अल्टीमेटम खत्म होते ही आरडब्ल्यूए ने हटाए सेक्टर-18 कट से पत्थर, मौके पर नहीं पहुंचा कोई अफसर, पुलिस बनाती रही वीडियो
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जागरण संवाददाता, पानीपत : सेक्टर-18 में कट का विवाद सुलझ गया है। अल्टीमेटम के अनुसार सेक्टरवासियों ने बुधवार शाम छह बजे एकजुटता दिखाकर 28 मिनट में चार अवरोधक पत्थरों को कट से हटा दिया। मौके पर पहुंची सेक्टर 13-17 पुलिस ने सेक्टरवासियों को रोकने की कोशिश की। जिस पर सेक्टरवासी कहने लगे कि आपने पूछ कर यहां पत्थर लगाया था क्या.फिर हमें क्यों रोक रहे हो। पुलिस इस घटना की वीडियो बना कर मूकदर्शक बनी रही। प्रशासन की तरफ से कोई अधिकारी मौके पर नहीं पहुंचे। 28 मिनट में पत्थर हटा कर यातायात बहाल कर दिया गया।
पानीपत टोल प्लाजा के पास सेक्टर-18 है। सेक्टर में प्रवेश करने वाला कट पहले से विवादों में है। आरडब्ल्यूए के पदाधिकारियों ने दो बार प्रशासन से मिलकर कट को खोलने की मांग की थी। बीते मंगलवार को पदाधिकारियों ने एसडीएम दलबीर सिंह से मुलाकात कर कट को वैध बताकर खोलने की बात कही। एसडीएम ने पदाधिकारियों की मांग से उच्चाधिकारियों को अवगत कराने और अंतिम निर्णय उच्चाधिकारियों पर छोड़ दिया था। पदाधिकारियों ने प्रशासन को बुधवार शाम छह बजे तक का अल्टीमेटम दिया। प्रशासन ने कट को नहीं खोला तो आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी और स्थानीय लोगों ने मिलजुल कर कट से पत्थर हटा दिए। करीब दस मिनट बाद सेक्टर 13-17 थाने से एक सब इंस्पेक्टर और दो सिपाही मौके पर पहुंचे। मौके पर लोगों से बहस हुई। लेकिन स्थानीय निवासी पीछे नहीं हटे।
भारी पत्थर हटाने के लिए बुलानी पड़ी जेसीबी
आरडब्ल्यूए के पदाधिकारी और स्थानीय लोगों ने शाम 6:17 बजे रस्सी बांधकर पत्थर हटाने शुरू किए। काफी प्रयास के बाद करीब 25 लोग एक पत्थर को हिला सके। कुछ देर में सभी के जोर पूरे हो गए तो 6:40 बजे जेसीबी बुलाई गई। इसके बाद पत्थरों को हटाकर दूर में गिराया गया।
किसकी अनुमति से हटा रहे हो. किसकी अनुमति से लगाए थे
शाम 6:26 बजे सेक्टर 13-17 थाना से आए सब इंस्पेक्टर धर्मवीर ने पत्थर हटा रहे लोगों से पूछा कि किसकी अनुमति से पत्थर हटा रहे हो। इस पर सुनील बिझौल से कहा कि आप बताओ ये पत्थर किसकी अनुमति से लगाए थे। इस सवाल का जवाब सुनकर सब इंस्पेक्टर फोन कान पर लगाकर एक तरफ हो गए।
वीडियो बनाने तक सीमित रही पुलिस
पत्थर हटाना शुरू करने के नौ मिनट बाद सेक्टर 13-17 थाना पुलिस ने लोगों को पत्थर हटाने से रोकने का प्रयास किया, लेकिन हल्की बहस के बाद लोग नहीं हटे तो पुलिस ही बैकफुट पर आ गई। दूर खड़े होकर पुलिस पूरे मामले की वीडियो बनाती रही। वीडियो के आधार पर पुलिस इस मामले में कार्रवाई अमल में ला सकती है। सरकार के विरोध में लगाए नारे
आरडब्ल्यूए पदाधिकारियों का साथ देने के लिए विपक्षी दलों के नेता भी मौके पर पहुंच गए। पत्थर हटाने के साथ लोगों ने सरकार और विधायक के खिलाफ नारेबाजी की।
जो कार्रवाई होगी देख लेंगे
आरडब्ल्यूए के पूर्व प्रधान गुरदीप सिंह ने कहा कि उन्होंने वैध कट से पत्थर हटाकर अपने घरों का रास्ता खोला है। अपने हक की लड़ाई के लिए किसी भी कार्रवाई के लिए तैयार हैं। प्रधान सूरजभान राठी ने कहा कि प्रशासन सेक्टरवासियों से बिना चर्चा किए ही सेक्टर-18 समेत अन्य लोगों का रास्ता बंद कर दिया। प्रशासन वैध रास्ते को बंद करके अवैध रास्ते का प्रयोग करने को कह रहा है। यह कट सेक्टर-18 वासियों की लाइफ लाइन है। इसे बंद नहीं किया जा सकता।
एडीसी करेंगी कार्रवाई
एसडीएम दलबीर सिंह ने कहा कि रोड सेफ्टी कमेटी की संस्तुति पर एडीसी प्रीति ने सेक्टर-18 का कट बंद कराया था। एडीसी स्तर से ही नियमानुसार कार्रवाई की जाएगी। एडीसी का पक्ष फोन पर उपलब्ध नहीं हो सका। ये रहें मौजूद
आरडब्ल्यूए के प्रधान सूरजभान राठी, पूर्व प्रधान गुरदीप सिंह, पूर्व मंत्री बिल्लू कादियान, भाजपा जिला पार्षद देव मलिक, सुनील बिझौल, पूर्व पार्षद सुनील वर्मा, पूर्व पार्षद पति बलजीत, व्यापार मंडल सदस्य गौरव लीखा, सुरेश बवेजा और परिवार कादियान मौजूद रहे।