन श्रमिकों ने मृतक के परिजनों के पानीपत पहुंचने से पहले शव देने से इंकार कर दिया।
श्रमिकों ने लगाया प्रताडि़त करने का आरोप
साथी श्रमिकों ने बताया कि मिल कर्मचारियों की प्रताडऩा से तंग हेमंत सितंबर और अक्टूबर महीने में काम करके गांव लौट गया था। मिल में श्रमिकों से हर दिन 12 घंटों तक काम लिया जाता है। विरोध करने पर कई-कई दिनों का वेतन काट लिया जाता है। अधिकतर श्रमिकों को दिवाली पर वेतन तक नहीं मिला।
सुपरवाइजर ने दी शिकायत
मतलौडा थाने के एसएचओ सतपाल सिंह ने बताया कि सुपरवाइजर प्रशांत कुमार ने शिकायत दी है। मिल के जीएम पर हेमंत की हत्या का आरोप लगाया है। शिकायत के आधार पर अगली कार्रवाई की जाएगी।